Kedarnath : फिर पलटी मार गए पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, सुशांत सिंह राजपूत सेल्फी पॉइंट से किया किनारा

Kedarnath : लोग कुछ दिन पहले तक महाराज द्वारा केदारनाथ फिल्म को लव जिहाद बताने और अब उसी केदारनाथ फिल्म के पोस्टर्स के साथ सेल्फी पॉइंट बनाने के फैसले से तालमेल नहीं बैठा पा रहे थे, सोशल मीडिया पर इसको लेकर खासा विवाद हो रहा था....

Update: 2022-05-24 13:39 GMT

Kedarnath : फिर पलटी मार गए पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, सुशांत सिंह राजपूत सेल्फी पॉइंट से किया किनारा

Kedarnath : केदारनाथ फिल्म के नायक सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) को श्रद्धांजलि देने के नाम पर केदार धाम यात्रा मार्ग पर पर्यटकों को रिझाने के लिए सेल्फी पॉइंट बनाने के अपने बयान से प्रदेश के पर्यटन व संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज (Satpal Maharaj) ने पलटी मार ली है। इसकी जगह महाराज ने अब दूसरा कार्ड खेलते हुए दिवंगत सीडीएस जनरल विपिन रावत (Gen. Vipin Rawat) के नाम पर सेल्फी पॉइंट बनाने का एलान किया है। यह बात दीगर है कि लोग अब भी महाराज के सेल्फी पॉइंट पर उंगलियां उठा रहे हैं।

बता दें कि सुशांत सिंह राजपूत अभिनीत फिल्म "केदारनाथ" फिल्म (Kedarnath) को भाजपा नेताओं सहित तत्कालीन कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने लव जिहाद बताते हुए फिल्म के खिलाफ जमकर जहर घोला था। मौत के बाद सुशांत अचानक से दक्षिणपंथी राजनीति करने वालों के चहेते हो गए थे। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने जब सुशांत सिंह राजपूत को श्रद्धांजलि देने के नाम पर केदारनाथ फिल्म के पोस्टर्स के साथ केदारधाम यात्रा मार्ग पर यात्रियों के लिए सेल्फी पॉइंट बनाने की घोषणा की तो महाराज की इस घोषणा का तीखा विरोध होना शुरू हो गया था।

लोग कुछ दिन पहले तक महाराज द्वारा केदारनाथ फिल्म को लव जिहाद बताने और अब उसी केदारनाथ फिल्म (Kedarnath) के पोस्टर्स के साथ सेल्फी पॉइंट बनाने के फैसले से तालमेल नहीं बैठा पा रहे थे। सोशल मीडिया पर इसको लेकर खासा विवाद हो रहा था तो खुद भाजपा के अंदर इस विसंगति को लेकर सवाल खड़े होने शुरू हो गए थे। जिसके बाद महाराज ने हवा का रुख भांपते हुए अपनी इस योजना को तत्काल बदलने में ही भलाई समझी। अब महाराज ने खुद अपने ट्विटर हैंडल पर अपनी पुरानी योजना को स्थगित करते हुए उसकी जगह दिवंगत सीडीएस जनरल विपिन रावत के नाम पर सेल्फी पॉइंट बनाने की घोषणा की है।

ट्विटर पर महाराज का यह वीडियो आने के बाद भी तमाम लोग उनके इस सेल्फी अभियान की धज्जियां उड़ा रहे हैं। मनजीत नेगी नाम के एक यूजर ने लिखा है कि "जनरल बिपिन रावत को इस नश्वर दुनिया से गए 6 महीने हो चुके हैं। आज तक उनके नाम पर एक सड़क, एक स्कूल और किसी संस्थान का नामकरण भी नहीं हुआ। लेकिन विधानसभा चुनाव से लेकर हर मौके पर उत्तराखंड (Uttarakhand) के नेता उनके नाम को अपने फ़ायदे के लिए भुनाना नहीं भूलते ?" जबकि राजेश भण्डारी नाम के एक यूजर का कहना है कि "तीर्थस्थल को तीर्थस्थल ही रहने दो, सत्तू दा। पर्यटन स्थल बनाने की कोशिश मत करो। मषाण लग जायेगा। डरो ऊपर वाले से।"

वहीं चारधाम यात्रा मार्ग पर फैले कचरे को बड़ी समस्या बताते हुए धीरेश कुमार जोशी ने लिखा है कि "सेल्फीपाइंट से जरूरी है स्वच्छता। यात्रा मार्ग पर कूडा संग्रहणियाँ रखवा दें। पूरा क्षेत्र प्लास्टिक कूडे से भर रहा है। पर्यावरण और पारिस्थितिकी को नुकसान हो रहा जो भविष्य के लिये भी खतरा है। अभी-2 आप यहाँ दुबई में थे। सडक या कहीं भी कूडे का कण भी दिखा आपको ? कुछ सीखें स्वच्छता के बारे में।"

तो एक अन्य यूजर बिनोद पायल ने राज्य की स्वास्थ्य सुविधाओं की पोल खोलते हुए लिखा है कि पौड़ी के रिखणीखाल सरकारी अस्पताल में डॉक्टर ने एक बच्ची के हाथ में फ्रेक्चर होने पर प्लास्टर की जगह गत्ते का प्लास्टर उसके हाथ में चढ़ा दिया। महाराज जी, इन छोटी छोटी चीजों को तो पहले करवा दो जिन लोगों ने आपको यह सत्ता की कुर्सी दिया है।"

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