संत कबीरनगर में होली पर दबंगों ने गरीबों को पीट 20 घर जलाकर किये खाक, माले ने मांगा पीड़ितों के लिए न्याय
योगी सरकार में दबंगों को खुली छूट है। कानून के राज की जगह सामंती, दबंग राज चल रहा है। संत कबीर नगर की घटना गवाह है। सत्ता संरक्षण से हौसला पाकर प्रभावशाली जाति के मनबढ़ दबंगों ने शराब पीकर राजभर जाति के गरीबों पर हमला बोला...;

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर (खलीलाबाद) जिले में महुली थाना अंतर्गत कर्री गांव में होली के दिन दबंगों ने डीजे पर मनमाफिक गाना बजाने से इनकार करने पर गोलबंद होकर गरीबों की बस्ती पर हमला बोल दिया था और घरों में आग लगा दी थी, जिसमें 20 घर खाक हो गए और दो व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हुए थे। भाकपा (माले) ने पीड़ित परिवारों के लिए न्याय की मांग की है। पार्टी की टीम घटनास्थल का दौरा कर पीड़ितों से मिलेगी।
पार्टी राज्य सचिव सुधाकर यादव ने सोमवार 17 मार्च को जारी बयान में कहा कि योगी सरकार में दबंगों को खुली छूट है। कानून के राज की जगह सामंती, दबंग राज चल रहा है। संत कबीर नगर की घटना गवाह है। सत्ता संरक्षण से हौसला पाकर प्रभावशाली जाति के मनबढ़ दबंगों ने शराब पीकर राजभर जाति के गरीबों पर हमला बोला। जिंदगीभर की कमाई से निर्मित उनके आशियाने जला दिए और बिना किसी अपराध के बच्चों, बूढ़ों व महिलाओं को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। इस हमले में बीस परिवार सड़क पर आ गए, जिनका सबकुछ स्वाहा हो गया और न छत बची है, न अन्न का दाना। घायलों के इलाज कराने के भी पैसे नहीं हैं।
राज्य सचिव ने कहा कि यह विडंबना ही है कि जिस जिले में होली के दिन इतनी बड़ी घटना हुई, उस जिले के डीएम, एसपी कानून व्यवस्था की सलामती पर होली के अगले दिन संगीत की धुन पर नृत्य करते हैं। बगल के जिले गोरखपुर में सूबे के मुखिया मुख्यमंत्री यूपी में उपद्रवविहीन होली बताकर खुद की पीठ थपथपाते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री पर ऐसा न होने का तोहमत मढ़ते हैं। उत्तर प्रदेश सरकार के बड़बोले मंत्री संत कबीर नगर में घटना स्थल का दौरा कर पीड़ितों को न्याय दिलाने के बजाय मामले पर लीपापोती करने, सरकार का बचाव करने और विपक्ष पर हमला करने में अधिक रुचि दिखाते हैं। वहीं पुलिस के मुखिया (डीजीपी) योगी सरकार में कानून व्यवस्था की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हैं।
माले नेता ने कहा कि जिन परिवारों के घर जले हैं, उनका अविलंब पुनर्वास किया जाए और उन्हें सुरक्षा मुहैया कराई जाए। उन्हें पक्के घर बनाकर दिए जाएं और उनके नुकसान की भरपाई की जाए। घायलों का समुचित व मुफ्त इलाज हो। हमलावरों को कठोर सजा दी जाए। लापरवाही के लिए डीएम, एसपी के खिलाफ कार्रवाई हो। दबंगई पर कड़ाई से रोक लगे और नागरिकों के लिए सुरक्षित माहौल बनाया जाए।