राहुल गांधी ने मोदी-भागवत पर साधा निशाना, कहा - BJP-RSS के नफरत की कीमत हर भारतीय चुका रहा है

भारत की सच्ची संस्कृति साझा उत्सव, समुदाय और एकजुट रहने की है। जरूरत इसे बचाए रखने की है।

Update: 2022-04-16 05:51 GMT

राहुल गांधी ने मोदी-भागवत पर साधा निशाना, कहा - BJP-RSS के नफरत की कीमत हर भारतीय चुका रहा है

नई दिल्ली। देश के अलग-अलग राज्यों में विभिन्न समुदायों के बीच जारी तनाव को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM narendra Modi ) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ( Mohan Bhagwat ) पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि भाजपा-आरएसएस ( BJP-RSS ) की नफरत ( Hate politics ) की कीमत आज हर भारतीय ( Indian ) चुका रहा है। भारत की सच्ची संस्कृति साझा उत्सव, समुदाय और एकजुट रहने की है। जरूरत इसे बचाए रखने की है। उन्होंने सभी से अपील की है कि आइए हम सब मिलकर इसे संरक्षित करने का संकल्प लें।

यह नफरत और विभाजन का वायरस है

राहुल गांधी ( Rahul Gandhi ) ने अपने ट्विट के साथ शनिवार को इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित सोनिया गांधी ( Sonia Gandhi ) का एक लेख A virus rages among us को भी अटैच किया है। सोनिया गांधी के इस लेख का सार यह है कि वर्तमान में देश में जो माहौल है वो नफरत और विभाजन का वायरस है। यह अविश्वास को गहरा करता है, बहस को दबाता है, एक राष्ट्र और लोगों के रूप में हमें नुकसान पहुंचाता है।

मोदी के राज में हिंदुस्तान को बांटकर लड़ाया जा रहा है

आठ दिन पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और केरल के वयनाड से सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और आरजेडी नेता शरद यादव (Sharad yadav) से उने आवास पर मुलाकात के बाद कहा था कि सत्ताधारी भाजपा (BJP) हिंदुस्तान को बांटकर सबको लड़ाने का काम कर रही है। मोदी जी के राज में हिंदुस्तान को बांटकर सबको लड़ाया जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी ( BJP ) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संध ( RSS ) लोगों के बीच नफरत (Hate Politics) फैलाती है।

सत्ता में बने रहना भाजपा-आरएसएस का मकसद

उन्होंने कहा कि इसके पीछे भाजपा-आरएसएस (BJP-RSS) का मकसद सत्ता में किसी भी तरीके से बने रहना है। हिंदुस्तान (Hindustan) पहले एक देश था। अब उसे बांट दिया गया है। राहुल गांधी यहीं नहीं रुके। मस्जिदों में लाउडस्पीकर ( Loudspeaker) को लेकर जारी विवाद पर कहा कि अब तो लाउडस्पीकर ( Loudspeaker Dispute ) भी सरकार के हाथ में है। यानि अब आप अपने तरीके से आस्था भी व्यक्त नहीं कर सकते, इसलिए मैं कहता हूं जो लोग भाजपा-आरएसएस ( BJP-RSS ) के खिलाफ हैं वो एक हो जाएं।

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