Congress vs BJP : दिल्ली में डॉक्टरों पर पुलिस कार्यवाही, मोदी सरकार पर भड़के राहुल-प्रियंका
Congress vs BJP : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने नीट-पीजी काउंसलिंग में देरी को लेकर दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे रेजिडेंट डॉक्टरों के खिलाफ पुलिस की कथित बर्बरता के लिए सोमवार को केंद्र की आलोचना की और कहा कि यह अन्याय की बारिश है...
Congress vs BJP : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने नीट-पीजी काउंसलिंग में देरी को लेकर दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे रेजिडेंट डॉक्टरों के खिलाफ पुलिस की कथित बर्बरता के लिए सोमवार 27 दिसंबर को केंद्र की आलोचना की और कहा कि यह 'अन्याय की बारिश' है। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने जमकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है|
फूलों की वर्षा थी दिखावा
राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया कि 'फूलों की पंखुड़ियों की वर्षा पीआर (जनसंपर्क) का दिखावा था। वास्तव में, अन्याय की बारिश हो रही है। मैं केंद्र सरकार के अत्याचार के खिलाफ कोविड योद्धाओं के साथ खड़ा हूं।'
बता दें कि कांग्रेस नेता ने पिछले साल कोविड-19 के बीच देशव्यापी तालाबंदी के दौरान डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों के प्रति सरकार की कृतज्ञता की अभिव्यक्ति का संदर्भ दिया| जब सरकार ने महामारी से निपटने में उनके योगदान के लिए उन पर फूलों की पंखुड़ियों की बौछार की थी।
प्रियंका गांधी ने मोदी सरकार पर साधा निशाना
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी दिल्ली में डॉक्टरों पर पुलिस कार्रवाई की निंदा करते हुए ट्वीट किया और मोदी सरकार पर निशाना साधा है|
प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि 'कोरोना के समय में इन युवा डॉक्टरों ने अपनों से दूर रहकर पूरे देश के नागरिकों का साथ दिया। अब समय है पूरा देश डॉक्टरों के साथ खड़े होकर इन पर पुलिस बल प्रयोग करने वाले व इनकी मांगों को अनसुना करने वाले नरेंद्र मोदी को नींद से जगाए। डॉक्टरों को झूठा पीआर नहीं, सम्मान व हक चाहिए।'
डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन
बता दें कि सरकारी अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टरों ने नीट-पीजी 2021 काउंसलिंग में देरी को लेकर सोमवार को अपना विरोध तेज कर दिया और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के ITO पर विरोध मार्च निकाल रहे थे| बताया जा रहा है कि दिल्ली के ITO के पास प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों को पुलिस ने रोड से हटाया दिया है| डॉक्टर्स रोड ब्लॉक कर प्रदर्शन कर रहे थे| पुलिस और डॉक्टरों के बीच हल्की झड़प भी हुई थी, जिसके बाद 12 डॉक्टरों को पुलिस हिरासत में लेने के बाद छोड़ दिया है|
डॉक्टरों पर एफआईआर
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार डॉक्टरों के विरोध के बाद पुलिस ने कहा कि आईटीओ के पास विरोध मार्च में सात पुलिसकर्मी घायल हो गए और परिणामस्वरूप पुलिस कर्मियों के कर्तव्य में बाधा डालने और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के लिए धारा 188 और अन्य धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई।
वहीं फोर्डा (FORDA) ने विरोध मार्च के दौरान दिल्ली पुलिस द्वारा डॉक्टरों को हिरासत में लिए जाने के बाद सोमवार से सभी स्वास्थ्य संस्थानों को पूरी तरह से बंद करने का आह्वान किया है।