PM मोदी की मां हीराबेन का 100 साल की उम्र में निधन, मातृशोक के बावजूद तय कार्यक्रम में नहीं कोई बदलाव
PM Modi mother Heeraben Modi Death : के अंतिम संस्कार के बाद पीएम मोदी सीधे अहमदाबाद स्थित राजभवन गए और यहीं से बंगाल में हो रही राष्ट्रीय गंगा परिषद की बैठक में वर्चुअली जुड़ेंगे। इसके बाद हावड़ा को न्यू जलपाईगुड़ी से जोड़ने वाली वंदे भारत की शुरुआत किये जाने का कार्यक्रम है...
PM Modi mother Heeraben Modi Death : प्रधानमंत्री मोदी की अपनी मां हीराबेन के साथ की तस्वीरें अक्सर सोशल मीडिया पर छायी रहती थीं। अब एक और तस्वीर और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है, उनकी मां हीराबा के अंतिम समय का। आज 30 दिसंबर के तड़के 3.30 बजे बीमारी के बाद प्रधानमंत्री मोदी की मां हीराबा का यूएन मेहता अस्पताल में निधन हो गया था। सुबह 9:26 बजे वह पंचतत्व में भी विलीन हो गईं। पीएम मोदी ने उन्हें मुखाग्नि दी।
मां के अंतिम सफर के दौरान प्रधानमंत्री मोदी अपनी मां हीराबेन के पार्थिव शरीर को कंधे पर लेकर गांधी नगर स्थित घर से निकले और यात्रा के दौरान शव वाहन में ही मां के पार्थिव शरीर के साथ बैठे रहे। मंगलवार 27 दिसंबर की देर रात सांस लेने में तकलीफ होने के बाद हीराबा को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
मोदी ने मां के निधन की सूचना खुद ट्वीट करके साझा की। हीराबेन की मौत के बाद सुबह 7:45 बजे पीएम मोदी अहमदाबाद पहुंचे थे, जहां से वे सीधे गांधीनगर के रायसण गांव में अपने भाई पंकज मोदी के घर पहुंचे, क्योंकि उनकी मां की देह यहीं रखी हुयी थी। मोदी के रायसण पहुंचने के बाद हीराबा की अंतिम यात्रा सेक्टर-30 स्थित श्मशान घाट के लिए रवाना हुयी थी।
पीएम मोदी लिखते हैं, 'शानदार शताब्दी का ईश्वर चरणों में विराम... मां में मैंने हमेशा उस त्रिमूर्ति की अनुभूति की है, जिसमें एक तपस्वी की यात्रा, निष्काम कर्मयोगी का प्रतीक और मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध जीवन समाहित रहा है।'
मातृशोक होने के बावजूद पीएम मोदी ने अपने तय कार्यक्रम में कोई बदलाव नहीं किया है। PMO ने ट्वीट कर जानकारी साझा की है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अंतिम संस्कार के बाद अपने सभी तय कार्यक्रमों में शामिल होंगे।
मां के अंतिम संस्कार के बाद पीएम मोदी सीधे अहमदाबाद स्थित राजभवन गए और यहीं से बंगाल में हो रही राष्ट्रीय गंगा परिषद की बैठक में वर्चुअली जुड़ेंगे। इसके बाद हावड़ा को न्यू जलपाईगुड़ी से जोड़ने वाली वंदे भारत की शुरुआत किये जाने का कार्यक्रम है।