Ellenabad By Election : अभय चौटाला को मिली जीत लेकिन भाजपा को मिले वोटों से साफ है कृषि कानूनों को लेकर विरोधाभासों में है जनता

Ellenabad By Election : किसान अन्दोलन के कारण अनुकूल परिस्थितियों में अभय चौटाला की जीत आपेक्षित थी लेकिन भाजपा प्रत्याशी गोविन्द कांडा को जितने मत प्राप्त हुये उनसे साफ होता है कि किसान बहुल क्षेत्र मे भाजपा की पैठ कितनी गहरी हो चुकी है।

Update: 2021-11-03 13:30 GMT

(INLD के अभय चौटाला)

Ellenabad By Election । हरियाणा के ऐलनाबाद उप चुनाव मे एक बार फिर से इनेलो (INLD) पार्टी के अभय चौटाला ने जीत हासिल की। ये विधानसभा क्षेत्र हालांकि इनेलो का परंपरागत गढ़ है। अभय चौटाला ने किसान अन्दोलन की सफलता को देखते हुये अपने राजनीतिक भविष्य को किसानों से जोड़ते हुये इसी वर्ष के आरम्भ मे हरियाणा विधानसभा से त्यागपत्र दिया था।

किसान अन्दोलन (Farmers Movement) के कारण अनुकूल परिस्थितियों में अभय चौटाला की जीत आपेक्षित थी लेकिन भाजपा (BJP)  प्रत्याशी गोविन्द कांडा को जितने मत प्राप्त हुये उनसे साफ होता है कि किसान बहुल क्षेत्र मे भाजपा की पैठ कितनी गहरी हो चुकी है और कृषि कानूनों के प्रति जनता कितने विरोधाभासों में  है। कांग्रेस के प्रत्याशी पवन बेनिवाल जो कुछ समय पहले ही भाजपा पार्टी छोड़कर कांग्रेस मे आये थे अपनी जमानत बचाने मे भी असफल रहे। जबकी कांग्रेस ने घोषित रुप से किसानों के आंदोलन का समर्थन शुरु से ही किया हुआ है। ये परिणाम कांग्रेस के प्रदेश नेतृत्व के लिये भी निराशा के साथ-साथ सवाल बने हुए हैं। इस उप चुनाव में प्रदेश में कांग्रेस की गुटबाजी एक बार फिर सतह पर आ गयी।

अभय चौटाला ने अपनी जीत को किसानों की जीत कहा और तीन कृषि कानूनों के विरुद्ध मतदाताओं के जनादेश से जोड़ते हुए अपनी इस जीत को कृषि अन्दोलन की मजबूती प्रदान करने की ओर कदम बताया। जिस भाजपा-जजपा गठबंधन की सरकार से आज अभय चौटाला आमने-सामने हैं,  कभी विगत में उसी भाजपा से ओम प्रकाश चौटाला चुनावी समझोते करके सरकार चला चुके हैं। राजनीति समय और परिस्थितियों के साथ कब अपने आदर्शों ओर विचारधारा के रुप बदल जाए ये कह पाना असंभव है।

ऐलनाबाद में 2010 के उपचुनाव में चौटाला ने इस सीट से जीत दर्ज की थी और 2012 के चुनाव में भी इस सीट को बरकरार रखा था। उन्होंने 2019 के विस चुनावों में फिर से ऐलनाबाद से जीत हासिल की। उस समय वह सदन में पहुंचने वाले इनेलो के एकमात्र विधायक थे।  2019 में अभय चौटाला ने इस सीट पर 11922 वोट से जीत दर्ज की थी। इसबार अभय चौटाला ने भाजपा उम्मीदवार गोविंद कांडा को 6730 वोटों के अंतर से हराया।

2019 के चुनावी नतीजों की बात करें तो पिछले चुनाव के मुकाबले इनेलो को 5.63 फीसदी वोट ज्यादा मिले जबकि 4.74 फीसदी वोट का फायदा हुआ। किसान आंदोलन के जरिए हरियाणा की सत्ता में वापसी की उम्मीद लगाई बैठी कांग्रेस को ऐलनाबाद विस उप चुनाव में 9.70 फीसदी वोट का नुकसान उठाना पड़ा है।

ऐलनाबाद सीट पर अभय चौटाला, कांग्रेस उम्मीदवार पवन बेनीवाल, भजापा व जजपा के उम्मीदवार गोविंद कांड समेत 19 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे। उपचुनाव में 81 प्रतिशत से अधिक मतदान दर्ज किया गया। 

हरियाणा के राजनीतिक धरातल पर ऐलनाबाद के उप चुनाव मे इनेलो की जीत से कोई विशेष प्रभाव या हलचल होगी, इसकी संभवनायें निकट भविष्य मे कम ही हैं।

Tags:    

Similar News