karnataka Hijab Row : पाकिस्तान के बाद अमेरिका ने दी मोदी सरकार को इस बात की नसीहत

karnataka Hijab Row : कर्नाटक से शुरू हुआ हिजाब विवाद की आग अमेरिका तक पहुंच गया है। अमेरिका के अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता मामले के राजदूत ने भी विवाद को लेकर भारत सरकार को नसीहत दी है।

Update: 2022-02-12 03:00 GMT

(हिजाब के चलते प्रैक्टिकल एग्जाम नहीं दे पायीं छात्राएं। प्रतीकात्मक चित्र)

karnataka Hijab Row : कर्नाटक से शुरू हुआ हिजाब विवाद हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट की दखलंदाजी के बाद भी थमने का नाम नहीं ले रहा है। यह विवाद यूपी, एमपी और महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में फैल गया है। पंजाब के लुधियाना में आज हिजाब के समर्थन में प्रदर्शन का आह्वान किया गया है। इस बीच पाकिस्तान के बाद अमेरिका ( America ) ने भी मोदी सरकार को नसीहत दी है। यानि अब इसमें अमेरिका की भी एंट्री हो गई है।

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ( Joe Biden ) एडमिनिस्ट्रेशन में अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता मामले के राजदूत ( US Ambassador At-Large for International Religious Freedom ) राशद हुसैन ( Rashad Hussain ) ने कहा है कि कर्नाटक सरकार को इस मुदृे पर फैसला नहीं करना चाहिए। स्कूल या कॉलेज में कोई मजहबी पोशाक पहने या नहीं। भारतीय मूल के हुसैन ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कहा कि किसी व्यक्ति की मजहबी आजादी सुनिश्चित करने के लिए उसे उसके मजहब की पोशाक पहनने की आजादी दी जानी चाहिएं

अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता मामले के राजदूत राशद हुसैन ने अपने ट्विट में लिखा है कि अपनी मजहबी पोशाक पहनना भी धार्मिक स्वतंत्रता का हिस्सा है। भारतीय प्रदेश कर्नाटक को मजहबी पहनावे की अनुमति निर्धारित नहीं करनी चाहिए। स्कूलों में हिजाब पर पाबंदी मजहबी आजादी का हनन है। इस तरह की पांबदी महिलाओं एवं लड़कियों के लिए खास धारणा बनाती है। साथ ही उन्हें हाशिये पर धकेलती है।

एंबेसडर-एट-लार्ज क्या होता है?

अमेरिका में एंबेसडर-एट-लार्ज ऐसा राजदूत होता है जिसे विशेष जिम्मेदारियां दी जाती हैं लेकिन वह किसी खास देश के लिए नियुक्त नहीं होता। राशद हुसैन बिहार से ताल्लुख रखते हैं। 41 वर्षीय हुसैन को 500 प्रभावशाली मुस्लिम लोगों में शामिल किया गया था। उन्हें पिछले वर्ष जुलाई महीने में अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता विभाग का एंबेसडर-एट-लार्ज नियुक्त करने की घोषणा की गई थी.।

16 फरवरी तक स्कूल और कॉलेज बंद

karnataka Hijab Row : बता दें कि जनवरी 2022 में उडुपी के एक सरकारी कॉलेज में कॉलेज प्रशासन के नियम के खिलाफ जाकर 6 छात्राएं हिजाब पहनकर कॉलेज आईं थीं। इसके बाद कर्नाटक के दूसरे कॉलेजों में भी हिजाब पहनने को लेकर विवाद खड़ा हो गया। हिजाब के विरोध में कुछ छात्र-छात्राएं भगवा शॉल लेकर स्कूल- कॉलेज आने लगे, जिसके कारण मामले ने तूल पकड़ लिया। कर्नाटक के शिवमोगा और बागलकोट जिलों में हिजाब विवाद को लेकर पथराव की खबरें भी सामने आई थीं। अब यह विवाद देश के कई राज्यों में फैल गया है। कर्नाटक सरकार ने 16 फरवरी तक स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी को बंद रखने का आदेश दिया है।

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