Uttarakhand Election 2022 : सीएम धामी और अनिल बलूनी ने हरक सिंह रावत को मनाया, दोपहर में सीएम से कर सकते हैं मुलाकात
Uttarakhand Election 2022 : पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा है कि कोई इस्तीफा वगैरह नहीं हुआ है, मामला आपस में मिलकर सुलझा लिया जाएगा, जो भी नाराजगी होगी, उसको दूर किया जाएगा।
देहरादून। देर शाम उत्तराखंड सरकार से रिश्ता खत्म कर चुके हरक सिंह रावत ( Harak Singh Rawat ) का फोन लगातार स्विच ऑफ आ रहा है। जानकारी यह है कि वो अपना फोन बंद कर दिल्ली निकल चुके हैं। जहां कल वह कांग्रेस आलाकमान से मुलाकात कर सकते हैं। लेकिन भाजपा ( BJP ) में भूचाल लाने के बाद इस मामले में ताजा अपडेट यह है कि हरक सिंह रावत सीएम पुष्कर धामी ( CM Pushkar Dhami ) और अनिल बलूनी ( Anil Balooni ) से से उनकी बातचीत हुई है। बातचीत में मेडिकल कॉलेज ( Medical College ) के मुद्दे पर सहमति बन गई है और उनकी नाराजगी भी दूर हो गई है।
बताया जा रहा है कि मेडिकल कॉलेज को लेकर नाराज थे। उनकी इस मांग को पार्टी नेतृत्व ने मान लिया है। आज दोपहर में वो सीएम पुष्कर धामी से मुलाकात कर सकते हैं।
दरअसल, कैबिनेट मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ( Harak Singh Rawat ) कैबिनेट की बैठक के दौरान ही अपना इस्तीफा दे दिया था। कैबिनेट की बैठक के दौरान उनकी मेडिकल कॉलेज को लेकर नोंकझोंक हुई थी। इसके बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफा देने के बाद वो बैठक से बाहर आकर अपने यमुना कॉलोनी स्थित घर भी नहीं पहुंचे। इसके बाद उनका कोई लोकेशन ट्रैप नही हो पाने के कारण उनकी देहरादून में ही मौजूदगी पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
इसके बाद इस बात की चर्चा जोरों पर थी कि वो दिल्ली के लिए निकल गए हैं। अटकलबाजी यह भी है कि हरक सिंह रावत राहुल गांधी से मिलकर आज कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं।
इससे पहले पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने दावा किया था कि कोई इस्तीफा वगैरह नहीं हुआ है, मामला आपस में मिलकर सुलझा लिया जाएगा। जो भी नाराजगी होगी उसको दूर किया जाएगा। कहकर मामले को हल्का करने का प्रयास किया। इसके साथ ही पार्टी कार्यक्रम में शामिल होने श्रीनगर गए कौशिक श्रीनगर से वापस देहरादून के लिए भी रवाना हो चुके थे, लेकिन इससे पहले वह देहरादून पहुंचते, हरक ने देहरादून छोड़कर दिल्ली की राह पकड़ ली।
कांग्रेस के बाद भाजपा में भूचाल
बता दें कि हरक सिंह रावत ( Harak Singh Rawat ) के इस रुख के बाद उत्तरांखड में चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस और भाजपा में दोनों में भूचाल की स्थिति है। कांग्रेस में भी लीडरशिप को लेकर असंतोष है, तो हरक ने इस्तीफा देकर भाजपा शीर्ष नेतृत्व को सकते में डाल दिया। प्रदेश के दोनों प्रमुख सियासी दलों के प्रभावी नेता डैमेज कंट्रोल में जुट गए हैं। इस बची सियासी गलियारों में चर्चा यह थी अगर हरक सिंह रावत अगर कांग्रेस से हाथ मिलाते हैं तो यह सीधे तौर पर हरदा यानि हरीश रावत के लिए एक चुनौती होगा। ऐसा इसलिए कि कांग्रेस आलाकमान ने भले ही शुक्रवार को हरक को चुनाव को लीड करने का आश्वासन दिया है, लेकिन सीएम का चेहरा घोषित नहीं किया है। इससे सफ है कि कांग्रेस आलाकमान को हरदा का प्रभावी विकल्प चाहिए। यह स्थान हरक सिंह रावत ले सकते हैं।
दोपहर में कर सकते है। सीएम धामी से मुलाकात
Uttarakhand Eletion 2022 : भाजपा नेता उमेश शर्मा काव ने कहा है कि अब ऐसा नहीं है। हरक सीएम धामी और बलूनी के बीच मेडिकल कॉलेज के मुद्दे पर बातचीत हुई है। उनकी नाराजगी दूर हो गई है। वह भाजपा में ही हैं और दोपहर में सीएम धामी से मुलाकात कर सकते हैं।