Maharashtra Political Crisis : एकनाथ शिंदे गुट का नाम होगा 'शिवसेना बालासाहेब', CM उद्धव ठाकरे ने दी ये चेतावनी
Maharashtra Political Crisis : पूर्व गृह राज्य मंत्री और बागी विधायक दीपक केसरकर ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए बताया कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले विधायकों ने एक नया समूह 'शिवसेना बालासाहेब' बनाया है।
Maharashtra Political Crisis : महाराष्ट्र (Maharashtra Political Crisis) में मची खींचतान ने पूरे देश के सियासी माहौल को गरमा दिया है। राज्य की सियासत का संग्राम थमने का नाम नहीं ले रहा है। शिवसेना (Shiv Sena) नेता एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) की बगावत के कारण सियासी हलचल हर दिन एक नया मोड़ ले रही है। ऐसे में आज शनिवार (25 जून) को एकनाथ शिंदे गुट के बागी विधायकों ने अपने समूह का नाम 'शिवसेना बालासाहेब' रख दिया है। पूर्व गृह राज्य मंत्री और बागी विधायक दीपक केसरकर ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए बताया कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले विधायकों ने एक नया समूह 'शिवसेना बालासाहेब' बनाया है।
शिवसेना बालासाहेब पर उद्धव ठाकरे की चेतावनी
वहीं दूसरी तरफ पुराने शिवसेना के प्रमुख और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) दादर स्थित शिवसेना भवन में पहुंचकर कार्यकारिणी की बैठक कर रहे हैं। जिसमें उन्होंने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में चेतावनी भरे शब्दों में कहा है कि बागी विधायकों का गुट शिवसेना और बालासाहेब ठाकरे के नाम का प्रयोग नहीं कर सकते हैं।
तानाजी सावंत के कार्यालय में तोड़फोड़
बात दें कि शिवसेना कार्यकर्ताओं ने आज शनिवार को पुणे में पार्टी के बागी विधायक तानाजी सावंत के कार्यालय में तोड़फोड़ की। तानाजी सावंत एकनाथ शिंदे गुट के शिवसेना के बागी विधायकों में से एक है और इस समय गुवाहाटी, असम में डेरा डाले हुए हैं। शिवसेना (पुणे शहर) के संजय मौर्य ने कहा कि हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने तानाजी सावंत के कार्यालय में तोड़फोड़ की। हमारे प्रमुख उद्धव ठाकरे को परेशान करने वाले सभी देशद्रोही और बागी विधायकों को इस प्रकार की कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। उनके कार्यालय पर भी हमला किया जाएगा। किसी को नहीं बख्शा जाएगा।
परिवार की सुरक्षा वापस लेने पर CM को पत्र
इस बीच शिववेना के बागी नेता और राज्य के कैबिनेट मंत्री एकनाथ शिंदे ने शनिवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को गुवाहाटी के एक होटल में उनके साथ डेरा डाले हुए 38 विधायकों के परिवार के सदस्यों की सुरक्षा वापस लेने को लेकर पत्र लिखा। बता दें कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राज्य के गृह मंत्री दिलीप स्वास्थ्य पाटिल को लिखे पत्र में एकनाथ शिंदे ने दावा किया है कि विधायकों को उनके आवास और उनके परिवार के सदस्यों को प्रोटोकॉल के अनुसार प्रदान की गई सुरक्षा को अधिनियम के रूप से अवैध रूप से वापस ले लिया गया है।