Adani Ports Drugs : अडानी पोर्ट से ड्रग्स बरामदगी पर कांग्रेस हुई लाल, प्रियंका ने उठाए सवाल तो अलका ने की पोर्ट बंद करने की मांग

Adani Ports Drugs : प्रियंका ने मोदी सरकार पर हमलावर होकर कहा, भाजपा सरकार की नाक के नीचे से माफिया पूरे देश में ड्रग्स बांट रहे हैं, लेकिन इस मामले में कानून व्यवस्था असहाय है या उसकी ड्रग्स माफिया से मिलीभगत है....

Update: 2022-08-01 09:23 GMT

(कोरोना त्रासदी के बावजूद अडानी की कमाई इस साल बुलेट की गति से बढ़ी है)

Adani Ports Drugs :  देश के सबसे बड़े पूंजीपति गौतम अडानी के गुजरात स्थित अडानी पोर्ट से लगातार मिल रही नशे की बड़ी खेप का मामला तूल पकड़ने लगा है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने बिना अडानी का नाम लिए नशे की इतनी बड़ी खेप बरामद होने पर केंद्र सरकार के साथ सरकारी एजेंसी व मीडिया को कटघरे में खड़ा किया है, तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस नेता अलका लांबा ने पोर्ट को बंद करने की मांग की है। कांग्रेस ने नशे की इस बरामदगी को देश के युवाओं को तबाह करने की साजिश बताते हुए ट्विटर पर #BJPDrugGate ट्रेंड कराना शुरू कर दिया है।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा गांधी ने गुजरात के अडानी पोर्ट पर सिलसिलेवार हो रही हीरोइन बरामदगी का जिक्र अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर ट्वीट करते हुए लिखा है कि गुजरात में एक ही पोर्ट से 3 बार लगभग 22000 करोड़ का ड्रग्स बरामद हुआ, लेकिन मीडिया में चुप्पी और सरकार में सुस्ती है। इसको लेकर सरकार की सारी एजेंसियां भी सन्नाटे में हैं। प्रियंका ने लिखा है कि भाजपा सरकार की नाक के नीचे से माफिया पूरे देश में ड्रग्स बांट रहे हैं, लेकिन इस मामले में कानून व्यवस्था असहाय है या उसकी ड्रग्स माफिया से मिलीभगत है?

वहीं राहुल गांधी ने भी मोदी सरकार और गोदी मीडिया पर हमलावर होते हुए ट्वीट किया है, ' गुजरात के मुंद्रा पोर्ट पर बरामद ड्रग्स Sep 21 3000 Kg ₹21000 करोड़, May 22 56 Kg ₹500 करोड़, July 22 75 Kg ₹375 करोड़...डबल इंजन सरकार में बैठे कौन लोग हैं जो लगातार ड्रग्स-शराब माफिया को संरक्षण दे रहे हैं? गुजरात के युवाओं को नशे में क्यों धकेला जा रहा है?*

दूसरी तरफ कांग्रेस नेत्री अलका लांबा ने भी गुजरात के इस पोर्ट से लगातार बरामद हो रही हीरोइन पर सवाल उठाते हुए कहा है कि गांधी और पटेल की धरती गुजरात को ड्राई स्टेट का दर्जा मिला हुआ है, लेकिन इसी ड्राई स्टेट में अवैध शराब का दो सौ करोड़ रुपए का कारोबार चल रहा है। हाल ही में इसी अवैध शराब की वजह से चालीस लोगों की मौत हो चुकी है। दूसरी तरफ गुजरात के अडानी पोर्ट से भारी मात्रा में हीरोइन और कोकीन जैसे खतरनाक नशों की खेप बरामद हो रही है। देश के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री भी इस समय इसी गुजरात से हैं। उन्हें देश को संसद के माध्यम से बताना चाहिए कि बेरोजगारी के चलते हताश और निराश हो रहे युवाओं को नशे के कुचक्र में धकेलने के लिए नशे की यह खेप देश में किसके माध्यम से आ रही है। इसमें किसका पैसा लगा है और सरकार इसकी सप्लाई रोकने में क्यों असहाय महसूस कर रही है? लांबा ने कहा कि वर्तमान में देश में संसद का सत्र चल रहा है। सरकार देश के सामने इस काले कारोबार की सारी सच्चाई सामने रखे।

यहां बता दे कि गुजरात का यह अडानी पोर्ट देश में लंबे समय से ड्रग्स सप्लाई का मुख्य केंद्र बना हुआ है। बीते साल सितंबर माह में भी इस पोर्ट से बड़ी मात्रा में नशे की खेप पकड़ी गई थी। तब पोर्ट की ओर से अफगानिस्तान, पाकिस्तान और ईरान से आने वाले कार्गो को पोर्ट द्वारा प्रतिबंधित कर दिया गया था।


एनआईए द्वारा गुजरात के मुद्रा बंदरगाह से जब्त 2,988 किलो हेरोइन के इस मामले की जांच के लिए ईडी का भी दखल हुआ था। इस बरामदगी को उस समय भारत में हुई सबसे बड़ी ड्रग्स बरामदगी बताया गया था। इसका मूल्य कीमत 21 हजार करोड़ रुपये आंका गया था। इस बरामदगी के बाद अडानी पोर्ट ने जहां कई देशों के कार्गो को अपने यहां प्रतिबंधित किया था तो वहीं उसे मीडिया स्टेटमेंट जारी करके सफाई देने पर भी मजबूर होना पड़ा था। इस मीडिया स्टेटमेंट में अडानी पोर्ट का कहना था कि वह केवल पोर्ट का संचालन करता है। आने वाले किसी भी कार्गो की वह पुलिस की तरह जांच नहीं कर सकता है।

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