मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक भरी कार मालिक की मौत का गहराया रहस्य, मास्क के अंदर ठुंसे थे 7 रूमाल

मुख्यमंत्री ठाकरे को लिखे अपने पत्र में मनसुख हिरेन ने लिखा था कि पीड़ित होने के बावजूद उन्हें बार-बार पूछताछ कर परेशान किया जा रहा है, साथ ही मनसुख ने खुद के साथ आरोपी की तरह व्यवहार किए जाने की भी बात लिखी थी...

Update: 2021-03-07 04:46 GMT

जनज्वार, मुंबई। रिलायंस समूह के मुखिया के घर के बाहर मिली विस्फोटक भरी स्कार्पियो के मालिक मनसुख हिरेन की मौत का रहस्य गहराता जा रहा है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक मुंब्रा खाड़ी से जब मनसुख का शव निकाला गया तो वह मास्क पहने हुए थे, साथ ही मास्क के अंदर 6 से सात रूमाल ठुंसे हुए थे, जिससे हत्या की आशंका जताई जा रही है।

वहीं दूसरी तरफ मनसुख हिरेन की आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शरीर पर किसी भी तरह की चोट का कोई निशान नहीं है और न ही पीएम रिपोर्ट में इसका उल्लेख ही है। मनसुख की प्राथमिक रिपोर्ट में पानी से डूबकर मरने की बात कही गई है। एटीएस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

विपक्ष के नेता देवेन्द्र फणनवीस ने दावा किया है कि जब मनसुख का शव खाड़ी से निकाला गया तो उसके दोनों हाथ बंधे हुए थे। फणनवीस ने यह सवाल भी उठाया कि क्या कोई दोनों हाथ बांधकर आत्महत्या कर सकता है? वहीं मनसुख की पत्नी विमला का कहना है कि उनके पति कभी आत्महत्या नहीं कर सकते।

मनसुख हिरेन मौत मामले में शिवसेना के सांसद और पार्टी के प्रवक्ता संजय राउत ने मनसुख हिरेन की मौत पर राजनीति न करने की बात कही। उन्होंने कहा, 'मनसुख की रहस्यमय तरीके से मौत निराशाजनक और दुर्भाग्यपूर्ण है। इस बात पर संदेह है कि मनसुख की मौत आत्महत्या है या हत्या। मामले में वह महत्वपूर्ण गवाह थे। महाराष्ट्र की महाविकास आघाडी सरकार की छवि और प्रतिष्ठा के लिए जरूरी है कि मनसुख की मौत से पर्दा उठे।'

मौत से पहले लिखा था सीएम को खत

मनसुख ने पुलिस पर प्रताणित करने का आरोप लगाते हुए मौत से तीन दिन पहले यानी 2 मार्च को मुख्यमंत्री, गृहमंत्री और ठाणे पुलिस आयुक्त को पत्र लिखा था। अपने पत्र में मनसुख ने लिखा था कि पीड़ित होने के बावजूद उन्हें बार-बार पूछताछ कर परेशान किया जा रहा है। साथ ही मनसुख ने खुद के साथ आरोपी की तरह व्यवहार किए जाने की भी बात लिखी थी। 

अभी तक एसयूवी मालिक मनसुख हिरेन की मौत के राज से पर्दा नहीं उठ पाया है। मुकेश अंबानी के घर के पास विस्फोटकों से भरी मिली गाड़ी के मालिक मनसुख के बारे में बताया जा रहा है कि बार-बार पूछताछ से डिस्टर्ब वे डिस्टर्ब चल रहे थे। इसी कारण उन्होंने दो मार्च को सीएम ठाकरे, गृह मंत्री और पुलिस कमिश्नर को पत्र भी लिखा था कि उन्हें परेशान न किया जाये।

 मनसुख हिरेन के अनुसार, कई मीडियावालों ने भी उन्हें परेशान किया। वह तब हैरान हो गए, जब एक रिपोर्टर ने कहा कि वह इस केस में सस्पेक्ट हैं।

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