भाजपा ने बंगाल पर एग्जिट पोल को खारिज किया मगर असम की भविष्यवाणी उसे पसंद है
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने ऐसे एग्जिट पोल को खारिज कर दिया है, जो भविष्यवाणी करते हैं कि पश्चिम बंगाल में कांटे का मुक़ाबला हो सकता है और टीएमसी की जीत हो सकती है.....
जनज्वार डेस्क। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजों से पहले एग्जिट पोल के नतीजे आ गए हैं। इसमें जहां तमाम एग्जिट पोल पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस को बहुमत मिलने की बात कह रहे हैं, इंडिया टीवी-पीपुल्स पल्स के एग्जिट पोल के मुताबिक, बंगाल में बीजेपी को 173-192 सीटें मिल सकती हैं, वहीं ममता बनर्जी की टीएमसी को 64-88 सीटें मिल सकती हैं। उधर, असम में सर्बानंद सोनोवाल के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार सत्ता में आती दिख रही है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने ऐसे एग्जिट पोल को खारिज कर दिया है, जो भविष्यवाणी करते हैं कि पश्चिम बंगाल में कांटे का मुक़ाबला हो सकता है और टीएमसी की जीत हो सकती है। दूसरी तरफ पार्टी के असम में सत्ता में लौटने की संभावना का भाजपा ने स्वागत किया है। विधानसभा चुनावों के नवीनतम दौर के एग्जिट पोल तमिलनाडु में द्रविड़ मुनेत्र कड़गम, केरल में लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट की सत्ता में वापसी, और पुदुचेरी में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की जीत की भविष्यवाणी करते हैं।
भाजपा महासचिव और पश्चिम बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने जोर देकर कहा कि पार्टी पश्चिम बंगाल में बहुमत से सरकार बनाएगी। "जमीन पर लोगों के साथ बातचीत के आधार पर एक्जिट पोल करने वाली ये कंपनियां राज्य की गतिशीलता से पूरी तरह परिचित नहीं हैं। बंगाल में हिंसा का इतिहास रहा है। बहुत सारे लोग स्वतंत्र रूप से अपनी राय देने से डरते हैं। यह भी याद रखना चाहिए कि पश्चिम बंगाल में खामोश मतदाताओं का प्रतिशत सबसे ज्यादा है। यह कहीं भी 18 से 20% के बीच है।"
विजयवर्गीय ने कहा कि 2011 में एक धारणा थी कि वाम मोर्चा सत्ता में वापसी करेगा, लेकिन तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) विजेता बनकर उभरी। उन्होंने कहा कि जो लोग सत्ताधारी पार्टी को वोट देते हैं, वे इसके बारे में मुखर रहते हैं, लेकिन विपक्ष को वोट देने वाले लोग डर से चुप रहते हैं।
जानलेवा कोरोना महामारी के इस दौर में पश्चिम बंगाल में आठों चरण का मतदान खत्म हो चुका है। बीते लगभग कई महीनों से राज्य की सत्ता पर काबिज होने के लिए सत्ताधारी टीएमसी और बीजेपी के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला। दोनों ही पार्टियों के दिग्गज नेताओं ने प्रचार में कोई कसर नहीं छोड़ी। हालांकि किसका परचम बुलंद होगा यह तो 2 मई को नतीजों के बाद ही पता चलेगा। .
एग्जिट पोल के आंकड़ों के मुताबिक ममता बनर्जी तीसरी बार बंगाल की सत्ता पर काबिज हो सकती हैं। हालांकि उन्हें सीटों का नुकसान उठाना पड़ेगा। वहीं दूसरी तरफ बीजेपी को बंपर फायदा होता दिख रहा है लेकिन वह सत्ता से दूर रह जाएगी।