बुलंदशहर में बीजेपी नेता बेच रहे 20-20 रुपए में तिरंगा, दूसरी तरफ RSS प्रमुख ने बदली डीपी लोगों ने लिया आड़े हाथ
आजादी के महोत्सव पर देश भर को तिरंगा फहराने की हिदायत देते फिर रहे बीजेपी के नेता खुद देश को शर्मसार करने पर उतारू हैं...
मोदी सरकार द्वारा पिछले कई दिनों से हर घर तिरंगा अभियान चलाया जा रहा है। मोदी सरकार हर किसी से अपील कर रही है की सभी अपने घर तिरंगा जरूर लगाए। आजादी के महोत्सव पर देश भर को तिरंगा फहराने की हिदायत देते फिर रहे बीजेपी के नेता खुद देश को शर्मसार करने पर उतारू हैं। बुलंदशहर में एक शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। बीजेपी नेता 20-20 रुपए में तिरंगा बेचते दिखे। बीजेपी के एक नेता कैमरे पर बोलते दिखे कि हर घर तिरंगा अभियान के तहत 20 रुपये में स्टाल लगाकर बिक्री हो रही है।
वर्तमान सरकार सब बेचने में लगी
तिरंगा बेचे जाने को लेकर लोगों ने सोशल मीडिया पर बीजेपी की जमकर खिचाई की एक यूजर लिखते हैं कि आजादी के बाद की सरकारों ने देश की धरोहरो को संजोए रखा पर वर्तमान सरकार सब बेचने में लगी है। अब तिरंगे को भी बेचने में लगी है। एक दूसरे यूजर लिखते, यहां भी कमाने का अवसर खोज लिया। दुकानदारों की तो मजबूरियां हैं पर इन पाखंडियों की कोन सी मजबूरियां है वो भी कलेक्ट्रेट के बाहर।
कश्मीर फाइल्स की टिकटें फ्री में और तिरंगा 20 रुपये में
सोशल मीडिया पर यूजर लिखते कि सिर्फ एक तिरंगा ही नही बिकाऊ था उसे भी बेंच दिया आज वो भी गलियों में बिक रहा है। एक यूजर का कहना था कि कश्मीर फाइल्स की टिकटें फ्री में और तिरंगा 20 रुपये में। वाह री देशभक्ति। एक ने लिखा कि बीजेपी जनता को दे कुछ नही सकती लेकिन देश भक्ति के नाम पर जनता से पैसे कमा रही है। सबसे ज्यादा काला धन इसी पार्टी पर है।
मोहन भागवत ने आज अपनी DP बदल डाली
उधर नागपुर के अपने हेडक्वार्टर पर तिरंगे से गुरेज करने वाले संघ प्रमुख मोहन भागवत ने आज अपनी DP बदल डाली। उन्होंने भगवा ध्वज की जगह तिरंगा लगाया तो लोग भड़क गए। एक यूजर ने लिखा कि सब कुछ बेचते बेचते आखिरकार तिरंगा याद आ ही गया। इसको भी बेचो एक ने लिखा कि मजबूरी में ही सही पर आखिर मानना पड़ा ये देश तिरंगे का है एकरंगा नहीं चलेगा। एक ने लिखा कि सत्ता में बने रहने की मजबूरी है ये। एक ने संघ प्रमुख को गिरगिरट तक करार दिया। राजा एस के हैंडल से ट्वीट किया गया कि इसे कहते हैं जनता की, मिडिया की ताकत आखिर झकमार के इनको झुकना ही पडा। ये है तिरंगा सारे जहाँ से अच्छा। एक ने तंज कसते हुए कहा कि गोवलकर और माफी वीर सावरकर के आत्मा उनको कभी माफ नहीं करेगी।