Dehradun News : जिसके घर तिरंगा न दिखे उसके घर की फोटो खींचो, भाजपा अध्यक्ष का फरमान

Dehradun News : घर-हर तिरंगा अभियान चलाए जाने के दौरान भाजपा अध्यक्ष ने जिस घर पर तिरंगा न दिखे उसकी फोटो खींचकर भेजने का फरमान कार्यकर्ताओं को सुना दिया है...

Update: 2022-08-11 11:17 GMT

Uttarakhand News : भाजपा अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के खिलाफ कांग्रेस की तहरीर, हर घर तिरंगे को लेकर दिए बयान पर मचा बवाल

Dehradun News : भारतीय जनता पार्टी के उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष पद पर महेन्द्र भट्ट की ताजपोशी के बाद से ही उनके हास्यापद बयानों की प्रतीक्षा हल्द्वानी में पूरी हुई। घर-हर तिरंगा अभियान चलाए जाने के दौरान उन्होंने जिस घर पर तिरंगा न दिखे उसकी फोटो खींचकर भेजने का फरमान कार्यकर्ताओं को सुना दिया है। 

मालूम हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर देश भर के घर-घर में 13 अगस्त से लेकर 15 अगस्त तक घर घर तिरंगा फहराने का अभियान चल रहा है। इसके तहत 20 करोड़ से अधिक घरों में तिरंगा फहराने का लक्ष्य रखा है। दूसरी तरफ कांग्रेस भी देश में व्याप्त नफरत के माहौल को खत्म करने के लिए भारत जोड़ो तिरंगा यात्रा निकाल रही है। इसके अलरावा ऐसे लोग भी समाज में हैं जिन्हें किसी राजनीतिक दल से कोई सरोकार नहीं है। लेकिन वह हर साल 15 अगस्त और गणतंत्र दिवस के दिन अपने घर में तिरंगा फहराते चले आए हैं।

ऐसे माहौल में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने तिरंगा लहराने को लेकर एक ऐसा विवादित बयान दिया है कि उनके इस बयान का यही मतलब निकाला जा रहा है कि जो तिरंगा नहीं लगाएगा वह राष्ट्रवादी नहीं है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि भारत का जन-जन 13 से 15 अगस्त तक पीएम नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हर घर तिरंगा अभियान से जुड़ेगा। इसके लिए हर संभव प्रयास हो रहे हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि कोई घर तिरंगा लगने से न छूटे। वैसे भी जिस घर में तिरंगा नहीं लगा होगा। उस घर को लोग विश्वास की नजर सहीं नहीं देख पाएंगे। lउन्होंने इस दौरान कार्यकर्ताओं से बिना तिरंगे वाले घर की फोटो खींचकर भी भेजने को कहा। हालांकि यह बात मुंह से निकलते ही उन्हें शब्दों के कुछ ज्यादा ही फिसलने का अंदाजा भी तत्काल हो गया।

जिसके बाद वह "जिस घर में तिरंगा नहीं होगा, उस पर देश विश्वास नहीं कर सकता। शक किस रूप का होगा। तिरंगा लहराने में किसको परेशानी हो सकती है" जैसे शब्दों को दोहराते हुए आजादी के आंदोलन में तिरंगे की भूमिका पर चर्चा करते हुए कहने लगे कि इस तिरंगे को हाथ में लेकर लोग फांसी तख्ते पर लटके हैं। ये तिरंगा आजादी के अमृत महोत्सव में बहुत राष्ट्रवाद का प्रतीक है। इसका हम आह्वान कर रहे हैं। समाज के प्रत्येक व्यक्ति, हर नागरिक से पत्रकार बंधुओं से स्कूल के छात्रों से, सबसे मेरा निवेदन है हर घर में तिरंगा लगाएं।

भट्ट के दिए गए इस बयान के यदि वही निहितार्थ हैं, जो निकाले जा रहे हैं तो यह दिलचस्प होगा कि जिस पार्टी के मातृ संगठन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने 26 जनवरी 1950 से लेकर 52 साल तक अपने मुख्यालय में राष्ट्रीय ध्वज नहीं फहराया, वह लोग अब तिरंगा देखकर राष्ट्रभक्ति का प्रमाण पत्र बांटेंगे। 

हल्द्वानी में दिया था यह विवादित बयान

तिरंगे को लेकर भट्ट का दिया गया बयान प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार हल्द्वानी पहुंचने के मौके पर दिया गया है। देवलचौड़ स्थित होटल के निकट महेन्द्र भट्ट का ढोल नगाड़े, पुष्प वर्षा और आतिशबाजी के साथ स्वागत किया गया था। भट्ट के नेतृत्व में सभी पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने रामपुर रोड से होकर नैनीताल रोड शहीद मेजर चंद्रशेखर मिश्रा पार्क तक तिरंगा यात्रा निकाली थी। इसी दौरान महेंद्र भट्ट ने यह विवादित बयान दिया है। भट्ट इससे पहले कोरोना काल में कोरोना से बचने के लिए गोबर जलाकर उसकी राख शरीर पर लगाने की सलाह भी दी चुके हैं। कई हास्यापद मनोरंजक बयान देने वाले भट्ट की तुलना उन्हीं की पार्टी के फटी जींस वाले बयानवीर पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से की जाती है।

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