Bishwear Tudu : मोदी के मंत्री पर सरकारी अधिकारियों का आरोप- बंद कमरे में कुर्सी से पीटा, एक अधिकारी का टूट गया हाथ
Bishwear Tudu : केंद्रीय मंत्री विश्वेश्वर टुडु पर दो सरकारी कर्मचारियों से मारपीट का आरोप लगा है, इनमें एक कर्मचारी का दाहिना हाथ भी टूट गया है.....
Bishwear Tudu : केंद्र की मोदी सरकार में मंत्री बिश्वेश्वर टुडु (Bishwear Tudu) पर सरकारी अधिकारियों ने मारपीट का आरोप लगाया है। केंद्रीय मंत्री पर आरोप है कि शुक्रवार 21 जनवरी को उन्होंने भाजपा (BJP) जिला कार्यालय में दो सरकारी अधिकारियों के साथ मारपीट की जिसमें वो घायल हो गए। इस मामले में केंद्रीय मंत्री के खिलाफ थाने में शिकायत भी दर्ज करवाई है।
दोनों में से एक अधिकारी ने बिश्वेश्वर टुडु के खिलाफ मारपीट का केस दर्ज कराया है। सरकारी अधिकारी का बयान धारा 161 के तहत दर्ज कर लिया गया है। वहीं दूसरी ओर केंद्रीय मंत्री ने इन आरोपों से इनकार किया है। बिश्वेश्वर टुडु (Bishwear Tudu) जलशक्ति व आदिवासी मामलों के केंद्रीय राज्यमंत्री हैं।
खबरों के मुताबिक केंद्रीय मंत्री (Bishwear Tudu) ने इन दोनों सरकारी अधिकारियों को बारीपाड़ा स्थित पार्टी कार्यालय में एक समीक्षा बैठक के लिए बुलाया था। यह मयूरभंज जिले का जिला मुख्यालय शहर है। दोनों अधिकारी कथित तौर पर सरकारी फाइल के साथ यहां नहीं आए थे जिसके बाद केंद्रीय मंत्री दोनों अधिकारियों पर बुरी तरह नाराज हो गए। केंद्रीय मंत्री ने इसे प्रोटोकॉल का उल्लंघन बताया।
मयूरभंज जिले के प्लानिंग बोर्ड के सहायक निदेशक देबाशीष अधिकारी ने बताया कि हमने उन्हें समझाने की कोशिश की थी कि अभी पंचायत चुनाव को देखते हुए आदर्श आचार संहिता लागू है और हम इसलिए हम फाइल नहीं ला सके। लेकिन वो नाराज हो गए और हमारी बात सुनने से इनकार कर दिया। उन्होंने कमरे का दरवाजा बंद कर दिया और कुर्सी उठाकर हमें पीटने लगे।
वहीं रघुनाथ मूर्मू मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के डॉक्टर्स का कहना है कि इस मारपीट में मोहपात्रा का दाहिना हाथ टूट गया है जबकि इस बैठक में शामिल प्लानिंग बोर्ड के निदेशक अश्विनी मलिक भी जख्मी हो गए हैं। दोनों अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने इस घटना की जानकारी जिला कलेक्टर को दीहै। बाद में मलिक ने इस मामले में थाने में शिकायत भी की।
वहीं दूसरी ओर केंद्रीय मंत्री टुडु ने अपने बचाव में कहा कि यह गलत और आधारहीन आरोप हैं। दोनों ने मेरी छवि खराब करने के लिए आरोप लगाए हैं। हालांकि टुडु ने यह बात मानी है कि उन्होंने दोनों अधिकारियों को समीक्षा बैठक के लिए बुलाया था। .