SP-BJP-CONGRESS के खिलाफ Mayawati के आक्रामक तेवर, कहा - जनता को किया जा रहा गुमराह, रहें सावधान

UP Election 2022 : बसपा सुप्रीमो ने ट्वीट में लिखा है कि यूपी में खासकर भाजपा, सपा, कांग्रेस के द्वारा प्रदेश की जनता को लुभाने और गुमराह करने के लिए आए दिन प्रलोभन भरे चुनावी वादों की झड़ी लगाई जा रही है। सवाल ये है कि अभी तक उन्हें ये काम करने से किसने रोका था?

Update: 2021-12-03 08:14 GMT

UP Election 2022 : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव ( UP Assembly Election ) से पहले बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ( BSP Supremo Mayawat ) अपने विरोधियों के खिलाफ काफी आक्रामक हो गई हैं। शुक्रवार को मायावती ( Mayawati ) ने लगातार दो ट्वीट कर अपने सारे प्रतिद्वंद्वी पार्टियों पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने समाजवादी पार्टी ( Samajwadi Party ), भारतीय जनता पार्टी ( BJP ) और कांग्रेस ( Congress ) पर निशाने पर लेते हुए लिखा है कि तीनों पार्टियों द्वारा किए गए चुनावी वादे महज एक प्रलोभन के सिवाय कुछ नहीं हैं। खासतौर से बीजेपी सरकार ( BJP Government) और पहले की सपा सरकार पर हमला करते हुए लिखा है कि जो वादे आज किए जा रहे हैं, उन्हें पहले भी पूरा किया जा सकता था। वह क्यों नहीं किए गए?


यूपी में भाजपा, सपा, कांग्रेस आदि के द्वारा प्रदेश की जनता को लुभाने और गुमराह करने के लिए आए दिन प्रलोभन भरे जो चुनावी वादों की झड़ी लगाई जा रही है, जिनको सत्ता में आने के बाद भुला दिया जाता है। अभी तक का इनका यही इतिहास रहा है। जनता इनसे सतर्क रहें और आगामी विधानसभा चुनाव में सबक सिखाएंं।

कांग्रेस पंजाब में महिलाओं से 40% टिकट देने का वादा क्यों नहीं किया

बसपा प्रमुख मायावती ने दूसरा ट्वीट करते हुए लिखा है कि भाजपा व सपा जनता को जो वादें कर रही है? वे काम उन्होंने यहां अपनी सरकार के रहते हुए क्यों नहीं किए? कांग्रेस पार्टी भी महिलाओं को 40% टिकट व स्कूटी आदि देने के जो वादे कर रही हैं? वे काम इन्होंने उन राज्यों में क्यों नही किए? जहां इनकी सरकारें हैं? यह सोचने की बात है।

मुस्लिम जाट दलित समीकरण

UP Election 2022 : अखिलेश यादव पश्चिमी यूपी में मात देने के लिए मायावती ने मुस्लिम जाट दलित समीकरण दांव चल दिया है। इसे उन्होंने सपा और रालोद के जयंत चौधरी की जाट7मुस्ल्मि समीकरण की काट निकालने के लिए किया है। दरअसल, अखिलेश यादव जयंत के अलावे दलित नेता चंद्रशेखर के साथ हाथ मिलाने की तैयारी में हैं। ताकि पश्चिमी यूपी में मुस्लिम-जाट का मजबूत कॉम्बिनेशन सपा गठबंधन बना सके। उत्तर प्रदेश में जाट भले ही 4 फीसदी हैं, लेकिन पश्चिमी यूपी में 20 फीसदी के करीब हैं। मुस्लिम 30 से 40 फीसदी के बीच हैं और दलित समुदाय भी 25 फीसदी के ऊपर हैं। अखिलेश इन्हीं के सहारे सूबे की सत्ता में वापसी का सपना संजो रहे हैं। मायावती उसी सियासी ताने बाने को समाप्त करने में जुट गई हैं।

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