शिवराज सिंह ठंडी रोटी मामले में अधिकारी के सस्पेंड होने पर हुए ट्रोल तो उसे बहाल करवा कहा मैं खा सकता हूं ठंडा खाना

सीएम द्वारा ठंडी रोटियों की शिकायत मिलने के बाद जिलाधिकारी मनीष सिंह ने 25 सितंबर को दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही के आरोप में खाद्य अधिकारी मनीष स्वामी को कर दिया था निलंबित

Update: 2020-09-28 02:25 GMT

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जनज्वार ब्यूरो, इंदौर। एमपी सीएम देर आये पर आए दुरस्त। मामला मीडिया में आने के दो दिन बाद ही सही पर फैसला वापस लेकर सीएम ने अपनी छवि को सहारा दिया है। ठंडी रोटियां न खाने वाले सीएम की रोटियां ठंडी होने के मामले में एक खाद्य आपूर्ति अधिकारी को हटा दिया गया था। 27 सितंबर रविवार को निलंबित खाद्य और आपूर्ति विभाग के एक अधिकारी को मुख्यमंत्री के निर्देश पर बहाल कर दिया गया है।

दरअसल शिवराज सिंह चौहान 23 सितंबर को इंदौर दौरे पर थे। वहां से उन्हें बाय कार वापस आना पड़ा तो समय अधिक लग गया। इस दौरान सीएम के आदेश पर उनका भोजन पैक करवा कर गाड़ी में ही रखवाना था। डीएम मनीष सिंह के आदेश पर जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी मनीष स्वामी ने अपनी निगरानी गर्मागर्म खाना पैक करवाकर सीएम की फ्लीट में रखवा दिया। सीएम मामा को भोजन करने में हो गई देर, 6 बजे का पैक खाना बताते हैं खाया 9 बजे। ऐसे में खाना ठंडा हो गया, रोटियां उनके मुताबिक सूख गईं।

सीएम शिवराज ने इस बात की नाराजगी जिले के डीएम से जाहिर की। डीएम ने पोजिशन दिखाने बचाने के लिए 25 सितंबर शुक्रवार को जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी को निलंबित कर दिया। लेकिन अब अधिकारियों के मुताबिक खाद्य सुरक्षा अधिकारी के निलंबन की जानकारी मिलने पर सीएम मामा ने जिलाधिकारी को निर्देश दिए कि उसे तुरंत बहाल किया जाए।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के हवाले से जारी सरकारी बयान में कहा गया कि 'उनके संज्ञान में आया कि उन्हें इंदौर प्रवास के दौरान उपलब्ध कराए गए खाने में शामिल रोटियां ठंडी हो जाने को एक खाद्य सुरक्षा अधिकारी के कर्तव्य में लापरवाही मानते हुए उसे निलंबित कर दिया गया है। सीएम ने कहा वह एक साधारण इंसान हैं और उन्हें सूखी रोटियां खाने में भी कोई गुरेज नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसे में उन्हें उचित नहीं लगता कि उनके भोजन के कारण किसी अधिकारी के खिलाफ अनुशासनात्मक कदम उठाए जाएं।'

अधिकारियों ने बताया कि शिवराज चौहान 23 सितंबर बुधवार की रात इंदौर आए थे और स्थानीय कार्यक्रम के तुरंत बाद भोपाल लौट गए थे। मुख्यमंत्री के लिए पैक कराए गए भोजन में जो रोटियां थीं वे उनके कार्यक्रम में देरी के कारण ठंडी हो गई थीं। मुख्यमंत्री के भोजन से जुड़ी व्यवस्थाओं का जिम्मा खाद्य सुरक्षा अधिकारी मनीष स्वामी के पास था।

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