बंगाल चुनाव से पहले प्रशांत किशोर की चुनौती, दहाई अंकों में आ गयी भाजपा की सीटें तो छोड़ दूंगा ट्विटर, इस ट्वीट को कर लो सेव
ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस को एक बार फिर से जीताने की कवायद में जुटे प्रशांत किशोर ने दावा किया है कि बंगाल में भाजपा दहाई के आंकड़े तक पहुंचने के लिए भी संघर्ष करती दिखेगी...
जनज्वार। बंगाल चुनाव के लिए भाजपा ने जोर-शोर से चुनावी अभियान शुरू कर दिया है। तमाम बड़े मंत्रियों से लेकर छोटा कार्यकर्ता इसके लिए सक्रिय हो चुका है। अमित शाह ने कल 20 दिसंबर को ही वहां एक बड़ी चुनावी रैली कर घोषणा की थी कि अगर भाजपा चुनाव जीतती है तो बंगाल से ही किसी को मुख्यमंत्री बनाया जायेगा।
हालांकि इसी बीच ममता बनर्जी के लिए रोज नई चुनौतियां खड़ी हो रही हैं। तमाम नेता टीएमसी छोड़ भाजपा में शामिल हो रहे हैं। शुभेंदु अधिकारी समेत कई नेताओं ने इस बीच पार्टी से इस्तीफा दिया है। अमित शाह के बंगाल दौरे के बाद से ही सियासी हलचल तेज है।
इसी बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस को एक बार फिर से जीताने की कवायद में जुटे प्रशांत किशोर ने दावा किया है कि बंगाल में भाजपा दहाई के आंकड़े तक पहुंचने के लिए भी संघर्ष करती दिखेगी। इसी के साथ प्रशांत किशोर ने ऐलान किया है कि अगर भाजपा दहाई का आंकड़ा पार करती है तो वह ट्टिटर छोड़ देंगे।
बंगाल में टीएमसी के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने अपने ट्विटर अकाउंट पर दावा किया है, 'मीडिया के एक सेक्शन ने भाजपा को लेकर जरूरत से ज्यादा ही प्रचार प्रसार किया हुआ है। मगर वास्तविकता यह है कि पश्चिम बंगाल में बीजेपी को दहाई के आंकड़ा पार करने में ही संघर्ष करना पड़ेगा।'
प्रशांत किशोर ने अपने उसी ट्वीट में एक तरह से भाजपा को चुनौती देकर ताल ठोकी है। प्रशांत किशोर ने अपने इस ट्वीट को सेव करने की अपील करते हुए ऐलान किया कि अगर भाजपा का प्रदर्शन दहाई अंक से बेहतर रहता है तो वह ट्विटर छोड़ देंगे। प्रशांत किशोर का यह ऐलान इसलिए भी अहम है, क्योंकि भाजपा ने बंगाल में मिशन 200 का लक्ष्य रखा है।
अमित शाह ने रविवार 20 दिसंबर को पश्चिम बंगाल के बोलपुर शहर में रोड शो किया, जिसमें भारी भीड़ उमड़ी। भीड़ को लेकर सोशल मीडिया पर तमाम टिप्पणियां आयीं कि क्या अमित शाह की भीड़ से कोरोना नहीं फैलता और किसानों का आंदोलन कोरोना को फैलायेगा।
रैली के दौरान अमित शाह पर गेंदे के फूलों की पंखुड़ियां बिखेरी गईं और "जय श्रीराम" के नारे लगाए गए। कभी वामपंथ का गढ़ रहा और फिर ममता बनर्जी का दुर्ग बने बंगाल में कमल खिलाने की कोशिशों में लगे शाह ने दावा किया भगवा दल 200 से ज्यादा सीटें हासिल कर अगली सरकार का गठन करेगा। पश्चिम बंगाल में कुल 294 विधानसभा सीटे हैं।
गौरतलब है कि ममता बनर्जी के खास माने जाने वाले शुभेंदु अधिकारी के टीएमसी से अलग होने की कई वजहों में एक वजह प्रशांत किशोर भी माने जा रहे हैं। पार्टी सूत्रों का कहना है कि शुभेंदु अधिकारी ममता बनर्जी के भतीते अभिषेक और प्रशांत किशोर से काफी वक्त से नाराज चल रहे थे।
जहां एक तरफ दहाई अंकों के लिए भी प्रशांत किशोर भाजपा को चुनौती दे रहे हैं, वहीं भाजपा लगातार अपना चुनावी अभियान तेज करती जा रही है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दो दिनों का बंगाल दौरा किया और कई रोड शो और रैली के माध्यम से भाजपा के चुनावी अभियान को तेज किया।