Gujarat : हार्दिक पटेल ने अटकलों को दिया विराम, 2 जून को ज्वाइन करेंगे BJP, कांग्रेस की राह में बनेंगे रोड़ा
Gujrat : हार्दिक पटेल द्वारा गुजरात कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद से ही सियासी गलियारों में अटकलें लगाई जा रही थी कि वह भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
Gujrat : गुजरात विधानसभा चुनाव तैयारियों के बीच कांग्रेस ( Congress ) की मुश्किलें पहले से ज्यादा बढ़ती दिख रही है। गुजरात कांग्रेस ( Gujrat Congress ) के कार्यकारी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद अब पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ( Hardik patel ) 2 जून को भारतीय जनता पार्टी ( BJP ) ज्वाइन करने की घोषणा की है। इसी के साथ हार्दिक ने खुद को लेकर जारी अटकलों पर भी विराम लगा दिया है। न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी से त्यागपत्र दे दिया था और उसके बाद से ही अटकले लगाईं जा रही थीं कि वो भाजपा ज्वाइन करेंगे।
ताजा अपडेट यह है कि हार्दिक पटेल ( Hardik Patel ) गुजरात भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष सीआर पाटिल की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ग्रहण करेंगे। उनके साथ-साथ 15 हजार कार्यकर्ता भी भाजपा ( BJP ) में शामिल होंगे।
भाजपा ने नहीं की है इसकी पुष्टि
दरअसल, हार्दिक पटेल ( Hardik Patel ) द्वारा गुजरात कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद से ही उनको लेकर सियासी गलियारों में लंबे समय से अटकलें लगाई जा रही हैं कि वह भाजपा में शामिल होंगे। मंगलवार को उन्होंने खुद इस बात पर विराम लगा दिया है। भाजपा की ओर से अभी तक इस बारे में आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। दूसरी तरफ पाटीदार आंदोलन के दौरान उनके खिलाफ चल रहे मामले को लेकर हार्दिक को कोर्ट ने राहत दी थी। ऐसे में हार्दिक के चुनाव लड़ने का रास्ता भी साफ हो गया है।
कांग्रेस पर जमकर साधा निशाना
गुजरात ( Gujrat ) में पाटीदार आंदोलन ( Patidar Andolan ) के बाद हार्दिक पटेल ( Hardik Patel ) कांग्रेस ( Congress ) में शामिल हो गए थे लेकिन पार्टी की कार्यशैली से खुश नहीं थे। उनका कहना था कि कांग्रेस में रहते हुए उनको फैसले लेने की स्वतंत्रता और अधिकार नहीं मिली थी। इसके चलते उन्होंने पार्टी से नाराज होकर 18 मई 2022 को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। पार्टी छोड़ने से पहले उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गाँधी और पार्टी का निशाना साधते हुए कहा था कि अयोध्या में प्रभु राम का मंदिर हो, नागरिकता कानून-एनआरसी का मुद्दा हो, जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाना हो या जीएसटी लागू करने का फैसला, देश लंबे समय से इनका समाधान चाहता था, लेकिन कांग्रेस पार्टी इसमें रोड़ा बनने का काम करती रही।
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