Himanta Biswa Sarma : मदरसों पर असम के CM हिमंत बिस्वा सरमा ने फिर उगली आग - 'मदरसे आतंक का हब, यहां पढ़ाई के बदले आतंकियों की ट्रेनिंग हो रही'
Himanta Biswa Sarma : हिमंत बिस्वा सरमा के शिक्षामंत्री रहते ही असम सरकार ने 2020 में असम के मदरसों को अनुदान न देने का फैसला किया था। राज्य द्वारा दिये जाने वाले सरकारी अनुदान की राशि न मिलने पर राज्य में लगभग 800 मदरसे बंद हो चुके हैं....
Himanta Biswa Sarma : भाजपाई नेता मुस्लिम धर्म के खिलाफ जब तब आग उगलते रहते हैं, ऐसा करने वालों में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा प्रथम पंक्ति में खड़े हैं। एक बार फिर उन्होंने मुस्लिमों के खिलाफ जहर उगला है, कहा है कि मदरसे आतंक का हब होते हैं, जहां पढ़ाई के बदले आतंकियों की ट्रेनिंग होती है।' साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया कि उनकी सरकार ने असम में अब तक ऐसे दो मदरसों को गिरा दिया है।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले असम के बरपेटा जनपद में में एक मदरसे को ढहाया गया था। पुलिस ने मदरसा ढहाये जाने की सफाई देते हुए कहा था कि यह निजी मदरसा सरकारी जमीन पर बना था, जहां आतंकियों को ट्रेनिंग दी जा रही थी। पुलिस ने यह भी दावा किया कि यहां आतंकी ट्रेनिंग देने वाले दो आरोपियों को उसने गिरफ्तार भी किया है। इसी के बाद सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने दावा किया कि जांच में पता चला है, मदरसे में अल कायदा का ट्रेनिंग कैंप चल रहा था। यहां पढ़ाई.लिखाई नहीं होती थी।
गौरतलब है कि वर्ष 2020 में ही असम में मदरसों का सरकारी अनुदान देना बंद किया जा चुका है। हिमंत बिस्वा सरमा के शिक्षामंत्री रहते ही असम सरकार ने 2020 में असम के मदरसों को अनुदान न देने का फैसला किया था। राज्य द्वारा दिये जाने वाले सरकारी अनुदान की राशि न मिलने पर राज्य में लगभग 800 मदरसे बंद हो चुके हैं, जबकि तकरीबन 1000 मदरसे अभी भी चल रहे हैं, जिनका संचालन ऑल असम तंजीम मदारिस कौमिया द्वारा किया जाता है।
मुस्लिम धर्म के प्रति मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा विशेष रूप से पूर्वाग्रही माने जाते हैं। 23 मई को राजधानी दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने विवादास्पद बयान दिया था कि देश में में जब तक मदरसे रहेंगे, तब तक बच्चे इंजीनियर और डॉक्टर बनने के बारे में सोच भी नहीं सकते।अगर आप बच्चों को धर्म से जुड़ी शिक्षा देना चाहते हैं तो घर पर दें, उसके लिए मदरसे का होना बिल्कुल भी जरूरी नहीं है।'
गौरतलब है कि साल 2015 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आने वाले सरमा राहुल गांधी पर भी विवादास्पद टिप्पणी कर चुके हैं। उन्होंने राहुल गांधी की तुलना असम के उल्फा उग्रवादियों से की थी। साथ ही राहुल गांधी पर आरोप लगाया है कि वो उल्फा उग्रवादियों को भड़का रहे हैं। सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने आरएसएस की साप्ताहिक पत्रिकाओं ऑर्गनाइजर एवं पांचजन्य के 75 साल पूरा होने के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में ये बात कही थी। सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि कांग्रेस में गांधी परिवार के अलावा कुछ नहीं है, जबकि भाजपा में हम देश को पहले रखते हैं लेकिन अगर आप जाकर गांधी परिवार से कहते हैं कि भारत आपसे बड़ा हैए तो आप कांग्रेस में अपना पद खो देंगे।