प्रशासनिक अधिकारियों से हाथापाई करने वाले BJP जिलाध्यक्ष ऋषिकांत राय 5 दिन बाद भी नहीं पहुंचे बयान दर्ज कराने, रिहाई मंच ने उठाया सवाल

5 दिन बीत जाने के बाद एडीएम प्रशासन कह रहे हैं कि BJP जिलाध्यक्ष का बयान दर्ज हो जाए तो जांच पूरी कर जिलाधिकारी को आख्या प्रस्तुत करेंगे, वहीं दूसरी तरफ भाजपा जिलाध्यक्ष लालगंज ऋषिकांत राय अब तक बयान के लिए नहीं पहुंचे....

Update: 2022-09-29 07:43 GMT

प्रशासनिक अधिकारियों से हाथापाई करने वाले BJP जिलाध्यक्ष ऋषिकांत राय 5 दिन बाद भी नहीं पहुंचे बयान दर्ज कराने (photo : facebook)

शनिवार 24 सितंबर को निजामाबाद तहसील परिसर में अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा मारपीट की गयी थी। इस मामले में अधिकारियों-कर्मचारियों का बयान दर्ज किया जा चुका है, मगर लेकिन अभी तक मारपीट मामले में मुख्य आरोपी भाजपा जिलाध्यक्ष लालगंज ऋषिकांत राय का न तो बयान दर्ज किया गया है और न ही उन पर मुकदमा ही दर्ज किया गया है।

रिहाई मंच महासचिव राजीव यादव ने निज़ामाबाद में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ भाजपा जिलाध्यक्ष लालगंज ऋषिकांत राय पर मारपीट के आरोप के बाद जिलाधिकारी द्वारा एडीएम प्रशासन व एएसपी सिटी द्वारा की जा रही जांच पर सवाल उठाया है।

तहसील के अधिकारियों कर्मचारियों के बयान दर्ज होने के बाद भी भाजपा जिलाध्यक्ष लालगंज ऋषिकांत राय का बयान दर्ज न होने पर राजीव यादव कहते हैं, जांच अधिकारी एडीएम प्रशासन व एएसपी सिटी आखिर क्यों नर्मी दिखा रहे।

पांच दिन बीत जाने के बाद एडीएम प्रशासन कह रहे हैं कि भाजपा जिलाध्यक्ष का बयान दर्ज हो जाए तो जांच पूरी कर जिलाधिकारी को आख्या प्रस्तुत करेंगे। वहीं दूसरी तरफ भाजपा जिलाध्यक्ष लालगंज ऋषिकांत राय अब तक बयान के लिए नहीं पहुंचे। जब तक बयान दर्ज नहीं तब तक कार्रवाई नहीं करके भाजपा जिलाध्यक्ष लालगंज ऋषिकांत राय को बचाने की साजिश चल रही है। अगर भाजपा जिलाध्यक्ष बयान नहीं दर्ज करवा रहे इसका मतलब वे अपने को निर्दोष नहीं मान रहे और सत्ता के गुरुर में इस जांच को दरकिनार कर रहे।

राजीव यादव कहते हैं, जिलाधिकारी आखिर इतने अक्षम क्यों हैं? उनके ही अधिकारी को मारा पीटा जा रहा है और पांच दिन से जांच चल रही कि दोषी कौन। अगर एक आम इंसान का मामला होता तो बिना नोटिस के अब तक बुलडोजर दहाड़ता। कहां गयी योगी की जीरो टॉलरेंस नीति, क्या हुआ कानून व्यवस्था के राज का। आरोपी भाजपाई है इसलिए कानून नतमस्तक हो गया ये न्याय व्यवस्था का दुर्भाग्य है।

गौरतलब है कि 5 दिन पहले यानी 24 सितंबर को निजामाबाद तहसील क्षेत्र के अल्लीपुर ग्रामसभा में पंचायत भवन के निर्माण को लेकर चल रहे विवाद को लेकर भाजपा जिलाध्यक्ष लालगंज ऋषिकांत राय अपने कुछ कार्यकर्ताओं व समर्थकों के साथ तहसील में पहुंचे। एसडीएम के निर्देश पर सभागार में तहसीलदार से उनकी वार्ता होनी थी। इसी दौरान किसी बात पर भाजपा नेता इतना आग बबूला हो गये कि तहसीलदार पर हमला कर दिया था।

प्रत्यक्षदर्शी कर्मचारियों का आरोप है कि भाजपा के लालगंज जिलाध्यक्ष निशिकांत राय के नेतृत्व में बड़ी संख्या में भाजपा के कार्यकर्ताओं ने लेखपाल तहसीलदार और एसडीएम के अर्दली की पिटाई की और एसडीएम के साथ भी दुर्व्यवहार किया। जिले के डीएम विशाल भारद्वाज ने इस मामले की जांच एडीएम प्रशासन अनिल मिश्रा और एसपी सिटी शैलेन्द्र लाल को सौंपी है।

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