Jhansi News : PM मोदी को झांसी में कोई काला झंडा न दिखा दे इसलिए दर्जनभर नेताओं को पुलिस ने पूरे दिन रखा नजरबंद!
रानी लक्ष्मीबाई की जयंती पर जिस तरह हर साल दीपदान का कार्यक्रम झाँसी के लोग मनाते थे, उससे वंचित रह गए। विपक्षी पार्टियों के कई नेता पीएम के सामने अपनी बात रखना चाहते थे, उनको हाउस अरेस्ट कर लिया गया...
लक्ष्मी नारायण शर्मा की रिपोर्ट
Jhansi News : वीरांगना लक्ष्मीबाई की जयंती पर आज शुक्रवार 19 नवंबर की शाम जिस वक्त देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी झाँसी के आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे थे, ठीक उसी वक्त कई राजनीतिक और राज्य आंदोलनकारी संगठनों के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने झासी आगमन पर पीएम का जमकर विरोध किया है।
इसके चलते पुलिस ने स्थानीय नेताओं को खुद के घरों में ही नजरबंद कर दिया। प्रधानमंत्री मोदी से इन संगठनों ने बुन्देलखण्ड को अलग राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग करते हुए किए गये चुनावी वादे को भी पूरा करने की मांग उठाई है। यहां आंदोलनकारियों ने पीएम से मुलाकात करने और उनके सामने अपनी बात रखने के लिए पहले ही समय मांगा था और समय नहीं मिलने पर काले झंडे दिखाने का ऐलान किया था।
आंदोलनकारियों के ऐलान को देखते हुए पुलिस ने तमाम पदाधिकारियों को पहले से ही नजरबंद कर दिया था। बुन्देलखण्ड निर्माण मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष भानू सहाय के मुताबिक पुलिस ने उन्हें 16 नवम्बर से 19 नवम्बर तक हाउस अरेस्ट रखा। शहर कांग्रेस कमेटी के महासचिव और बुन्देलखण्ड इंसाफ सेना के जिलाध्यक्ष जितेंद्र भदौरिया ने बताया कि उन्हें 18 नवम्बर की रात से ही उनके घर में पुलिस ने नजरबंद कर दिया।
फ़िल्म अभिनेत्री कंगना रनौत से पदम् सम्मान वापस करने की मांग को लेकर प्रदर्शन करने पर झाँसी स्टेशन के बाहर से यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव जैन को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के राष्ट्रीय संयोजक अभिषेक प्रताप को भी सुबह से उनके आवास पर नजरबन्द कर दिया गया।
वहीं, आम आदमी पार्टी (AAP) के जिलाध्यक्ष कैलाश कुशवाहा और उपाध्यक्ष अनुरुद्ध प्रताप को भी पुलिस ने सुबह से ही नजरबंद कर दिया।इनके अलावा भी बहुत सारे संगठनों के कार्यकर्ताओं व नेताओं पर पुलिस की पहरेदारी रही।
आम आदमी पार्टी ने तो इस बारे में एक बैठक करते हुए इस कदम की निंदा तक कर डाली। आम आदमी पार्टी के जिला संगठन अध्यक्ष अरशद खान ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी झाँसी आये, यह खुशी की बात है। वे हमारे राजा हैं। राजा जब प्रजा के बीच जाता है तो उनकी समस्याएं सुनता है और समाधान का प्रयास करता है लेकिन यहां उलटा रहा।
पीएम के आने की जो तैयारियां रहीं, उससे अव्यवस्थाएं रहीं। रानी की जयंती पर जिस तरह हर साल दीपदान का कार्यक्रम झाँसी के लोग मनाते थे, उससे वंचित रह गए। विपक्षी पार्टियों के कई नेता पीएम के सामने अपनी बात रखना चाहते थे, उनको हाउस अरेस्ट कर लिया गया।
एनएसयूआई के राष्ट्रीय संयोजक अभिषेक प्रताप सिंह ने कहा कि आज वीरांगना लक्ष्मीबाई और पूर्व पीएम आयरन लेडी इंदिरा गांधी की जयंती हमने पुलिस की नजरबंदी में मनाई। सुबह हम जयंती मनाने की तैयारी कर ही रहे थे कि पुलिस ने घर में नजरबंद कर दिया। पूरी दिनचर्या पुलिस की निगरानी में बीती।
यह सरासर तानाशाही है और लोकतंत्र पर काला धब्बा है। हमने खुद को प्रताड़ित व कमजोर महसूस करते हुए दोनों वीरांगनाओं की जयंती मनाई। प्रधानमंत्री के आगमन के आठ घण्टे पहले मुझको नजरबंद कर दिया गया था।