बंगाल में ममता बनर्जी ने बंद किए आरएसएस के 125 स्कूल, क्या यह खबर सही है?

बंगाल में ममता बनर्जी की जीत के बाद लगातार देश में सांप्रदायिकता फैलाने वाली दंगाई मीडिया और सोशल साइट्स पर सक्रिय हैं...

Update: 2021-05-07 15:25 GMT

जनज्वार डेस्क। हाल में हुए विधानसभा चुनाव में जीत के बाद सत्ता में आने पर तृणमूल कांग्रेस को संगठित दुष्प्रचार के साथ सोशल मीडिया पर निशाना बनाया जा रहा है। चुनाव परिणामों की घोषणा के बाद राज्य हिंसा की जद में आ गया था, जिस कारण कम से कम 14 लोगों की मौत हो गयी। दोनों पार्टियों टीएमसी और भाजपा ने अपने कार्यकर्ताओं के मारे जाने का दावा किया। हिंसा ने भाजपा के सदस्यों और समर्थकों द्वारा प्रचारित झूठी खबरों को भी हवा दे दी है।

भाजपा समर्थक संजय दीक्षित ने एक ट्वीट का स्क्रीनशॉट पोस्ट किया जिसमें रिपब्लिक टीवी के प्रसारण का एक हिस्सा साझा किया गया, जिसमें बताया गया है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में 125 आरएसएस स्कूलों को बंद कर दिया है। समाचार को हाल की घटना बताकर पोस्ट किया गया है।

विश्ववाणी दैनिक के मुख्य संपादक विश्वेश्वर भट ने भी रिपब्लिक टीवी के प्रसारण का एक स्क्रीनशॉट शेयर किया। यह उल्लेखनीय है कि प्रसारण प्रसारित होने के बाद स्क्रीनशॉट में तारीख का जिक्र नहीं हैं।

बीजेपी यूपी एमएलसी सरोजनी अग्रवाल ने भी इस दावे को आगे बढ़ाया कि टीएमसी सरकार ने हाल ही में राज्य में 125 आरएसएस स्कूलों पर प्रतिबंध लगा दिया है। हालांकि उन्होंने ये दावा बिना किसी समाचार रिपोर्ट के किया।

इसके अलावा कई भाजपा समर्थकों ने अपने ट्वीट में यही दावा किया है। भाजपा समर्थकों में पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ, संदीप देव, अभिषेक कुमार कुशवाहा ने यही बात को दोहराते हुए ट्वीट किया। उनके ट्वीट को हजारों यूजर्स लाइक्स और शेयर कर चुके हैं। ट्विटर पर यह दावा व्यापक रूप से फैला हुआ है।

 संदीप देव ने भी इसी दावे को आगे बढ़ाते हुए दो ट्वीट किए। एक ट्वीट में उन्होंने लिखा बंगाल में आरएसएस ने 125 स्कूलों पर ममता बनर्जी ने लगाया बैन। सत्ता की हनक इसको कहते हैं। जबकि दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा तब तीन सौ स्कूल बंद किया था। आज यह खबर रिपब्लिक पर थी। 


सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर भी इसी टेक्सट को वायरल किया जा रहा है- ' बंगाल में RSS के 125 स्कूलों पर ममता बनर्जी ने लगाया बैन।'


अगर कहानी की सच्चाई क्या है, यह जानने के सबसे पहले गूगल पर क्लिक करें। यह हमें बताएगा कि ये खबर तीन साल पुरानी है जिसे रिपब्लिक टीवी ने प्रसारित किया था। इस खबर को ममता के तीसरे बार सत्ता में आने के बाद उठाए गए कदमों से जोड़कर वायरल कराया जा रहा है। 

Full View

प्रसारण का स्क्रीनशॉट क्रॉप की गई तारीख के साथ शेयर किया गया था। नीचे कोलाज वायरल फ्रेम दिखाता है।


20 फरवरी 2018 को विधानसभा में राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने हिंदुस्तान टाइम्स (एचटी) को बताया, 'राज्य सरकार ने आरएसएस से प्रेरित लगभग 493 स्कूलों के बारे में जानकारी प्राप्त की है। इनमें से 125 सरकार से अनापत्ति प्रमाण पत्र के बिना चल रहे हैं। हमने इन स्कूल प्राधिकारियों से पहले ही पूछ लिया है कि कोई और संचालन नहीं कर पाएगा। शेष स्कूलों के खिलाफ जांच जारी है।' यह खबर फर्स्टपोस्ट ने भी प्रकाशित की थी। 


एचटी ने आगे कहा कि मंत्री ने विधानसभा के बाहर पत्रकारों से कहा, 'आरएसएस से हो या आरएसएस नहीं, स्कूलों को कुछ मानदंडों का पालन करना होगा जिसमें लाठी चलाना सिखाया नहीं जा सकता। हम प्रत्येक मामले को देख रहे हैं जो हमारे संज्ञान में लाया जा रहा है।'

लाइवमिंट ने बताया कि चटर्जी ने कहा कि राज्य स्कूलों को हिंसा सिखाने की अनुमति नहीं देंगे और उन्होंने यह भी दावा किया कि आरएसएस समर्थित कुछ स्कूल छात्रों को धार्मिक असहिष्णुता सिखा रहे थे।

Tags:    

Similar News