अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक भरी कार मालिक की मौत के बाद पत्नी ने लगाया पुलिस अधिकारी पर हत्या का आरोप
मनसुख हिरेन की पत्नी ने पुलिस अधिकारी पर लगाये सनसनीखेज आरोप, कहा उनके पति हिरेन अच्छे तैराक थे और वह डूब नहीं सकते हैं, उनका फोन, सोने की चेन और पर्स हैं गायब, उनकी हत्या हुई है और पुलिस अधिकारी वाझे ने ही उनकी जान ली है...
जनज्वार। रिलायंस समूह के मुखिया के घर के बाहर मिली विस्फोटक भरी स्कार्पियो के मालिक मनसुख हिरेन की मौत का रहस्य गहराता जा रहा है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक मुंब्रा खाड़ी से जब मनसुख का शव निकाला गया तो वह मास्क पहने हुए थे, साथ ही मास्क के अंदर 6 से सात रूमाल ठुंसे हुए थे, जिससे हत्या की आशंका जताई जा रही है।
वहीं दूसरी तरफ मनसुख हिरेन की आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शरीर पर किसी भी तरह की चोट का कोई निशान नहीं है और न ही पीएम रिपोर्ट में इसका उल्लेख ही है। मनसुख की प्राथमिक रिपोर्ट में पानी से डूबकर मरने की बात कही गई और एटीएस ने मामले की जांच शुरू की, मगर अब मामले ने एक दूसरा मोड़ ले लिया है।
मनसुख हिरेन की पत्नी ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि पुलिस अधिकारी सचिन वाझे ने उनके पति को मौत के घाट उतारा है। गौरतलब है कि 25 फरवरी को मुंबई में मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर मिले स्कॉर्पियो में जिलेटिन की 20 छड़ें और धमकी वाला एक लेटर बरामद किया गया था और इसके कुछ दिनों बाद कार के मालिक मनसुख हिरेन की लाश ठाणे के मुंब्रा क्रीक से बरामद की गयी।
इस मामले की जांच एनआईए कर रही है, वहीं मुंबई एटीएस भी जांच में जुटी हुई है। विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने आज मंगलवार 8 मार्च को यह मुद्दा विधानसभा में उठाते हुए पुलिए अधिकारी सचिन वाझे की गिरफ्तारी की मांग कर डाली।
इंडिया टुडे में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक मनसुख हिरेन की पत्नी विमला हिरेन ने 5 मार्च तक के पूरे घटनाक्रम का ब्योरा दिया है, जिस दिन उनके पति की लाश मिली थी। विमला ने जो एफआईआर दर्ज करायी है, उसमें आरोप लगाया है कि मनसुख एक ऑटो पार्ट डीलर थे और स्कॉर्पियो कार तीन साल से उनके कब्जे में थी, जबकि इसका असली मालिक पीटर न्यूटन हैं। हिरेन ने यह कार पुलिस अधिकारी वाझे को दी थी, जोकि पिछले साल नवंबर में उनके नियमित ग्राहक थे।
बकौल विमला हिरेन, '5 फरवरी को वाझे ने कार को दुकान में भेजा और कहा कि इसका स्टीयरिंग कुछ जाम हो गया है। 17 फरवरी को हिरेन कार लेकर मुंबई गए। हालांकि, स्टीयरिंग जाम था, उन्होंने कार को मुलंद टोल प्लाजा के पास पार्क कर दिया। अगले दिन वह कार वहां नहीं मिली। हिरेन ने विक्रोली पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। 25 फरवरी को जब स्कॉर्पियो अंबानी के घर के बाहर मिली, एटीएस विक्रोली यूनिट ने मेरे पति से पूछताछ की। मेरे पति ने कार को पहचाना और चोरी के बारे में बताई। साथ ही एफआईआर की कॉपी भी दिखाई।'
विमला ने शिकायत में यह भी कहा है कि उनके पति एनकाउंटर स्पेशलिस्ट वाझे के साथ 27, 28 फरवरी और 2 मार्च को थे। विमला का आरोप है कि '2 मार्च को हिरेन ने मुझे बताया कि पुलिस अधिकारी वाझे के कहे अनुसार उन्होंने पुलिस और मीडिया की ओर से उत्पीड़न की शिकायत मुख्यमंत्री, गृहमंत्री और मुंबई-ठाने पुलिस कमिश्नर को भेजी। हालांकि, जब मैंने पति से पूछा कि क्या उन्हें पुलिसकर्मियों ने प्रताड़ित किया है तो उन्होंने इससे इनकार किया।'
हिरेन की पत्नी के मुताबिक पुलिस अधिकारी वाझे ने उनके पति मनसुख हिरेन से खुद की गिरफ्तारी देने को कहा था और वादा किया था कि वह कुछ ही दिनों में बेल करा देंगे। 4 मार्च को मनसुख ने अग्रिम जमानत के लिए मुझे वकील से बात करने को कहा, क्योंकि उसकी गिरफ्तारी हो सकती है, लेकिन वकील ने कहा कि उसकी जमानत की याचिका स्वीकार नहीं होगी क्योंकि मनसुख आरोपी नहीं है।'
विमला का कहना है कि उन्होंने अपने पति को आखिरी बार 4 मार्च को देखा, जब हिरेन कांदिवली क्राइम ब्रांच के पुलिस अधिकारी तावडे से सलाह लेने के लिए निकले थे। 5 मार्च को हिरेन की लाश मुंब्रा क्रीक से बरामद की गयी।
ठाणे पुलिस का कहना है कि जब हिरेन की लाश मिली तो उनके चेहरे पर 5 रुमाल बंधे थे। विमला का यह भी आरोप है कि उनके पति हिरेन अच्छे तैराक थे और वह डूब नहीं सकते हैं। उनका फोन, सोने की चेन और पर्स नहीं मिला है। विमला का आरोप है कि पूरी स्थिति देखकर उन्हें लगता है कि उनकी हत्या हुई है और पुलिस अधिकारी वाझे ने ही उनकी जान ली है।