लखनऊ में लाठीचार्ज पर गरमाई सियासत, अखिलेश ने बताया भावी शिक्षकों पर लाठीचार्ज तो वरुण बोले - 'ये तो बर्बरता है'

उत्तर प्रदेश में 69 जहार सहायक शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर पिछले पांच माह से आंदोलनरत अभ्यर्थियों पर कैंडल मार्च के दौरान पुलिसिया लाठीचार्ज की घटना पर अब सियासी रंग ले लिया है।

Update: 2021-12-05 07:33 GMT

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 69 जहार सहायक शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर पिछले पांच माह से आंदोलनरत अभ्यर्थियों पर कैंडल मार्च के दौरान पुलिसिया लाठीचार्ज की घटना पर अब सियासी रंग ले लिया है। विरोधियों के साथ भाजपा सांसदों ने भी योगी राज पर हमला बोल दिया है। किसी इस घटना को बर्बरता का प्रतीक तो किसी ने भावी शिक्षकों पर हमला करार दिया है।

भाजपा अब और नहीं


समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने टिवट कर योगी राज पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि भाजपा के राज में भावी शिक्षकों पर लाठीचार्ज करके 'विश्व गुरु' बनने का मार्ग प्रशस्त किया जा रहा है। हम 69000 शिक्षक भर्ती की मांगों के साथ हैं। युवा कहे आज का 7 नहीं चाहिए भाजपा।

ये आपके बच्चे होते तो भी यही व्यवहार होता

हीं भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी ने भी सीएम योगी आदित्यनाथ को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने अपने टिवट में लिखा है कि ये बच्चे भी मां भारती के लाल हैं, इनकी बात मानना तो दूर, कोई सुनने को तैयार नहीं है। इस पर भी इनके ऊपर ये बर्बर लाठीचार्ज। अपने दिल पर हाथ रखकर सोचिए क्या ये आपके बच्चे होते तो इनके साथ यही व्यवहार होता? आपके पास रिक्तियां भी हैं और योग्य अभ्यर्थी भी, तो भर्तियां क्यों नहीं?


आखिर कब तक सब्र करे भारत का नौजवान?

दो दिन पहले वरुण गांधी ने अपने टिवट में लिखा था कि तो सरकारी नौकरी ही नहीं है, फिर भी कुछ मौका आए तो पेपर लीक हो, परीक्षा दे दी तो सालों साल रिजल्ट नहीं, फिर किसी घोटाले में रद्द हो। रेलवे ग्रुप डी के सवा करोड़ नौजवान दो साल से परिणामों के इंतजार में हैं। सेना में भर्ती का भी वही हाल है। आखिर कब तक सब्र करे भारत का नौजवान?

लाठीचार्ज दुःखद व निन्दनीय, मांगों पर सरकार करे विचार


बसपा प्रमुख मायावती ने अपने टिवट में लिखा है कि यूपी में 69 हजार शिक्षक भर्ती के पुराने व लम्बित मामले को लेकर राजधानी लखनऊ में कल रात शांतिपूर्ण कैंडल मार्च निकालने वाले सैकड़ों युवाओं का पुलिस लाठीचार्ज करके घायल करना अति-दुःखद व निन्दनीय है। सरकार इनकी जायज माँगों पर तुरन्त सहानुभूतिपूर्वक विचार करे, बीएसपी की यही मांग है।

बता दें कि उत्तर प्रदेश में 69 जहार सहायक शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर कैंडल मार्च निकाल रहे अभ्यर्थियों पर शुक्रवार को यूपी पुलिस ने जमकर लाठीचार्ज किया था। योगी पुलिस की ज्यादती का आलम ये था कि जान बचाने के लिए व्यस्त सड़क पर वाहनों के सामने लोग भागते दिखे। इसके बावजूद पुलिस ने सड़क पर गिरे लोगों पर भी लाठियां भांजी गईं। फिर क्या, लोगों ने सोशल मीडिया पर जमकर अपने गुस्से का इजहार किया।

बदला लिया जाएगा, 2022 जल्द ही आने वाला है

टिवटर यूजर शमीम ने लिखा - अच्छा है। और दो धर्म और जात पात के नाम पर वोट। एक यूजर ने कहा- क्या बीजेपी को युवा ने लाठिया खाने के लिए वोट दिया है? अर्जुन ने लिखा- तानाशाही रवैया से आप गलत को सही साबित नही कर सकते। अभ्यर्थियों से बात करके उनको उनका अधिकार देना पडे़गा। एक ने लिखा- ये पढ़े लिखे नहीं हैं, अगर ये पढ़े लिखे होते तो इन्हें पता होता कि मुर्दा तो मुर्दा है फिर चाहे वो कब्रिस्तान में दफन हो या श्मशान में। जब इन्हें इतनी से बात समझ नही आई और कब्रिस्तान श्मशान के नाम लर वोट कर दिया तो ये कैसे पढ़े लिखे हैं।

टिवटर यूजर अरुणेश ने लिखा- अधिकारी कर्मचारी अपनी मर्यादा लाघ रहे हैं। जातीय ओर राजनैतिक संरक्षण मे ये भूल रहे हैं कि जनता अगर बिगड़ गई तो देश का बहुत नुकसान हो जाएगा। कैंडल मार्च पर लाठीचार्ज। लाठी जनता भी ले कर चल सकती है याद रखना। अजय बिष्ट ओर मोदी के बाप दादा की जागीर नहीं है यूपी।

शैलेष वर्मा ने लिखा- जब कभी भी बीजेपी वाले तुम्हारे घर वोट मांगने आए तो इस बार उनको इसी जैसे कुत्तों की तरह दौड़ाना जरूर भाई लोग। उसका विडियो जरूर बनाना। इनको इनकी औकात दिखाना जरूरी हो गया है। देशद्रोहियों सरकार से रोजगार मांगते हो शर्म नहीं आती एक् अन्य टिवटर यूजर जियाद ने लिखा - मैं तो कहता हूं और मारो देशद्रोहियों सरकार से रोजगार मांगते हो शर्म नहीं आती है। देशहित में बेरोजगार नहीं रह सकते। एक ने कहा- बाबा जरनल डायर की तरह सरकार चलना चाहता है बाबा कुछ समय के लिए गद्दी पर है।

रिशिकेश ने पूछा- ऐसे कौन मारता है भाई। बिना ब्रेक के लाठीचार्ज। जबरदस्त एक्शन में सरकार। अनुराग ने लिखा- अपने सरकार और अफसरों की कारिस्तानी को छुपाने के लिए लठैत सरकार बेरोजगार छात्रों पर लाठी बरसा रही है। लानत है ऐसी बेशर्म सरकार पर..। एक ने तंज कसते हुए कहा- योगी की मठ वापसी जरूरी हैं। इस टकले को सबक सिखाना होगा। जनता को इसको यूपी से बाहर का रास्ता दिखाना होगा। गिरीश ने पूछा- अगर इनमें से किसी भी व्यक्ति की भागते हुए सामने वाहन से टकराकर मौत हो जाये तो कौन जिम्मेदार होगा? मोहसिन ने लिखा- बीजेपी सरकार ने तो हद कर दी। अभी तो कैंडल मार्च निकालना भी गुनाह हो गया है। योगी जी हर बात का बदला लिया जाएगा। 2022 जल्द ही आने वाला है।

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