Mathura News: कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णम और शिवपाल यादव की मुलाकात, शिवपाल को भेंट किया गदा
Mathura News: शिवपाल यादव वृंदावन से सामाजिक परिवर्तन यात्रा कर रहे हैं तो भतीजा अखिलेश यादव आज कानपुर से विजय यात्रा कर रहे हैं।
Mathura News। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) के लिए राजनीतिक दलों और नेताओं की भागदौड़ शुरु हो गई है। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Yadav) आज सामाजिक परिवर्तन रथ यात्रा (Samajik Parivartan Rathyatra) निकाल रहे हैं। यह यात्रा मथुरा के वृंदावन से शुरु हुई है और सात चरणों में रायबरेली में खत्म होगी। रथयात्रा के जरिए शिवपाल सभी जिलों का चुनावी दौरा करेंगे। सामाजिक परिवर्तन रथयात्रा के रथ पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद कृष्णम (Pramod Krishnam) भी सवार हो गए हैं। मुलाकात के दौरान प्रमोद कृष्णम ने शिवपाल को गदा भेंट किया।
एक ओर जहां चाचा शिवपाल यादव सामाजिक परिवर्तन यात्रा कर रहे हैं तो भतीजा अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) आज कानपुर से विजय यात्रा कर रहे हैं। यात्रा पर निकलने से पहले शिवपाल ने बांके बिहारी मंदिर में पूजा-पाठ किया। वहीं अखिलेश यादव ने पिता मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) का आशीर्वाद लिया। लेकिन जैसा मुलायम सिंह चाहते हैं वैसा नहीं हो पाया है।
शिवपाल और अखिलेश के बीच समझौता हो जाए, मुलाम सिंह यादव ने इसको लेकर कई बार प्रयास किया लेकिन अब तक बात नहीं बन पाई है। आज के ही दिन जब चाचा और भतीजा रथयात्रा पर निकल रहे हैं तो सवाल यह सामने आने लगे हैं कि क्या अब चुनाव में दोनों आमने-सामने होंगे। 22 नवंबर को मुलायम सिंह यादव का जन्मदिन भी है लेकिन इस मौके पर क्या यादव परिवार एक हो पाएगा, यह सवाल बना हुआ है।
बता दें कि शिवपाल यादव ने 1 अक्टूबर को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को 11 अक्टूबर तक गठबंधन फाइनल करने का अल्टीमेटम दे दिया था। तब उन्होंने यह भी कहा था कि अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) जल्दी ही अपनी प्रतिक्रिया दें, नहीं तो शिवपाल (Shivpal yadav) विरोध में उत्तर प्रदेश की सभी 403 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की तैयारी करेंगे।
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव इस बार सुबह के छोटे-छोटे दलों के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ने की कोशिश में लगे हुए हैं। इसी कड़ी में उन्होंने चाचा शिवपाल यादव की पार्टी को भी साथ मिलाने की बात की थी। दूसरी तरफ शिवपाल यादव भी साफ तौर पर यह जाहिर कर चुके थे कि सपा के साथ गठबंधन (Alliance) उनकी प्राथमिकता है। शिवपाल अपनी पार्टी का सपा के साथ गठबंधन करने के लिए तैयार थे। शिवपाल ने कई बार संकेत दिए थे यदि उनको अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) का निमंत्रण आता है तो वह उनसे मिलने जरूर जाएंगे।
2017 के विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2017) में मुलायम परिवार में कलह के कारम समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की हार हुई थी। शिवपाल यादव ने अलग होकर नई पार्टी बना ली थी। उन्हें कोई खास फायदा तो नहीं हुआ लेकिन शिवपाल और अखिलेश के अलग-अलग लड़ने से दोनों का बहुत नुकसान हुआ। शिवपाल की पार्टी के कारण लोकसभा चुनाव में रामगोपाल यादव (Ram Gopal Yadav) के बेटे चुनाव हार गए थे।
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के नेताओं का कहना है कि साल 2022 के विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी की अहम भूमिका होगी। सामाजिक परिवर्तन यात्रा एक तरह से धर्मयुद्ध है जिसमें पांडवों ने पांच गांव मांगे थे। कौरव ने पांडवों को एक इंच जमीन देने से इनकार कर दिया था। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रदेश महासचिव अजय त्रिपाठी ने कहा कि पार्टी ने रथयात्रा की सारी तैयारियां कर ली हैं। हर जिले में रथयात्रा के जरिए स्थानीय लोगों की समस्याएं सुनी जाएंगी।