Mohan Yadav Controversial Remarks : शिवराज के मंत्री गांधी को बताया देश का 'फर्जी पिता', कांग्रेस ने किया पलटवार

Mohan Yadav Controversial Remarks : मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार में मंत्री मोहन यादव ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया है....

Update: 2022-01-28 07:39 GMT

Mohan Yadav Controversial Remarks : मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार में केबिनेट मंत्री डॉ. मोहन यादव ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) को लेकर अपने सोशल मीडिया हैंडल्स पर विवादित पोस्ट किया है। उन्होंने महात्मा गांधी को 'देश के फर्जी पिता' कहा है। हालांकि बाद में उन्होंने यह पोस्ट डिलीट भी कर दिया है लेकिन इस मुद्दे पर अब जमकर सियासत हो रही है। मंत्री के विवादित पोस्ट पर कांग्रेस भी पलटवार कर रही है। 

केबिनेट मंत्री मोहन यादव (MP Minister Controversial Remarks) ने अपने पोस्ट में लिखा था- 'गणतंत्र दिवस (Repubic Day) की परेड में नेताजी सुभाष चंद्र बोस थे, सरदार वल्लभभाई पटेल थे...परेड में ना तो देश के फर्जी पिताजी थे, ना ही देश के फर्जी चाचा थे...ना लोहे की महिला थी, ना ही कंप्यूटर के अविष्कारक थे। परेड में काशी विश्वनाथ की झांकी थी, देवी वैष्णो देवी की झांकी थी, सनातन संस्कृति का नजारा था। मेरा देश सही में बदल रहा है, मेरा देश अंग्रेजी गुलामों के जबड़ों से निकल रहा है, मेरा देश सही में स्वतंत्र हो रहा है।'


मोहन यादव के पोस्ट पर पलटवार करते हुए मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने लिखा- 'मंत्री जी से सही इतिहास जानने की उम्मीद नहीं करना चाहिए। उन्हें जो संघ ने पढ़ाया वही तो बताएंगे।'

कांग्रेस प्रवक्ता भूपेन्द्र यादव ने भी उनके बयान पर पलटवार किया और कहा कि मोहन सिंह यादव नहीं जानते कि जिन नेताजी सुभाष चंद्र बोस से संघर और भाजपा लिपटने की कोशिश कर रही है उन्होंने ही महात्मा गांधी को सबसे पहले राष्ट्रपिता कहा था। अपने पहले संबोधन में राष्ट्र के नाम संदेश में उन्होंने राष्ट्रपिता की बधाई दी थी। कहा था कि उनकेबिना आजादी का आंदोलन पूरा नहीं हो सकता। जो लोग माफीखोर थे, जिन लोगों ने अंग्रेजों के साठ रुपये महीने की पेंशन में ही अपनी आजादी महसूस की वह लोग नहीं समझ सकते कि गांधी का संघर्ष क्या था या जवाहर लाल नेहरु का बलिदान क्या था। जिन्होंने कभी अठन्नी इस देश पर खर्च नहीं की वह क्या जाने कि अपनी तीन सौ करोड़ की संपत्ति देश पर कुर्बान करने का मतलब क्या होता है।

जिला कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रवि राय ने भी पलटवार करते हुए कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस, सरदार पटेल व सनातन धर्म की बात तो स्वागत योग्य है लेकिन मंत्री जी की गोडसे विचारधारा ने बता दिया कि वो महात्मा गांधी, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, पंडित नेहरु के बारे में क्या राय रखते हैं। जिन लोगों ने देश के लिए बलिदान दिया उनके बारे में विवादित बातें करके मंत्री मोहन यादव समाज को क्या संदेश और शिक्षा दे रहे हैं।

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