इमरजेंसी में जब अण्डरग्राउण्ड रहा तब बचने के लिए सिख बन गया था- पंजाब चुनाव के लिए सिख बने मोदी ने और क्या कहा?

Punjab Election: गुजरात का होने के नाते मैं यह कहना चाहता हूं कि मेरा आपके साथ खून का रिश्ता है। क्योंकि गुरु गोविंद सिंह जी के पंज प्यारों में से एक गुजरात से भी थे...'

Update: 2022-02-19 02:39 GMT

(पंजाब चुनाव के मद्देनजर पीएम मोदी ने सिखों के एक दल से की मुलाकात)

New Delhi: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) जहां कहीं भी जाते हैं या कुछ विशेष होता है तो उससे अपना जुड़ाव बताना नहीं भूलते। उनकी यही स्टाइल उन्हें दुनिया का सबसे बड़ा नेता बनाती है, जैसा कि उनके भक्त उन्हें संज्ञा देते हैं। पीएम मोदी ने 18 फरवरी को राजधानी दिल्ली में अपने सरकारी आवास '7 लोक कल्याण मार्ग' पर कुछ वरिष्ठ सिख नेताओं (Sikh Community) से मुलाकात की।

इस मुलाकात के दौरान हुई बातचीत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिख नेताओं (Sikh Leaders) से कहा कि भारत का जन्म 1947 में नहीं हुआ। आपको बता दें कि 20 फरवरी को पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 के लिए मतदान होना है। जिसके लिए तमाम रस्साकसी और स्टंट किए जा रहे हैं। 

इमरजेंसी में सिख का गेटअप  

पीएमओ की ओर से जारी एक वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते सुनाई पड़ रहे हैं, 'यह देश कोई 1947 में पैदा थोड़े ही हुआ है जी…हमारे गुरुओं ने कितनी तपस्या की है…हमने इमरजेंसी ऑपरेशन के समय बहुत पीड़ाएं सहीं। उस दौरान पंजाब में इमरजेंसी के खिलाफ सत्याग्रह हुआ करते थे। मैं उस समय अंडरग्राउंड रहता था। मैं अपनी पहचान छिपाने के लिए एक सिख का भेष बनाकर रहता था। मैं पगड़ी पहना करता था।'

दूरबीन से देखता था करतारपुर

सिख नेताओं से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, '1947 में जब देश का विभाजन हुआ तो कांग्रेस करतारपुर साहिब गुरुद्वारे को भारत के पास रखने में असफल रही। अब करतारपुर साहिब गुरुद्वारा पंजाब से सिर्फ 6 किलोमीटर दूर, पाकिस्तान में पड़ता है। मैंने कूटनीतिक रास्ते से करतारपुर कॉरिडोर के लिए बात शुरू की। जब मैं पंजाब में रहा करता था तो दूरबीन से करतारपुर साहिब गुरुद्वारे को देखा करता था। उस समय मैं सोचा करता था कि हमें कुछ करना होगा।'

सिखों से मेरा खून का रिश्ता

पीएम मोदी ने कहा, 'गुरुओं की कृपा से हम यह पवित्र काम कर पाए। जो काम हमने इतने छोटे समय में कर लिया यह बिना श्रद्धा के संभव नहीं था।' इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अफगानिस्तान से सम्मानपूर्वक गुरु ग्रंथ साहेब को भारत वापस लाए जाने का जिक्र भी किया। उन्होंने कहा, 'हमने एक विशेष विमान का इंतजाम किया। मैंने अपने मंत्री को गुरु ग्रंथ साहेब को सम्मान के साथ भारत वापस लाने को कहा। गुजरात का होने के नाते मैं यह कहना चाहता हूं कि मेरा आपके साथ खून का रिश्ता है। क्योंकि गुरु गोविंद सिंह जी के पंज प्यारों में से एक गुजरात से भी थे।'

अहम मानी जा रही मुलाकात  

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली में स्थित आवास में हुई इस मुलाकात को राजनीतिक नजरिए से बेहद अहम माना जा रहा है। बता दें कि 20 फरवरी को पंजाब में चुनाव होने हैं। बीजेपी ने इस बार पंजाब लोक कांग्रेस और अकाली दल के सुखदेव सिंह ढींढसा धड़े के साथ गठबंधन किया है।

मुलाकात में ये लोग रहे शामिल

बताया जा रहा की इस मुलाकात में आनंदपुर साहिब में कार सेवा के जत्थेदार बाबा साहिब सिंह, भेनी साहिब के सुरिंदर सिंह नामधारी दरबार, शिरोमणि अकाली बुद्ध दल के बाबा जस्सा सिंह, दमदामी टकसाल के हरभजन सिंह और तख्त श्री पटना साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रणजीत सिंह भी मुख्य रूप से बैठक में शामिल हुए।

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