अर्नब अगर डर से नहीं बोल रहे तो मेरे पास आकर खड़े हो जाएं, डर निकल जाएगा लेकिन कूदने-फांदने नहीं दूंगा: रवीश कुमार
रवीश कुमार का ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसे वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण समेत कई जानी-मानी हस्तियों ने शेयर किया है। इस वीडियो पर कई लोगों ने अर्नब गोस्वामी को घेरा है तो कई उनके पक्ष में खड़े नजर आ रहे हैं....
जनज्वार। एनडीटीवी से जुड़े पत्रकार रवीश कुमार ने टीआरपी समेत कई अन्य मामलों में फंसे रिपब्लिक के अर्नब गोस्वामी से अपने एक शो में कहा है कि अर्नब अगर डर से नहीं बोल रहे हैं तो मेरे पास आकर खड़े हो जाएं। उनका डर निकल जाएगा, लेकिन हां, कूदने-फांदने नहीं दूंगा।'
रवीश कुमार का ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसे वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण समेत कई जानी-मानी हस्तियों ने शेयर किया है। इस वीडियो पर कई लोगों ने अर्नब गोस्वामी को घेरा है तो कई उनके पक्ष में खड़े नजर आ रहे हैं। कई ट्वीटर यूजर्स ने रवीश कुमार को ही कटघरे में खड़ा कर दिया है।
किरोरी धानावत ने ट्वीट किया है, जल्द ही रवीश आम आदमी पार्टी में शामिल होंगे और अगली बार जब यह मौका होगा आम आदमी पार्टीबिहार में 125़ सीटें जीतेगी, आल द बेस्ट।
स्पाइडर मैन नाम के ट्वीटर यूजर ने लिखा है, 'हमारा देश का कानून इन लोगों पर कैसे भरोसा कर लेता है जो न्यूज़ पर बैठकर झूठी न्यूज़ फैलाते हैं आप तो इन लोगों को छोड़ देना चाहिए जब जो लोग जेल में बंद है।'
राकेश राठौर ने ट्वीट किया है, 'अर्नब का खौफ ही नहीं, रवीश के बगल में खड़े होने से उसके पप्पा का डर भी दूर हो जाता, जिसने 7 साल तक असली पत्रकार का सामना करने की हिम्मत नहीं जुटाई।'
एनडीटीवी में प्रकाशित अपनी एक टिप्पणी में रवीश कुमार ने लिखा है, 'अर्णब गोस्वामी के व्हाट्स एप चैट में ज़्यादा गंभीर मामला TRP को लेकर है. किस तरह से वे एक रेटिंग एजेंसी के भीतर घुसपैठ करते हैं. जो जानकारी गुप्त है उसे हासिल करते हैं। उस रेटिंग एजेंसी का CEO उनसे प्रधानमंत्री कार्यालय में मीडिया सलाहकार का पद दिलाने का कहता है। अर्णब उसे सूचना प्रसारण मंत्री से मिलाने की बात करते हैं।'
'टेलीकॉम सेक्टर में सारी कंपनियों को बिज़नेस का एक समान अवसर मिले इसे देखने के लिए एक नियामक संस्था है TRAI, इसे लेकर भी दोनों बात कर रहे हैं। अर्णब और पार्थो कह रहे हैं कि TRAI मैनेज करना है. इसी सबको लेकर मुंबई पुलिस जाँच कर रही है लेकिन उसकी जाँच कभी मंज़िल पर नहीं पहुँचेगी। क्योंकि इस चैट में TRP को लेकर जिस तरह के अनैतिक खेल की बात हो रही है उसमें तो कई सूचना प्रसारण मंत्री और प्रधानमंत्री का भी ज़िक्र आ रहा है। यही कारण है कि बाक़ी चैनल चुप हैं, क्योंकि बोलेंगे तो इस घोटाले में मोदी सरकार का नाम बार बार आएगा और उनमें ऐसा करने की हिम्म्त नहीं है।'
'इसीलिए मैं कहता हूँ कि गोदी मीडिया के ज़रिए भारत के लोकतंत्र की हत्या की जा चुकी है और आप इस हत्या के मूक दर्शक हैं. गवाह हैं. फिर भी चुप हैं. आप भी अर्णब की तरह भारत माता की जय बोलने का नैतिक अधिकार खो चुके हैं।' किसी नेता या एंकर की कपट पर पर्दा डालने के लिए भारत माता की जय मत बोलिए. सत्य को सामने लाने के लिए भारत माता की जय बोलिए।