Rahul Gandhi : 2014 से पहले सुनने में भी नहीं आता था 'लिंचिंग' शब्द, राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर साधा निशाना
Rahul Gandhi : राहुल गांधी ने 'थैंक्यू मोदी जी' हैशटैग के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और लिखा, 2014 से पहले लिंचिंग शब्द सुनने में भी नहीं आता था.....
Rahul Gandhi : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व वायनाड सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पंजाब और कुछ अन्य जगहों पर भीड़ द्वारा पीट-पीटकर कथित पर जान मारने (लिंचिंग) की हालिया घटनाओं की पृष्टभूमि में मंगलवार को आरोप लगाया कि साल 2014 में नरेंद्र मोदी सरकार बनने से पहले लिंचिंग शब्द सुनने में नहीं आता था।
राहुल गांधी ने 'थैंक्यू मोदी जी' हैशटैग के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) पर निशाना साधा और लिखा, 2014 से पहले लिंचिंग शब्द सुनने में भी नहीं आता था।'
बता दें कि बीते रविवार को पंजाब (Punjab) के कपूरथला के निजामपुर गांव में एक गुरुद्वारा में सिख धर्म के निशान साहिब का अनादर करने के आरोप में एक अज्ञात व्यक्ति को भीड़ ने पीट-पीटकर कथित तौर पर मार डाला। इससे पहले अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में शनिवार को कथित बेअदबी को लेकर भीड़ ने एक अन्य व्यक्ति की पीट-पीटकर कर कथित तौर पर जान ले ली थी।
इससे एख दिन पहले राहुल गांधी ने ट्वीट कर महंगाई, पेगासस जैसे मुद्दे पर केंद्र को निसाने पर लिया था। गांधी ने ट्वीट कर लिखा था, ये कैसी सरकार है जिसे सदन को संभालना नहीं आता ? महंगाई, लखीमपुर हिंसा, एमएसपी, लद्दाख, पेगासस, निलंबित सांसद जैस मुद्दों पर हमारी आवाज की बुलंदी नहीं रोक सकते.. हिम्मत है तो होने दो चर्चा।
राहुल गांधी ने पेगासस मामले पर कहा कि वो इंटरनेशनल मामला था। किसी और देश में हिंदुस्तान का डेटा रखा गया था, उसकी चर्चा नहीं होने दी। तो ये पूरा लोकतंत्र पर आक्रमण हो रहा है, नॉनस्टॉप हो रहा है, इसलिए हम यहां लड़ रहे हैं।
इससे पहले राहुल गांधी ने संसद परिसर में संवाददातओं से कहा, हम लद्दाख का मुद्दा उठाना चाहते हैं तो सरकार उठाने नहीं देती, किसानों का मुद्दा उठाना चाहते थे तो सरकार नहीं उठाने देती। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार जनता से जुड़े मुद्दों पर चर्चा नहीं होने देती है। कांग्रेस नेता ने कहा, मैंने लद्दाख के लिए पूर्ण राज्य और वहां के लोगों की कई मांगों के विषय को लेकर कार्यस्थगन का नोटिस दिया था लेकिन यह विषय उठाने नहीं दिया गया। मैं लद्दाख के लोगों से कहना चाहता हूं कि हम आपके साथ हैं। राहुल ने कहा कि सदन चलाने की जिम्मेदारी विपक्षी की नहीं बल्कि सरकार की होती है।