MLA Gopal Mandal News : ट्रेन में अंडरवियर पहनकर घूमते नीतीश कुमार के विधायक गोपाल मंडल अब बोले, अच्छा है नकली शराब पीकर मर रहे, जनसंख्या कम होगी
MLA Gopal Mandal News : विधायक गोपाल मंडल ने कहा है कि 'बॉर्डर सील कर दिए गए हैं इसलिए कम शराब आ रही है, खेत के रास्ते शराब लाई जाती है, ऐसे में बनाई हुई शराब पीएगा कोई तो मरेगा ही, लोग मर रहे हैं तो जगह भी तो खाली होनी चाहिए, अगर ऐसे ही मरते रहेंगे तो जनसंख्या भी घटेगी...
MLA Gopal Mandal News : जनता दल यूनाइटेड (JDU) के विधायक गोपाल मंडल अक्सर अपने बिगड़े बोल और विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं। गोपाल मंडल कभी ट्रेन में अंडरवियर में घूमने के चलते तो कभी किसी और वजह से विवादों में घिर जाते है। अब गोपाल मंडल ने बिहार में जहरीली शराब के शिकार हुए लोगों को लेकर एक विवादित बयान दे दिया है। सोशल मीडिया में उनके इस बयान के लिए उनकी जमकर आलोचना हो रही है।
गोपाल मंडल के विवादित बोल
बता दें कि जहरीली शराब पीकर मरने वाले लोगों पर विधायक गोपाल मंडल ने अजीबोगरीब टिप्पणी की है| विधायक गोपाल मंडल ने कहा है कि 'बॉर्डर सील कर दिए गए हैं इसलिए कम शराब आ रही है। खेत के रास्ते शराब लाई जाती है। ऐसे में बनाई हुई शराब पीएगा कोई तो मरेगा ही।' इतना कहने के बाद भी गोपाल मंडल यहीं नहीं रुके बल्कि उन्होंने यहां तक कह डाला कि लोग मर रहे हैं तो जगह भी तो खाली होनी चाहिए। अगर ऐसे ही मरते रहेंगे तो जनसंख्या भी घटेगी।
मरने से जनसंख्या घटेगी
बता दें कि विधायक गोपाल मंडल ने कहा कि 'जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बोल रहे हैं, मना कर रहे हैं तो फिर आप दारू क्यों पीते हैं| नीतीश कुमार ने पहले ही कहा है कि पीयोगे तो मरोगे। लोग पीते क्यों हैं, मरने ही के लिए, जगह भी तो खाली होनी चाहिए। अगर ऐसे ही मरते रहेंगे तो जनसंख्या घटेगी। बॉर्डर सील कर दिए गए हैं इसलिए कम शराब आ रही है। खेत के रास्ते शराब लाई जाती है। गरीब आदमी के लिए ही शराब बंद की गई, ऐसे में बनाई हुई शराब पीएगा कोई तो मरेगा ही।'
जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत
बता दें कि हाल में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा में जहरीली शराब से मौतें हुई हैं। इसके साथ ही करीब दो महीने पहले समस्तीपुर, बेतिया और गोपालगंज में जहरीली शराब से करीब 40 लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद सीएम नीतीश कुमार ने विशेष बैठक बुलाई थी। उस दौरान अचानक से पुलिस की सख्ती दिखने लगी थी। जिसके बाद कई लोगों की गिरफ्तारियां भी हुईं थीं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार राज्य में पिछले साल जहरीली शराब के एक-दो नहीं पूरे 13 मामले सामने आए थे। जिनमें करीब 66 लोगों की मौत हो गई थी।
शराबबंदी के कानून पर उठते सवाल
गौरतलब है कि हाल में नालंदा में हुई घटना से पहले बीते वर्ष 28 अक्टूबर की रात मुजफ्फरपुर के सरैया थाना क्षेत्र में आठ लोगों की मौत के बाद हड़कंप मच गया था। इस मांमले में ये बात सामने आई थी कि इन लोगों ने शराब पी थी। बता दें कि एक तरफ राज्य में शराबबंदी है और दूसरी तरफ जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत हो रही है| इन मौतों के बीच विपक्ष और यहां तक कि बीजेपी नेता भी शराबबंदी कानून के प्रावधानों पर सवाल उठा रहे हैं। बता दें कि नीतीश सरकार ने पिछले दिनों कानून के कुछ प्रावधानों संशोधन की भी बात कही है जिसके तहत शराब बेचने वालों के मुकाबले शराब पीने वालों के साथ कुछ नरमी बरते जाने की बात है।