Jot Singh Bisht : उपचुनाव से पहले उत्तराखंड में कांग्रेस को बड़ा झटका, अब हरीश रावत के करीबी जोत सिंह ने भी छोड़ी कांग्रेस
Jot Singh Bisht : जोत सिंह बिष्ट ने पत्र में लिखा कि मेरी कार्यशैली की वजह से मुझे पसंद या नापसंद करने वाले आप सभी साथियों का आभार प्रकट करता हूं, फैसला लेते हुए मन बहुत आहत है। बातें तो बहुत हैं, लेकिन अब ज्यादा लिखना सम्भव नहीं ....
Jot Singh Bisht : उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (Harish Rawat) के करीबी व उत्तराखंड कांग्रेस उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट (Jot Singh Bisht) ने पार्टी छोड़ने की घोषणा कर दी। उन्होंने कांग्रेस पार्टी के सभी पदों एव प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। पहले से ही लुंज पुंज स्थिति में पड़ी कांग्रेस (Uttarakhand Congress) के लिए राज्य में होने वाले उपचुनाव (Champawat By Election) से पहले मिला यह करारा झटका है।
जोत सिंह ने इसकी घोषणा उन्होंने सोशल मीडिया में अपनी पोस्ट के जरिये दी। इसमें कहा गया है कि वह भारी मन से इस निर्णय पर पहुंचे हैं। इस्तीफे की वजह पार्टी में अंतरकलह और हाल ही में चुनावी हार के बाद भी सबक नहीं लेने को बताया गया है। जोत सिंह बिष्ट ने कहा कि वह पार्टी में अंतर्कलह से दुखी हैं। कहा कि नेतृत्व की पांत में बैठे लोग लगातार हार के बाद भी सबक नहीं ले रहे हैं और व्यक्तिगत हितों के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
बिष्ट (Jot Singh Bisht) ने कहा कि इस तरह के रवैये से मेरा मन बहुत दुखी है, अब आज की तारीख से मेरा और कांग्रेस का कोई संबंध नही है। उन्होंने कहा कि मैंने कांग्रेस में वैचारिक रूप से जुड़कर काम किया। 40 साल तक अपनी सेवा दी लेकिन अब पार्टी में वैसा विचार नही दिख रहा है, इसलिए अब कांग्रेस में नहीं रह सकता।
सोनिया गांधी, राहुल गांधी, पूर्व सीएम हरीश रावत, नेता प्रतिपत्र यशपाल आर्य, प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा और पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह के साथ ही उन्होंने उत्तराखंड के सभी वरिष्ठ और कनिष्ठ सहयोगियों को संबोधित करते हुए सोशल मीडिया में खुला पत्र लिखा।
इसमें कहा गया कि आप सबके स्नेह एवं सहयोग से मैंने अपने राजनीतिक जीवन के 40 वर्षों का सफर तय किया है। आज आप सभी साथियों को अत्यंत दुःखी मन से सूचित कर रहा हूँ कि कांग्रेस पार्टी में लंबे समय से चल रहे अंतर्कलह, अनुशासन हीनता, निष्ठावान कार्यकर्ताओं की अनदेखी व एक तरफा फैसलों के चलते पार्टी का भविष्य अनिश्चितता की ओर जा रहा है। नेतृत्व की पांत में बैठे लोग लगातार हार के बाद भी सबक लेने के बजाय व्यक्तिगत हितों के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इसमें मुझे अब दूर दूर तक सुधार की कोई गुंजाइश नहीं दिखाई देती है। इसलिए किसी पर किसी प्रकार का व्यक्तिगत आरोप न लगाकर तथा कोई व्यक्तिगत दुर्भावना रखे बिना मैं कांग्रेस पार्टी के सभी पदों के साथ पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे रहा हूँ।
उन्होंने (Jot Singh Bisht) आगे लिखा कि मेरी कार्यशैली की वजह से मुझे पसंद या नापसंद करने वाले आप सभी साथियों का आभार प्रकट करता हूं। फैसला लेते हुए मन बहुत आहत है। बातें तो बहुत हैं, लेकिन अब ज्यादा लिखना सम्भव नहीं है। आप सभी का हार्दिक धन्यवाद। बाबा केदार सबकी रक्षा करें।
इस्तीफा (Jot Singh Bisht Resignation) उपचुनाव से पहले उत्तराखंड में कांग्रेस को बड़ा झटका, अब हरीश रावत के करीबी जोत सिंह ने भी छोड़ी कांग्रेस) देने के बाद जोत सिंह बिष्ट ने कहा कि कुछ कांग्रेस नेताओं ने खुलेआम चुनाव के दौरान भाजपा प्रत्याशी का समर्थन किया गया। उन्होंने भाजपा उम्मीदवार का प्रचार किया और उनके लिए धन भी बांटा। उन्होंने कहा कि मैंने इसकी शिकायत की लेकिन आलाकमान ने इसपर कोई कार्रवाई नहीं की।
बता दें कि उत्तराखंड में उपचुनाव भी होने वाले हैं। ऐसे में वरिष्ठ नेता जोत सिंह का कांग्रेस का साथ छोड़ना पार्टी के लिए परेशानी खड़ी कर सकता है। उत्तराखंड की चंपावत सीट पर उपचुनाव के लिए 31 मई को वोट डाले जाएंगे, वहीं नतीजे 3 जून को सामने आएंगे।
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