पश्चिम बंगाल चुनाव से पहले TMC ज्वाइन करने वाली सुजाता मंडल को BJP सांसद पति थमायेंगे तलाक का नोटिस
तृणमूल कांग्रेस ज्वाइन करने और भाजपा छोड़ने पर सुजाता मंडल ने आरोप लगाया कि बीजेपी में नए, अक्षम और भ्रष्ट लोगों को ज्यादा तरजीह दी जा रही है...
जनज्वार। पश्चिम बंगाल विधानसभा में होने जा रहे 2021 के चुनाव से पहले वहां की ममता सरकार कई उतार-चढ़ाव देख रही है। पिछले कुछ दिनों में पार्टी के कई छोटे-बड़े नेताओं ने इस्तीफा दिया है, वहीं शनिवार को 35 नेता बीजेपी की नाव पर सवार हो गए, लेकिन सोमवार 21 दिसंबर को हुए उलटफेर में तृणमूल कांग्रेस को भी एक फायदा हुआ है। बीजेपी के सांसद सौमित्र खान की पत्नी सुजाता मंडल खान ने टीएमसी का दामन थाम लिया है।
सुजाता मंडल के टीएमसी ज्वाइन करने के बाद भाजपा सांसद सौमित्र खान ने अपनी पत्नी को तलाक देने की तैयारी कर ली है।
बता दें कि सौमित्र खान पहले तृणमूल में रह चुके हैं। 2014 में उनकी बिषनुपुर विधानसभा सीट से जीत हुई थी। लेकिन पिछले साल के चुनावों में उनकी जीत का क्रेटिड उनकी पत्नी सुजाता को दिया गया था। मसला था कि कोर्ट से उन्हें एक आपराधिक मामले में सशर्त जमानत दी गई थी। एक शर्त यह थी कि वो अपने विधानसभा क्षेत्र में प्रचार के लिए नहीं जाएंगे। ऐसे में सुजाता मंडल ने बिषनुपुर में अकेले प्रचार किया और सौमित्र जीत गए।
गौरतलब है कि सुजाता खान खुद भी पहले बीजेपी की सदस्य रह चुकी हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ कई मौकों पर स्टेज शेयर कर चुकी हैं। लेकिन सोमवार 21 दिसंबर को पार्टी जॉइन करते हुए मंडल ने मीडिया के सामने कहा, 'मैं खुली सांस लेना चाहती हूं। मैं सम्मान चाहती हूं। मैं एक सक्षम पार्टी की सक्षम नेता बनना चाहती हूं। मैं अपनी प्यारी दीदी के साथ काम करना चाहती हूं।' उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी में 'नए, अक्षम और भ्रष्ट लोगों' को ज्यादा तरजीह दी जा रही है।
सुजाता मंडल ने कहा कि 'शारीरिक हमलों के अलावा, मैंने अपने पति के चुनाव के लिए कितना कुछ त्याग किया लेकिन मुझे कुछ नहीं मिला।' यह पूछने पर कि क्या उनके पति भी स्विच करेंगे, मंडल ने कहा कि 'यह उनके ऊपर है कि वो क्या करना चाहते हैं। मुझे उम्मीद है कि एक दिन उन्हें भी एहसास होगा, किसे पता शायद वो कभी टीएमसी में लौट आएं।'
बताते चलें कि शनिवार को तृणमूल को अपने इतिहास में नेताओं का सबसे बड़ा नुकसान हुआ। अमित शाह की रैली के दौरान पार्टी के 35 नेता, जिनमें कई विधायक और एक सांसद भी शामिल थे, बीजेपी में शामिल हो गए हैं।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में मुश्किल से चार महीने बचे हैं। ममता बनर्जी लगातार तीसरी बार सरकार बनाना चाहती हैं लेकिन इस बार बीजेपी ने उनका रास्ता बहुत मुश्किल कर रखा है। बीजेपी ने पिछले साल लोकसभा चुनाव में राज्य में कई सीटों पर अच्छा प्रदर्शन किया था, जिसके बाद उसे विधानसभा चुनावों के लिए बड़ा बूस्ट मिला हुआ है। पार्टी जोर-शोर से ममता को घेरने में लगी हुई है।
सुजाता मंडल के टीएमसी ज्वॉइन करने से उनके पति और बीजेपी सांसद सौमित्र खान बहुत नाराज हैं, इसीलिए उन्होंने सुजाता को तलाक का नोटिस भेजने की तैयारी की है। इतना ही नहीं उन्होंने सुजाता के घर की सुरक्षा में लगे जवानों को भी हटा दिया है। खबर यह भी है कि सौमित्र खान और सुजाता के बीच कई दिनों से अनबन चल रही थी, पर्दे के पीछे चल रही लड़ाई अब खुलकर सबके सामने इस रूप में सामने आयी है।
पत्नी सुजाता मंडल के बीजेपी में शामिल होने पर बीजेपी सांसद सौमित्र खान ने कहा कि यह सच है कि परिवार में मतभेद थे, हम परिवार हैं, लड़ाई हो सकती है, लेकिन इसे राजनीतिक रूप देना सही नहीं है। मुझे दुख है कि मेरे बीजेपी में शामिल होने के कारण उसने अपनी नौकरी खो दी थी। मगर मुझे तकलीफ इस बात की भी है कि सुजाता अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं के लिए टीएमसी से जुड़ गई है।
वहीं तलाक का नोटिस भेजने की बात पर भाजपा सांसद सौमित्र खान कहते हैं, सुजाता ने अच्छा फैसला लिया होगा, लेकिन पार्टी महत्वपूर्ण है और मोदी हमारी जीत के लिए जिम्मेदार हैं। युवा मोर्चा को हमारी जरूरत है। बीजेपी कोई परिवारिक पार्टी नहीं है। सुजाता मंडल भाजपा सांसद की पत्नी के रूप में सम्मानित थीं, उन्होंने मुझे वोट दिलवाए हैं और मेरी जीत का हिस्सा हैं। टीएमसी परिवारों को तोड़ सकती है, लेकिन मैं अब सुजाता मंडल को अपने नाम और उपनाम से मुक्त करता हूं।
बीजेपी सांसद सौमित्र खान कहते हैं, मैं बीजेपी का सिपाही हूं और बिना पद पर रहते हुए भी लड़ता रहूंगा मैं अभिषेक बनर्जी को बताना चाहता हूं कि सुजाता मेरी एकमात्र कमजोरी थी और अब मैं अपनी पार्टी के लिए सब कुछ कुर्बान करने के लिए तैयार हूं। मेरे पास अपने माता-पिता के अलावा और कुछ नहीं है। मैं ममता बनर्जी से अनुरोध करता हूं कि वह ममता को न मारे।