Kanpur News: विकास कार्यों की बैठक को लेकर महाना का विरोध, दो सांसदों ने पहली बार एक पत्र में किया एतराज का दस्तखत
Kanpur News: विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना (Satish Mahana) की तरफ से बुलाई गई विकास कार्यों की समीक्षा बैठक दोनों सांसदों को इसलिए भी नहीं पच रही कि दोनो ही सांसद बिना किसी विकास कार्य के विकास कार्य की समीक्षा बैठक का श्रेय लेना चाहते हैं...
Kanpur News: कानपुर में विकास कार्यों की बैठक को लेकर नई लड़ाई शुरू हो गई है। प्रदेश में BJP की पिछली सरकार के कैबिनेट मंत्री सतीश महाना (Satish Mahana) ने महानगर के विकास कार्यों को लेकर कई समीक्षा बैठकें की थीं। इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए महाना ने 18 नवंबर को समीक्षा बैठक बुलाने के लिए मंडलायुक्त को निर्देश दिया है। क्योंकि अब महाना विधानसभा अध्यक्ष हैं जिस कारण उनकी तरफ से समीक्षा बैठक बुलाने पर दोनों सांसदों ने एतराज जताया है।
कानपुर नगर से सांसद सत्यदेव पचौरी (Satyadev Pachauri) और कानपुर देहात से सांसद देवेंद्र सिंह भोले (Devendra Singh Bhole) ने इस बात को लेकर आपत्ति जताई है। इतना ही नहीं दोनों सांसदों ने पहली बार एक ही पत्र पर हस्ताक्षर कर मंडलायुक्त से मांग की है कि विधानसभा अध्यक्ष की ओर से बुलाई गई बैठक को स्थगित किया जाए।
अपने दिये पत्र में सांसदों ने तर्क दिया है कि विकास समन्वय एवं निगरानी समिति के अंतर्गत समय-समय पर सांसद अशोक रावत की अध्यक्षता में जिला स्तरीय समीक्षा बैठक का आयोजन किया जाता है। इसी तरह जनपद के प्रभारी मंत्री की तरफ से भी समीक्षा बैठकें होती हैं। पत्र में यह भी कहा गया है कि प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष के सलाहकार की ओर से विधानसभा अध्यक्ष की अध्यक्षता में विकास संबंधित बैठक कराने का निर्देश दिया गया है जो संसदीय परंपराओं के विपरीत है।
सांसदों के पत्र में यह भी लिखा गया है कि इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि बैठक बुलाने का अदिकार केवल मुख्यमंत्री व जिले के प्रभारी मंत्री को होता है। पत्र के आखिर में लिखा है कि हमि दोनों सांसदों का आग्रह है कि विधानसभा अध्यक्ष के सलाहकार की ओर से निर्देशित बैठक तत्काल प्रभाव से निरस्त की जाए।
बता दें कि इस पूरे मामले को आगामी लोकसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना (Satish Mahana) की तरफ से बुलाई गई विकास कार्यों की समीक्षा बैठक दोनों सांसदों को इसलिए भी नहीं पच रही कि दोनो ही सांसद बिना किसी विकास कार्य के विकास कार्य की समीक्षा बैठक का श्रेय लेना चाहते हैं। ऐसे में यदि महाना बैठक की अध्यक्षता करते हैं तो श्रेय उनको मिलेगा। जिस कारण बैठक को निरस्त किये जाने की मांग उठ रही है।