Mayawati : मायावती का भाजपा पर निशाना, कहा BJP का आखरी हथकंडा है हिन्दू-मुस्लिम की राजनीति
Mayawati : मायावती ने उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के मथुरा की तैयारी है वाले ट्वीट पर अपना जवाब दिया है। यह भाजपा की चुनाव में हार की पुष्टि करता है। हिंदू-मुस्लिम भाजपा का आखिरी हथकंडा है।
Mayawati : बसपा सुप्रीमो मायावती ने उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के मथुरा की तैयारी है वाले ट्वीट पर अपना जवाब दिया है। मायावती ने कहा कि यह भाजपा की चुनाव में हार की पुष्टि करता है। हिंदू-मुस्लिम भाजपा का आखिरी हथकंडा है। इससे जनता को सावधान रहना चाहिए। साथ ही उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के बयान पर आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी।
मायावती की प्रतिक्रिया
मायावती ने ट्वीट कर कहा कि उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा विधानसभा आमचुनाव के नजदीक दिया गया बयान कि अयोध्या व काशी में मन्दिर निर्माण जारी है। अब मथुरा की तैयारी है। यह भाजपा के हार की आम धारणा को पुख्ता करता है। इनके इस आखिरी हथकंडे से अर्थात् हिन्दू-मुस्लिम राजनीति से भी जनता सावधान रहे।
संजय सिंह की तीखी प्रतिक्रिया
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के बयान पर आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने भी अपनी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। संजय सिंह ने कहा कि 'साढ़े चार वर्ष तक इन्हें मथुरा तथा काशी की याद नहीं आई। क्या आप (भाजपा) भगवान को भी चुनाव की दृष्टि से देखते हैं। लोगों ने अपना पेट काटकर राम मंदिर के लिए चंदा दिया है और आप उस चंदे की चोरी कर रहे हैं। इन्हें ना अयोध्या, ना काशी और ना ही मथुरा पर बोलने का हक है।'
केशव प्रसाद ने किया था ये ट्वीट
उत्तर प्रदेश सरकार में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बुधवार 1 नवंबर को मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर को लेकर एक ट्वीट किया था। केशव प्रसाद मौर्य ने अपने ट्विटर पर लिखा था कि 'अयोध्या काशी भव्य मंदिर निर्माण जारी है, मथुरा की तैयारी है।' उन्होंने ट्वीट के साथ ही 'जय श्री राम, जय शिव शंभू, जय श्री राधे-कृष्ण।' हैशटैग प्रयोग किया था। केशव प्रसाद के इस ट्वीट के बाद से अब उत्तर प्रदेश की राजनीतिक गलियारों में सियासत तेज हो गई है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार इस ट्वीट के बाद सियासी गलियारों में मथुरा को लेकर भाजपा की आगामी योजना के कयास शुरू हो गए हैं। विहिप सहित तमाम हिंदू संगठन वर्षों से मथुरा में श्रीकृष्ण विराजमान (श्रीकृष्ण जन्मभूमि) के पास स्थित शाही ईदगाह को हटाने की मांग कर रहे हैं। श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान का दावा है कि श्रीकृष्ण जन्मभूमि की जमीन पर ईदगाह बनाई गई है। करीब 190 साल पुराना विवाद अभी अदालत में विचाराधीन है।