'हमारे देश की संस्कृति ये नहीं',मनोज तिवारी ने कंगना रनौत को दी मर्यादा में रहने की सलाह

निजी विचारों को इतना बेबाक नहीं रखना चाहिए कि वो किसी पर प्रत्यक्ष रूप से हिट करे। कई बार भावनाओं पर काबू भी रखना पड़ता है।

Update: 2022-02-09 11:44 GMT

मनोज तिवारी और कंगना रनौत। 

जनज्वार डेस्क। बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ( Kangana Ranaut ) अपने बेबाक बयानों और ट्विट की वजह से आये दिन सुर्खियों में रहती हैं। अपने आक्रामक और विवादित बयानों की वजह से वह कई बार मुश्किलों में भी फंस चुकी हैं। कंगना की इस स्पष्टवादिता पर भारतीय जनता पार्टी के सांसद और गायक मनोज तिवारी ( Manoj Tiwari ) ने अपनी राय जाहिर की है। मनोज तिवारी ने कंगना को कुछ सलाह देते हुए उनके कुछ व्यवहार को गलत भी बताया है।

भावनाओं पर काबू रखना जरूरी

गायक और राजनेता मनोज तिवारी का कहना है कि एक आर्टिस्ट होने के नाते भाषा की मर्यादा होनी चाहिए। फिर एक कलाकार का भाषा की मर्यादा में रहना उसका धर्म भी होता है। अगर आप राजनीति में आ जाएं तो बात अलग है। इसलिए निजी विचारों को इतना बेबाक नहीं रखना चाहिए कि वो किसी पर प्रत्यक्ष रूप से हिट करे। कई बार भावनाओं पर काबू भी रखना पड़ता है।

उद्धव सरकार के प्रति रवैया सख्त था

मनोज तिवारी कहते हैं कि एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत बाद उन्होंने जो बातें कीं वह समझ आती थी लेकिन महाराष्ट्र सरकार के प्रति उनका जो रवैया था वह काफी सख्त था, जिसे सही नहीं ठहराया जा सकता है। उन्हें कुछ शासकीय मर्यादाओं का पालन करना चाहिए। इसका मतलब यह नहीं है कि आप अपनी बात ही न रखें। लेकिन ऐसा करते हुए किसी का अनादर से नाम नहीं लेना चाहिए। हमारे देश की परंपरा और संस्कृति में यही है।

विरोध कीजिए, मर्यादा में रहकर

अगर कोई मुख्यमंत्री के पद पर है तो उसे सम्मान देना आवश्यक है। सीएम पद की अपनी अलग गरिमा होती है। कोई प्रधानमंत्री के पद पर है तो उनके साथ भी ऐसा है। आप संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों का विरोध कीजिए लेकिन आपकी भाषा मर्यादित होनी चाहिए। कभी कभान कंगना रनौत भाषाई मर्यादा को खो देती हैं।

बता दें कि कंगना रनौत जल्द ही एकता कपूर के शो 'लॉक अप' ( Lock Up ) को बहुत जल्द होस्ट करने वाली हैं। वहीं उनकी फिल्में 'धाकड़' और 'तेजस' भी जल्द ही रिलीज होने वाली हैं।

Tags:    

Similar News