गुजरात उपचुनाव में 18 फीसदी दागी और 25 फीसदी करोड़पति उम्मीदवार, ADR की रिपोर्ट में खुलासा

एडीआर ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि 80 उम्मीदवारों में से 20 उम्मीदवार (25 फीसदी) करोड़पति हैं। अगर प्रति उम्मीदवार के लिहाज से देखें तो उनकी औसत संपत्ति 1.16 करोड़ रुपये हैं।

Update: 2020-10-30 11:11 GMT

नई दिल्ली। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने अब गुजरात विधानसभा उपचुनाव के दागी उम्मीदवारों को लेकर खुलासा किया है। एडीआर ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि गुजरात विधानसभा की 8 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में करीब 18 फीसदी उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ लंबित आपराधिक मामलों की सूचना दी है। रिपोर्ट के मुताबिक, 80 में से 14 उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले घोषित किए गए हैं जिनमें से 7 के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले लंबित हैं।

एडीआर ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि भारतीय आदिवासी पार्टी के 2 उम्मीदवारों में से एक, भाजपा के 8 उम्मीदवारों में से 3, कांग्रेस के 8 उम्मीदवारों में से 2 और 53 निर्दलीय उम्मीदवारों में से 8 के खिलाफ आपराधिक मामले लंबित हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक गंभीर आपराधिक मामलों का सामना करने वालों में भारतीय आदिवासी पार्टी के दो उम्मीदवारों में से एक, भाजपा आठ उम्मीदवारों में से 2 और 53 निर्दलीय उम्मीदवारों में से 4 शामिल हैं।

रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि दो उम्मीदवारों के खिलाफ हत्या का प्रयास संबंधी मामले लंबित हैं। 8 निर्वाचन क्षेत्रों में से 2 को रेड अलर्ट निर्वाचन क्षेत्र हैं जहां से तीन से अधिक चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं।

एडीआर के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का उम्मीदवारों के चयन में राजनीतिक दलों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है क्योंकि उन्होंने फिर से लंबित आपराधिक मामलों वाले लगभग 18 फीसदी उम्मीदवारों को टिकट देने की अपनी पुरानी प्रथा का पालन किया है। गुजरात उपचुनाव में लड़ने वाले सभी प्रमुख दलों ने 25 से 38 फीसदी ऐसे उम्मीदवारों को टिकट दिया है।

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एडीआर ने अपनी रिपोर्ट में करोड़पति उम्मीदवारों का भी विवरण साझा किया है जिसमें बताया गया है कि 80 उम्मीदवारों में से 20 उम्मीदवार (25 फीसदी) करोड़पति हैं। अगर प्रति उम्मीदवार के लिहाज से देखें तो उनकी औसत संपत्ति 1.16 करोड़ रुपये हैं।

इन करोड़पति उम्मीदवारों में से 8 कांग्रेसी उम्मीदवारों के पास प्रति उम्मीदवार औसत 4.38 करोड़ की संपत्ति है। जबकि भाजपा के 8 उम्मीदवारों के पास 2.52 करोड़, दो भारतीय आदिवासी पार्टी के उम्मीदवारों के पास 17.85 लाख और 53 निर्दलीय उम्मीदवारों के पास 70.52 लाख औसत संपत्ति है।

रिपोर्ट के मुताबिक सबसे अधिक संपत्ति घोषित करने वाले तीन शीर्ष उम्मीदवारों की बात करें तो इसमें अमरेली जिले के धारी से निर्दलीय उम्मीदवार थुमर पीयूष कुमार बाबू भाई सबसे ऊपर हैं, जिन्होंने अपनी 14 करोड़ की संपत्ति की सूचना हलफनामे में उपलब्ध कराई है। 

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