BJP ने दक्षिण में चला बड़ा दांव - एथलीट पीटी ऊषा और फिल्म बाहुबली के लेखक समेत 4 को किया राज्यसभा के लिए नॉमिनेट

तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक और तेलंगाना से एक-एक चर्चित चेहरे को राज्यसभा के लिए नामित कर मोदी-शाह भाजपा को दक्षिण भारतीय राज्यों में एंट्री दिलाना चाहते हैं।

Update: 2022-07-07 06:21 GMT

BJP ने दक्षिण में चला बड़ा दांव - एथलीट पीटी ऊषा और फिल्म बाहुबली के लेखक समेत 4 को किया राज्यसभा के लिए नॉमिनेट

नई दिल्ली। हर स्तर पर कोशिशों के बावजूद भारतीय जनता पार्टी ( BJP ) अभी तक दक्षिण भारतीय राज्यों की राजनीति में अभी तक घुसपैठ करने में नाकाम रही है। इसे आप भारतीय राजनीति में पीएम नरेंद्र मोदी ( OM Narendra ) और गृह मंत्री अमित शाह ( Union Home Minister Amit Shah ) के सफल नेतृत्व की सीमा भी मान सकते हैं, लेकिन दोनों ने अभी तक हार भी नहीं मानी है। यही वजह है कि दक्षिण भारतीय राज्यों खासकर तमिलनाडु ( Tamil Nadu  ), केरल ( Kerala) , कर्नाटक ( karnataka ) और तेलंगाना (Telangana ) से चार चर्चित चेहरों को राज्यसभा के लिए नामित कर मोदी-शाह ( Modi-Shah ) की जोड़ी बड़ा दांव चल दिया है। बता दें कि एक साल के अंदर कर्नाटक और तेलंगाना में विधानसभा का 2023 में विधानसभा चुनाव ( States Assembly Election 2022 ) प्रस्तावित है।

दक्षिण भारतीय राज्यों की राजनीति में भाजपा की प्रभावी एंट्री के लिए केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP ) ने दक्षिणी राज्यों की चार जानी-मानी हस्तियों को राज्यसभा के लिए नामित किया है। इनमें संगीतकार इलैयाराजा ( Musician Ilaiyaraaja ) , स्पोर्ट्स आइकन पीटी उषा ( PT Usha), लेखक वी विजयेंद्र प्रसाद ( writer V Vijayendra Prasad ) और आध्यात्मिक नेता वीरेंद्र हेगड़े ( spiritual leader Virendra Hegde) को राज्यसभा ( Rajyasabha ) भेजने का फैसला लिया है। दक्षिणी भारतीय राज्यों से आने वाले इन चार हस्तियों को राज्यसभा भेजना भाजपा के दक्षिण भारत ( South India Politics ) में एंट्री की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है, जहां अबतक बीजेपी पकड़ नहीं बना सकी है।

पीएम मोदी ने पीटी उषा के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पीटी उषा को खेलों में उनकी उपलब्धियों को व्यापक रूप से जाना जाता है, लेकिन पिछले कई वर्षों में नवोदित एथलीटों का मार्गदर्शन करने के लिए उनका काम उतना ही सराहनीय है। पीएम ने इलैयाराजा के बारे में ट्विटर पर लिखा कि उन्होंने पीढ़ी दर पीढ़ी लोगों को मंत्रमुग्ध किया है। उनकी रचनाएं अनेक भावनाओं को खूबसूरती से दर्शाती हैं। वह एक विनम्र पृष्ठभूमि से उठे और बहुत कुछ हासिल किया। केवी विजयेंद्र प्रसाद तेलुगु सिनेमा के प्रमुख पटकथा लेखकों में से एक हैं। लोकप्रिय फिल्म निर्माता एसएस राजामौली के पिता उन्होंने तमिल, कन्नड़ और हिंदी फिल्मों में भी काम किया है। तमिल में 'मर्सल', हिंदी में 'बजरंगी भाईजान' और 'बाहुबली' श्रृंखला और 'आरआरआर' तेलुगु जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्मों के पीछे इनका नाम रहा है।

निशाने पर 4 दक्षिण भारतीय राज्य

दक्षिण भारतीय राज्यों की जानी-मानी हस्तियों को नामित करने के इस कदम को बीजेपी के दक्षिण भारत में पैर जमाने के कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। कर्नाटक और पुडुचेरी के अलावा बीजेपी केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश या तेलंगाना में सत्ता में आने में सफल नहीं रही है। दक्षिण भारतीय राज्यों के चार महान विभूतियों को राज्यसभा भेजने की ये घोषणा ऐसे वक्त में हुआ जब हाल ही में हैदराबाद में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई थी।

बता दें कि राज्यसभा में मनोनीत सदस्यों के सात पद रिक्त थे। सरकार आने वाले दिनों में रिक्त पदों को भर सकती है। राज्य सभा के 245 सदस्यों में से 12 को राष्ट्रपति द्वारा सरकार की सिफारिश पर मनोनीत किया जाता है। इन्हें संविधान के आर्टिकल 80(3) के तहत नामित किया जाता है जिसके अनुसार साहित्य, विज्ञान, कला और समाज सेवा जैसे मामलों में विशेष ज्ञान या व्यावहारिक अनुभव होना चाहिए। खास बात यह है कि जिस दिन भाजपा के मुख्तार अब्बास नकवी और जेडीयू के आरसीपी सिंह की राज्यसभा की अवधि समाप्त हुई और दोनों ने केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दिया उसी दिन चारों का नामांकन हुआ।

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