मोदीराज में अब 7 साल पहले लांच 'चिप वाला’ 2000 का नोट होगा बैन, क्या फिर सामने आयेगा नोटबंदी की भयावहता का खौफनाक मंजर !

Notebandi : नोटबंदी के बाद मोदी सरकार ने तमाम दावों-वादों के साथ जिस गुलाबी 2000 के नोट को लांच किया था, उसे बंद करने का फैसला ले लिया गया है। इस आशय का पत्र भी आरबीआई द्वारा जारी कर दिया गया है और जनता को 30 सितंबर तक का वक्त दिया गया है अपने पास रखे 2000 का नोट बैंक में जमा करने के लिए

Update: 2023-05-19 14:39 GMT

Notebandi in India : 2000 का नोट बैन किये जाने पर चर्चित अर्थशास्त्री अरुण कुमार ने कहा कि यह समझ से परे है कि अचानक 2 हजार का नोट क्यों बैन किया गया, जबकि यह मार्केट में सिर्फ 10 फीसदी है और 2018 से छपना भी बंद हो गया है। एक अर्थशास्त्री होने के नाते मुझे इसका कोई महत्व समझ में नहीं आ रहा, सिवाय इसके कि यह एक राजनीतिक संदेश देने की कोशिश है कि सरकार कालाधन और जनता के लिए कुछ कर रही है। यह कुछ ऐसा ही है जैसे पहले दिल्ली से राजधानी दौलताबाद शिफ्ट की गयी और दोबारा दौलताबाद से दिल्ली।

सात साल पहले आठ नवंबर, 2016 की रात आठ बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पहले कार्यकाल में अचानक प्रकट होकर 500 और 1000 रुपये का नोट बंद करवा दिया था, अब एक बार फिर से एक नोट बंद होने जा रहा है। जी हां, नोटबंदी के बाद मोदी सरकार ने तमाम दावों-वादों के साथ जिस गुलाबी 2000 के नोट को लांच किया था, उसे बंद करने का फैसला ले लिया गया है। इस आशय का पत्र भी आरबीआई द्वारा जारी कर दिया गया है और जनता को 30 सितंबर तक का वक्त दिया गया है अपने पास रखे 2000 का नोट बैंक में जमा करने के लिए। सबसे बड़ी बात की एक बार में मात्र 20 हजार रुपये जमा कराये जा सकेंगे।

अभी लोग उन दृश्यों को नहीं भूले होंगे जबकि नवंबर 2016 में नोटबंदी के बाद आम जनता की बैंकों के आगे लंबी कतारें लग गयी थीं। तब प्रधानमंत्री मोदी द्वारा अचानक 500 और 1000 के नोटों को इस घोषणा के साथ बैन कर दिया था कि इससे कालाधन की वापसी होगी। मगर कालाधन कितना वापस हुआ यह तो पता नहीं मगर इस प्रक्रिया में देश की आर्थिकी जरूर चौपट हो गयी।

अब 2000 का नोट बैन करते हुए आरबीआई ने जो रिलीज आज 19मई को जारी की है, उसके मुताबिक दो हजार रुपये के नोट को सर्कुलेशन से वापस ले लिया गया है, लेकिन यह लीगल टेंडर बना रहेगा। 2,000 रुपये का यह नोट नवंबर 2016 में लाया गया था। रिजर्व बैंक के आदेश के अनुसार यदि आपके पास 2000 रुपये का नोट है तो आप 23 मई से 30 सितंबर के बीच बैंक जाकर अपना 2000 का नोट बदल सकते हैं। एक बार में 2 हजार के 10 नोट बदले जा सकते हैं।

रिजर्व बैंक ने बैंकों से इस नोट को जारी करने से साफ साफ मना कर दिया है, हालांकि साथ में यह भी कहा है कि यह अभी भी मुद्रा है, यदि आपके पास यह नोट है तो आपको घबराने की जरूरत नहीं है। आप इस नोट को 23 मई से लेकर 30 सितंबर तक बैंक जाकर बदल सकते हैं। सफाई में आरबीआई यह कहता है कि 2000 रुपये के नोट को लेकर आप नोटबंदी न समझें। सीधे शब्दों में ऐसे समझें कि आप अभी इस 2000 रुपये के नोट को बाजार में खरीदारी कर सकते हैं। दुकानदार या पेट्रोल पंप वाला आपसे 2000 का नोट लेने से मना नहीं कर सकता है। आप आराम से 30 सितंबर तक यह नोट बैंक में जाकर बदल सकते हैं।

आरबीआई भले ही कहे कि यह नोटबंदी नहीं है, मगर एक बार में मात्र 20 हजार ही रुपये वापस किये जा सकते हैं। गौरतलब है कि नोटबंदी के बाद 2016 को लॉन्च किया गया 2000 का नोट आरबीआई एक्ट 1934 के सेक्शन 24 ;1द्ध के तहत लाया गया था, लेकिन बड़ा नोट होने के चलते यह नोट प्रचलन से कुछ ही दिनों बाद बाहर होता दिखाई दिया था। रिजर्व बैंक की रिपोर्ट के अनुसार 2,000 रुपये के बैंकनोट्स की प्रिंटिंग 2018-19 में बंद कर दी गई थी। 2021 में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने लोकसभा में जानकारी दी थी कि पिछले दो साल से 2000 रुपये के एक भी नोट की छपाई नहीं हुई है। 

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