चार्ज लेते ही IPS अधिकारी मोहसिन ने पूर्व सांसद अकबर अहमद डम्पी के खिलाफ दर्ज कराया मुकदमा, वक्फ बोर्ड की संपत्तियां कब्जाने का मामला
IPS अधिकारी मुख्तार मोहसिन ने उत्तराखंड वक्फ बोर्ड में मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) का चार्ज संभालते ही आजमगढ़ यूपी के पूर्व बाहुबली सांसद सहित 7 लोगों के खिलाफ वक्फ बोर्ड की संपत्तियां को खुर्द-बुर्द करने के मामले में भवाली में मुकदमा दर्ज करवा दिया है...
Akbar Ahmad Dumpy : आईपीएस अधिकारी मुख्तार मोहसिन ने उत्तराखंड वक्फ बोर्ड में मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) का चार्ज संभालते ही आजमगढ़ यूपी के पूर्व बाहुबली सांसद सहित सात लोगों के खिलाफ वक्फ बोर्ड की संपत्तियां को खुर्द-बुर्द करने के मामले में भवाली में मुकदमा दर्ज करवा दिया है। इन लोगों के खिलाफ जिन गंभीर एक दर्जन धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है, उसके चलते यदि इन्हें सक्षम न्यायालय से राहत नहीं मिली तो इनके ऊपर इनकी जल्दी ही गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है। पूर्व सांसद के खिलाफ दर्ज हुए मुकदमे के बाद अब प्रदेश भर में वक्फ बोर्ड की संपत्तियां पर कब्जा जमाए लोगों में हड़कंप मच गया है।
बता दें कि आईपीएस अधिकारी पुलिस महानिरीक्षक, निदेशक, यातायात को अभी कुछ दिन पहले ही उत्तराखंड वक्फ बोर्ड में मुख्य कार्यपालक अधिकारी का अतिरिक्त पदभार सौंपा गया है, जिसके तत्काल बाद उन्होंने वक्फ बोर्ड की जमीनों पर कब्जा जमाए लोगों की कुंडली बांचते हुए इस लोगों के खिलाफ कार्यवाही के लिए बोर्ड अधिकारियों को सक्रिय कर दिया था। उन्होंने सख्त चेतावनी देते हुए कहा था कि फर्जी तरीके से वक़्फ़ की जमीनों की ख़रीद फ़रोख़्त कर खुर्द बुर्द करने वाले आरोपियों पर एक से अधिक मुकदमा दर्ज होने पर गैंगस्टर की कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी।
वक़्फ़ संपत्तियों पर अवैध कब्जेदारों को बख्शा नही जाएगा, जिसके बाद वक्फ बोर्ड के सचिव हशमत अली ने आजमगढ़ यूपी के पूर्व बाहुबली सांसद अकबर अहमद डम्पी के साथ ही चन्दन सिंह, अशीष गुप्ता, राजेन्द्र सिंह बिष्ट, हेमन्त सिंह बिष्ट, हेमंत सिंह ढेला, मोहन बहादुर सिंह के खिलाफ भवाली थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। खबर है कि नैनीताल जनपद के हल्द्वानी रामनगर सहित कई और शहर में भी वक्फ की जमीनें कब्जाए लोगों के खिलाफ बहुत जल्द मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी चल रही है।
मौजूदा मामला नैनीताल जिले के रामगढ़ का है, जहां पूर्व सांसद अकबर अहमद डम्पी और उनके साथ अन्य आरोपियों ने जनपद नैनीताल में अलग-अलग क्षेत्रों में सांठगांठ करके व जालसाजी की बुनियाद पर करोड़ों की वक़्फ़ संपत्ति की खरीद-फरोख्त कर भूमि किसी प्रकार अपने नाम करा ली है, जबकि वक्फ अधिनियम 1995 यथा संशोधित 2013 की धारा 51 तथा 104 (ए) के अन्तर्गत वक़्फ़ संपत्तियों की खरीद फ़रोख़्त अपराध तो है ही इस प्रकार की क्रय विक्रय आदि शून्य व निष्प्रभावी समझी जाती है।
इस मामले में जो मुकदमा दर्ज कराया गया है उसमें नैनीताल जिले के ग्राम विसारदगंज रामगढ़ स्थित वक़्फ़ संख्या 610, गुलाम कादिर नैनीताल की 28 एकड जमीन है। जो वक्फ अभिलेखों तथा ग्राम विसारदगंज के खाता संख्या 1 व 2 के खसरा नम्बर 23. 24, 25, 27, 28, 29, 30, 31, 32 व 21 में वक्फ संख्या 610 के नाम दर्ज चली आ रही है। वक्फ सम्पत्ति किसी भी दशा में न बेचे जाने के बावजूद इसमें से 100 नाली जमीन को आलिया डेवलपर्स के स्वामी अकबर अहमद पुत्र स्व. इस्लाम अहमद निवासी सिडार लॉज रामगढ द्वारा फर्जी दस्तावेज के सहारे खरीद दिखाते हुए स्वयं के नाम दर्ज कर इसके अभिलेख भी तैयार करवा लिए हैं।
उपनिबंधक कार्यालय नैनीताल द्वारा इस भूमि को अनेकों लोगों को बेचे जाने के मामले में जांच भी कराई, जिसमें इस फर्जीवाड़े की पुष्टि हुई। जांच की औपचारिकताओं के बाद वक़्फ़ बोर्ड अधिकारियों द्वारा इन सबके खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज होने बाद से ही आरोपियों में हड़कंप मचा हुआ है।
पूर्व सांसद अकबर अहमद डम्पी एक जमाने में कांग्रेस दिग्गज संजय गांधी के राईट हैंड माने जाते थे। संजय गांधी की किचन कैबिनेट में प्रमुख रहे डम्पी के यह पारिवारिक संबंध संजय की मौत के बाद उनके पत्नी मेनका गांधी से बने रहे। वर्ष 1980 में अविभाज्य यूपी की हल्द्वानी विधानसभा सीट से विधायक बने डम्पी मेनका गांधी द्वारा स्थापित संजय गांधी विचार मंच नाम के राजनैतिक दल से भी चुनाव लड़ चुके थे। लेकिन तत्कालीन कांग्रेस दिग्गज नेता नारायण दत्त तिवारी से पटरी न बैठ पाने के कारण वह इस क्षेत्र में कभी सफल नहीं हो पाए, जिसके बाद साल 1998 और 2008 में वह संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ से सांसद चुने गये।
डम्पी का किच्छा क्षेत्र के ग्राम बखपुर में कृषि फार्म है, जिसे इस्लाम फार्म के रूप में जाना जाता है। डम्पी की पढ़ाई देहरादून के दून स्कूल में हुई। डम्पी ने कॉर्बेट नेशनल पार्क के निकट पर्यटन की बढ़ती संभावनाओं को भांपकर करीब 35 साल पहले रामगढ़ के ढिकुली क्षेत्र में रिसोर्ट की स्थापना करते हुए पर्यटन क्षेत्र में भी अपना कदम रखा था। वर्तमान में उनके कई रिसोर्ट संचालित बताए जाते हैं।