किसान आंदोलन के बीच भाजपा को दोहरा झटका, पंजाब के बाद मिजोरम के निकाय चुनाव में करारी हार

सभी 19 वार्डों में चुनाव लड़ने वाली मुख्य विपक्षी पार्टी जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) ने 6 में जीत हासिल की, जबकि 2 मौजूदा पार्षदों सहित 19 उम्मीदवारों को मैदान में उतारने वाली कांग्रेस ने 2 सीटों पर जीत हासिल की।

Update: 2021-02-22 14:59 GMT

जनज्वार ब्यूरो। बीते करीब तीन महीने से चल रहे किसान आंदोलन और बढ़ती महंगाई के बीच दो राज्यों के निकाय चुनाव में भाजपा का सूफड़ा साफ हो गया है। पहले पंजाब और अब मिजोरम में भाजपा को करारी हार मिली है। इन दोनों राज्यों में भाजपा का खाता नहीं खुला है।

सत्तारूढ़ मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) ने 19 में से 11 सीटें जीतकर आइजोल नगर निगम (एएमसी) का चुनाव अपने नाम कर लिया। सभी 19 वार्डों में चुनाव लड़ने वाली मुख्य विपक्षी पार्टी जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) ने 6 में जीत हासिल की, जबकि 2 मौजूदा पार्षदों सहित 19 उम्मीदवारों को मैदान में उतारने वाली कांग्रेस ने 2 सीटों पर जीत हासिल की। भाजपा एक भी सीट जीतने में नाकाम रही।

कुल 7 मौजूदा पार्षदों (एमएनएफ-6 और कांग्रेस-2) को फिर से चुना गया है, जबकि 12 अन्य नए चेहरे हैं। बीजेपी ने 9 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन वह एक भी सीट नहीं जीत सकी।

मुख्यमंत्री और एमएनएफ अध्यक्ष जोरमथंगा ने जीत पर खुशी जताई। उन्होंने एमएनएफ को एएमसी में सत्ता बरकरार रखने के लिए मतदान करने के लिए लोगों का आभार जताया।

उन्होंने ट्विटर पर जाकर लिखा, मैं तहे दिल से और ईमानदारी से मिजोरम के लोगों को मिजोरम नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) पर भरोसा करने के लिए पर्याप्त धन्यवाद नहीं दे सकता कि वह आइजोल नगर निगम सिविक पोल 2021 में विभिन्न विकास लक्ष्यों के लिए मशाल वाहक है। मिजोरम सरकार अपनी पूरी कोशिश करेगी।

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