उपमुख्यमंत्री की कुर्सी छिनने के बाद अब GST काउंसिल से भी बाहर हुए सुशील मोदी
साल 2011 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने तब बिहार के डिप्युटी सीएम रहे सुशील कुमार मोदी को जीएसटी के लिए बनी टीम में पहली बार जगह दी थी....
जनज्वार डेस्क। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के कद्दावर नेता सुशील मोदी को एक और बड़ा झटका लगा है। दरअसल उन्हें जीएसटी काउंसिल से भी बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। उनके स्थान पर जीएसटी काउंसिल में तारकिशोर प्रसाद को जगह दी गयी है।
बता दें कि साल 2011 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने तब बिहार के डिप्युटी सीएम रहे सुशील कुमार मोदी को जीएसटी के लिए बनी टीम में पहली बार जगह दी थी। राज्यों की अधिकार प्राप्त समिति का अध्यक्ष बनाया था।
उसके बाद सुशील मोदी की अगुवाई में ही जीएसटी कानून की ड्राफ्टिंग हुई। 2013 में नीतीश कुमार से गठबंधन टूटा तो सुशील मोदी ने भी जीएसटी काउंसिल की इम्पावर्ड कमेटी से इस्तीफा दे दिया।
उस समय मोदी ने बताया था कि कानून बनाने का काम लगभग पूरा हो गया है। अब सिर्फ वस्तुओं और सेवाओं को किस टैक्स स्लैब में रखना है, यह बच गया है।
एक जुलाई 2017 से जीएसटी प्रणाली देशभर में लागू हो गई। बिहार में भी नीतीश कुमार से बात बन गई। सुशील मोदी की जीएसटी काउंसिल में वापसी हो गई। इंटीग्रेटेड जीएसटी पर बने राज्यों के 7 सदस्यीय ग्रुप आफ मिनिस्टर्स (GoM) का अध्यक्ष बनाया गया।
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले 5 अक्टूबर 2020 को जीएसटी काउंसिल की 42वीं बैठक हुई थी। जिसमें सुशील मोदी दमखम के साथ मौजूद थे।
43वीं बैठक 28 मई 2021 को हुई, जिसमें सुशील मोदी की जगह तारकिशोर प्रसाद ने ले ली। मतलब तारकिशोर प्रसाद ने सुशील मोदी से पहले डिप्युटी सीएम की कुर्सी छीनी और अब जीएसटी से भी बेदखल कर दिया।