हिंदूवादी संगठनों की मांग, मारे गये कारसेवकों को मिले शहीद का दर्जा और जेल गये घोषित हों सांस्कृतिक सेनानी

RSS से जुड़े संगठनों ने उठायी मांग, अयोध्या के विवादित ढांचे को हटाने वाले उन कारसेवकों को जो बलिदान हो गए, उन्हें भारत सरकार दे शहीद का दर्जा...

Update: 2020-08-12 06:33 GMT

जनज्वार ब्यूरो, पटना। सुप्रीम कोर्ट द्वारा राम जन्मभूमि की जमीन का मालिकाना हक रामलला को दिए जाने के बाद 5 अगस्त को अयोध्या में राममंदिर की आधारशिला रखी जा चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में विधिवत पूजा कर इसके लिए भूमिपूजन किया। वहीं बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में आरोपितों के विरुद्ध मामला अभी कोर्ट में है।

इस बीच हिन्दू जागरण मंच की बिहार प्रदेश इकाई ने यह मांग उठा दी है कि अयोध्या में कारसेवा के दौरान मृत हुए लोगों को 'शहीद' का दर्जा तथा उस क्रम में जेल गए लोगों को 'सांस्कृतिक सेनानी' का दर्जा दिया जाये।

11 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर हिंदू जागरण मंच प्रदेश इकाई द्वारा प्रदेश अध्यक्ष विनोद यादव के नेतृत्व में महुआ के पार सोनिया स्थित मंदिर परिसर में एक संकल्प समारोह आयोजित किया गया। समारोह की अध्यक्षता डॉ विश्वनाथ सिंह तथा संचालन विनय विक्की ने किया था।

कार्यक्रम के मुख्य मार्गदर्शक संत रमाशंकर शास्त्री और मुख्य वक्ता विनोद कुमार यादव थे। मुख्य अतिथि के रूप में श्री राम जन्मभूमि कार सेवा समिति के तत्कालीन संयोजक तथा पूर्व विधायक डॉ अच्युतानंद सिंह भी कार्यक्रम में उपस्थित हुए।

कार्यक्रम में कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर संकल्प लिया गया कि संपूर्ण बिहार में अयोध्या के विवादित ढांचे को हटाने वाले उन कारसेवकों को, जो बलिदान हो गए, उन्हें भारत सरकार शहीद का दर्जा दे। इस क्रम में जो लोग जेल गए, ऐसे सभी कारसेवकों को भारतीय सांस्कृतिक सेनानी का दर्जा दिया जाए। दूसरा संकल्प लिया गया कि श्री कृष्ण जन्मभूमि का यथाशीघ्र निर्माण प्रारंभ किया जाए।

वक्ताओं ने कहा कि भारतवर्ष के अंदर सीमित संसाधन तथा सीमित कृषि योग्य भूमि के कारण बढ़ती हुई जनसंख्या पर लगाम जरूरी है। इस हेतु जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने तक निरंतर अभियान चलाने का संकल्प व्यक्त किया गया।

इसके बाद अयोध्या में हुए कार सेवा में भाग लेने वाले कार सेवकों का अभिनंदन किया गया। जिसमें से प्रमुख रूप से शत्रुघ्न राय मुकुंदपुर महुआ, गोविंदपुर सिंघाड़ा से विनोद गुप्ता, कैलाश साह, सुरेंद्र शाह, अनिल रजक, हुसैनीपुर से चंद्रशेखर सिंह व चंदेश्वर राय, महुआ के भोला कुमार सिंह अधिवक्ता, शशि मोहन सिंह अधिवक्ता तथा तरौरा ग्राम निवासी अनिल कुमार सिंह को अयोध्या में कारसेवा के लिए सम्मानित कर उन्हें धर्म योद्धा घोषित किया गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डॉ विश्वनाथ सिंह ने कहा 'यह भारत का सौभाग्य है कि इस समय देश अपनी सांस्कृतिक पहचान को फिर से प्राप्त कर रहा है। भारत अपने मूल संस्कृति की ओर लौटते हुए शक्तिशाली राष्ट्र बन रहा है।'

डॉ अजय कुशवाहा ने कहा 'बिना शक्ति के भक्ति भी व्यर्थ होती है, इसलिए जब हम अपनी विरासत को प्राप्त कर रहे हैं तभी हम मजबूत राष्ट्र बन सकेंगे।' कार्यक्रम के मुख्य वक्ता विनोद कुमार यादव ने कहा 'जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाए बगैर भारत का मूल पहचान नहीं बचाया जा सकता।'

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