Morbi Bridge Collapse : PM मोदी को मोरबी जैसे कई पुलों का करना है उद्घाटन, गुजरात चुनाव में देरी पर बोले मल्लिकार्जुन खड़गे
Morbi Bridge Collapse : कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे ने तंज कसते हुए कहा कि अभी मोरबी जैसे कई पुलों का उद्घाटन करना है, इसलिए देर किया जा रहा है...
Morbi Bridge Collapse : कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे ने गुजरात चुनाव की तारीखों के ऐलान में देरी होने पर नाराजगी जताई है। बीते मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे ने तंज कसते हुए कहा कि अभी मोरबी जैसे कई पुलों का उद्घाटन करना है, इसलिए देर किया जा रहा है। इसके साथ ही मोरबी पुल हादसे पर गहरा दुख जताते हुए मलिकार्जुन खड़गे ने इसके लिए भाजपा सरकार की लापरवाही को जिम्मेदार बताया है। इसके साथ ही मलिकार्जुन खड़गे ने इस घटना को लेकर न्यायिक जांच कराए जाने की मांग की है। इसके साथ ही मलिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि इस घटना को लेकर जवाबदेही तय होनी चाहिए ताकि आगे ऐसी घटनाएं ना हों।
पीएम मोदी को मोरबी जैसे कई पुलों का करना है उद्घाटन
कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे ने कहा कि 'पीएम मोदी पिछले 6 दिनों से गुजरात के दौरे पर हैं। हिमाचल प्रदेश के लिए मतदान कार्यक्रम जारी किया गया है लेकिन गुजरात के लिए मतदान कार्यक्रम जारी नहीं किया गया है क्योंकि पीएम मोदी को वहां कई और पुलों का उद्घाटन करना है, जैसे कि मोरबी में ढह गया।'
मल्लिकार्जुन खड़गे ने की हादसे की न्यायिक जांच की मांग
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Karge) ने दिल्ली में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि 'गुजरात के सरकार से यह अपेक्षा है कि वह घायलों के लिए कोई चिकित्सा परिषद काम करें और लापता लोगों की जल्द से जल्द तलाश करें। इसके साथ ही घायलों और मृतकों के परिवारों को उचित सहायता राशि भी प्रदान करें।' मलिकार्जुन खड़गे ने इस हादसे की न्यायिक जांच की मांग करते हुए कहा है कि 'यह राजनीति करने का समय नहीं है परंतु इस दुर्घटना की जवाबदेही तय होनी चाहिए, तभी भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोका जा सकेगा।'
मोरबी ब्रिज टूटने से मझधार में कई जिंदगियां
बता दें कि 30 अक्टूबर की शाम करीब साढ़े छह बजे गुजरात के मोरबी इलाके में मच्छू नदी में एक केबल पुल गिर गया था। हादसे में 135 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। मोरबी अस्पताल में 100 घायल लोग भर्ती कराए गए। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मरने वालों में करीब 47 बच्चे भी थे। बताया गया है कि जब पुल गिरा उस समय उस पर करीब 500 लोग थे। बता दें कि इस पुल को हादसे से चार दिन पहले मरम्मत के बाद बिना फिटनेस सर्टिफिकेट के ही खोल दिया गया था। इस ब्रिज पर जाने के लिए वयस्कों का 17 रुपये का टिकट और बच्चों का 12 रुपए का टिकट लेना पड़ता है और इस ब्रिज की क्षमता महज 125 लोगों की थी लेकिन हादसे के दिन लगभग 500 लोगों को ब्रिज पर जाने दिया गया।