Hijab controversy : कर्नाटक के शिवमोगा में तनाव, 2 दिनों के लिए स्कूल-कॉलेज बंद, गृह मंत्री के बयान से मिल सकता है विवाद को और तूल
Hijab controversy : गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने बीती रात बजरंग दल के कार्यकर्ता हर्षा की हत्या के बाद जारी बयान में कहा है कि चार से पांच युवकों के समूह ने उसकी हत्या की है। मुझे नहीं पता कि इस हत्या के पीछे किसी संगठन का हाथ है।
Hijab controversy : कर्नाटक के शिवमोगा में बीती रात बजरंग दल के एक कार्यकर्ता की मौत के बाद से हिजाब विवाद ( Hijab row ) में नया मोड़ आ गया है। हत्या की घटना के बाद से तनाव की स्थिति को देखते हुए शिवमोगा जिले में धारा 144 लागू कर दिया गया है। साथ ही पुलिस को सतर्क रहने को कहा गया है। दूसरी तरफ कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ( Home Minister Araga Jnanendra ) की ओर से इस मुद्दे पर जारी ताजा बयान दिया से हिजाब विवाद को और ज्यादा तूल मिल सकता है। असदुद्दीन ओवैसी पहले ही इस मुद्दे पर पहले ही पीछे नहीं हटने की कर चुके हैं।
गृह मंत्री ने क्या कहा
कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने बीती रात बजरंग दल के कार्यकर्ता हर्षा की हत्या के बाद जारी बयान में कहा है कि चार से पांच युवकों के समूह ने उसकी हत्या की है। मुझे नहीं पता कि इस हत्या के पीछे किसी संगठन का हाथ है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हत्या की वजह की हिजाब के एंगल से भी जांच होगी। शिवमोग्गा में कानून-व्यवस्था की स्थिति नियंत्रण में एहतियात के तौर पर शहर की सीमा में स्कूल और कॉलेज दो दिनों के लिए बंद कर दिए गए हैं। इसके अलावा, गृह मंत्री ने कहा कि कुछ सांप्रदायिक ताकतें देश को अस्थिर करना चाहती हैं। इस साजिश में स्कूल और कॉलेज के छात्रों को भी जोड़ा जा रहा है।
कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र के बयान में दो बातें शामिल हैं। पहली बात की उन्होंने चार से पांच लोगों के समूह और किसी न किसी संगठन का हाथ होने का संकेत दिया है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि हर्षा की हत्या के पीछे किसी संगठन का हाथ हो सकता है? हालांकि, गृह मंत्री ने किसी संगठन का नाम नहीं लिया है।
फेसबुक पोस्ट में हर्षा ने किया था हिजाब का विरोध
दरअसल, शिवमोगा जिले में 26 साल के बजरंग दल कार्यकर्ता की हत्या होने के बाद तनाव की स्थिति है। कार्यकर्ता की हत्या को हिजाब विवाद से जोडकर देखा जा रहा है। हिजाब से जोड़ने के पीछे तर्क यह दिया जा रहा है कि बजरंग दल का कार्यकर्ता है। उसने हाल ही में अपने फेसबुक प्रोफाइल पर हिजाब के खिलाफ और भगवा शॉल के समर्थन में पोस्ट लिखी थी। शिवमोगा पुलिस ने भी माना है कि इस हत्या को हिजाब विवाद से भी जोड़कर देखा जा रहा है। फिलहाल, इस घटना की जांच जारी है।
आज आ सकता है हाईकोर्ट का फैसला
Hijab controversy : बता दें कि हिजाब विवाद अक्टूबर 2021 में कर्नाटक के उडुपी से शुरू होकर अब पूरे देश में फैल चुका है। सोशल मीडिया से लेकर सड़क तक, कई बड़े नेता से लेकर आम जनता तक, इस विवाद पर अपनी राय रख रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ हिजाब विवाद के शुरू होने के साथ बजरंग दल भी इस मामले में काफी एक्टिव हो गया है। बजरंग दल लगातार सोशल मीडिया समेत सभी जगह शिक्षण संस्थानों में हिजाब न पहनने का समर्थन कर रहा हैं। ऐसे में हर्षा की लिखी पोस्ट और इस घटना को आपस में जोड़ा जा रहा है। दूसरी तरफ सोमवार को कर्नाटक हाईकोर्ट में इस मुद्दे पर सुनवाई होनी है। इस बात की संभावना है कि हाईकोर्ट आज अपना फैसला दे दे।