हाथरस गैंगरेप : परिजनों से जबरदस्ती छीनकर पीड़िता की लाश को जलवा देने का आदेश किसने दिया, प्रियंका गांधी का सवाल
परिजनों से जबरदस्ती छीन कर पीड़िता के शव को जलवा देने का आदेश किसने दिया? पिछले 14 दिन से कहां सोए हुए थे आप? क्यों हरकत में नहीं आए? और कब तक चलेगा ये सब? कैसे मुख्यमंत्री हैं आप....
जनज्वार। हाथरस में गैंगरेप के बाद जिंदगी और मौत के बीच झूलती युवती की कल 29 सितंबर को मौत हो गयी। मौत के बाद जिस तरह उसका शव पुलिस ने बिना परिजनों को उसका चेहरा भी दिखाये जला दिया, उस पर सवाल उठने शुरू हो गये हैं। परिजन भी कह रहे हैं कि जब हमें लाश का चेहरा तक नहीं दिखाया गया तो कैसे मान लें कि वह उन्हीं की बच्ची थी।
इस मामले में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी सवाल उठाया है। उन्होंने ट्वीट किया है, मैं यूपी के मुख्यमंत्री जी से कुछ सवाल पूछना चाहती हूँ- परिजनों से जबरदस्ती छीन कर पीड़िता के शव को जलवा देने का आदेश किसने दिया? पिछले 14 दिन से कहां सोए हुए थे आप? क्यों हरकत में नहीं आए? और कब तक चलेगा ये सब? कैसे मुख्यमंत्री हैं आप?'
प्रियंका गांधी के अलावा अनेक लोगों ने इस पर सवाल उठाये हैं कि कम से कम इंसानियत दिखाते हुए परिजनों को पीड़िता के अंतिम दर्शन तो करवा ही देने चाहिए थे।
प्रियंका गांधी कहती हैं, 'रात को 2.30 बजे परिजन गिड़गिड़ाते रहे लेकिन हाथरस की पीड़िता के शरीर को उप्र प्रशासन ने जबरन जला दिया। जब वह जीवित थी तब सरकार ने उसे सुरक्षा नहीं दी। जब उस पर हमला हुआ सरकार ने समय पर इलाज नहीं दिया। पीड़िता की मृत्यु के बाद सरकार ने परिजनों से बेटी के अंतिम संस्कार का अधिकार छीना और मृतका को सम्मान तक नहीं दिया। घोर अमानवीयता। आपने अपराध रोका नहीं बल्कि अपराधियों की तरह व्यवहार किया।अत्याचार रोका नहीं, एक मासूम बच्ची और उसके परिवार पर दुगना अत्याचार किया। @myogiadityanath इस्तीफा दो। आपके शासन में न्याय नहीं, सिर्फ अन्याय का बोलबाला है।