मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने की जिद पर अड़ी नवनीत राणा कौन हैं, महाराष्ट्र में क्यों मचा है सियासी बवाल
Hanuman Chalisa Politics : सासंद नवनीत राणा ने कहा कि महाराष्ट्र के सीएम ने शिवसेना कार्यकर्ताओं को हमें परेशान करने का आदेश दिया। शिवसेना कार्यकर्ता बैरिकेड्स तोड़ रहे हैं। मैं फिर दोहराती हूं कि मैं बाहर जाऊंगी और 'मातोश्री' के बाहर हनुमान चालीसा का जाप करूंगी।
Hanuman Chalisa Politics : हनुमान चालीसा ( Hanuman Chalisa ) को लेकर महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई सियासी बवाल मचा है। इसके पीछे वजह यह है कि ठाकरे परिवार का आवास और शिवसैनिकों ( Shiv Sainik ) के बीच मंदिर के रूप में लोकप्रिय मातोश्री ( Matoshri ) यानि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ( CM Udhav Thackeray ) के घर के बाहर सांसद नवनीत राणा ( Sansad navNeet Rana ) और उनके पति व निर्दलीय विधायक रवि राणा ने हनुमान चालीसा का पाठ करने की जिद पर अड़े हुए हैं। नवनीत राणा के इस ऐलान के बाद से शिवसैनिकों में गहरा आक्रोश है।
मुंबई में पुलिस को अलर्ट मोड पर रहने को कहा गया है। मातोश्री ( Matoshri ) के बाहर शिवसैनिकों को जमावड़ा लगा है। शिवसैनिकों ने नवनीत राणा ( Navneet Rana ) और उनके पति ( Ravi Rana ) को चेताते हुए कहा कि वो यहां आकर तो दिखाएं, हम उन्हें बताएंगे हनुमान चालीसा ( Hanuman Chalisa ) का पाठ कैसे किया जाता है। इसके बावजूद नवनीत राणा अपने ऐलान से पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। उनकी जान पर खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा भी मुहैया कराई है।
सासंद नवनीत राणा ( Sansad Navneet Rana ) ने कहा कि महाराष्ट्र के सीएम ने शिवसेना कार्यकर्ताओं को हमें परेशान करने का आदेश दिया। शिवसेना कार्यकर्ता बैरिकेड्स तोड़ रहे हैं। मैं फिर दोहराती हूं कि मैं बाहर जाऊंगी और 'मातोश्री' के बाहर हनुमान चालीसा का जाप करूंगी। सीएम केवल लोगों को जेल में डालना जानते हैं। मैं, उनसे नहीं डरती।
Hanuman Chalisa Politics : कौन है सांसद नवनीत राणा?
नवनीत राणा का जन्म मुंबई में हुआ था। उन्होंने बीकॉम पास हैं। वह राजनीति में आने से पहले मॉडलिंग कर चुकी हैं। हिंदी, तेलुगू, कन्नड, मलयालम और पंजाबी फ़िल्मों में भी काम कर चुकी हैं। 2019 में महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव जीतने वालीं एकमात्र अभिनेत्री हैं।
सांसद नवनीत राणा के पति महाराष्ट्र में निर्दलीय विधायक हैं। नवनीत को राजनीति में लाने में श्रेय उन्हीं को जाता है। दोनों की मुलाक़ात योग गुरू स्वामी रामदेव के आश्रम में हुई थी। पहली मुलाकात पहले दोस्ती में बदली। उसके बाद साल 2011 में दोनों ने शादी कर ली। सामूहिक विवाह कार्यक्रम में शादी की थी। इस सेरेमनी में करीब 3200 जोड़ों ने शादी रचाई थी। ये पहली बार था जब किसी अभिनेत्री ने सामूहिक विवाह में शादी की थी। उनकी शादी में तत्कालीन मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, उद्योग मंत्री नारायण राणे, स्वामी रामदेव, सहारा समूह के अध्यक्ष सुब्रतो राय, अभिनेता विवेक और सुरेश ओबरॉय शामिल हुए थे। नवनीत और रवि राणा के एक बेटी और एक बेटा हैं।
2014 में नवनीत ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के टिकट से अमरावती से सांसद का चुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। साल 2019 में एनसीपी की तरफ़ से उन्हें फिर चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया गया लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया। इस बार अमरावती से उन्होंने निर्दलीय चुनाव जीता।
नवनीत राणा की जाति को लेकर भी विवाद भी हुआ था। शिवसेना के पूर्व सांसद आनंदराव अडसुल ने फर्जी प्रमाणपत्र बनवाकर लोकसभा चुनाव लड़ने का आरोप लगाया था। उन्होंने बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। बॉम्बे हाईकोर्ट जून 2021 में उनका जाति प्रमाणपत्र रद्द कर दिया था। कोर्ट ने कहा था कि नवनीत कौर राणा ने फर्ज़ी दस्तावेजों का इस्तेमाल करके ये जाति प्रमाणपत्र हासिल किया था। उन पर दो लाख रुपए का जुर्माना भी लगा था।
नवनीत राणा ( NavNeet Rana ) द्वारा हनुमान चालीसा ( Hanuman Chalisa ) का पाठ का ऐलान के बाद से उनकी जान को ख़तरा होने की सूचना आईबी ने दी थी। उन्हें अप्रैल में ही वाई प्लस सुरक्षा दी गई थी। वह विगत रामनवमी के दौरान काफी चर्चा में रही थीं। अपने संसदीय क्षेत्र में उन्होंने हनुमान चालीसा का पाठ कराया था जिसके बाद उन्हें धमकियां मिल रही थीं।
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