गिरती जीडीपी को लेकर राहुल गांधी ने कसा तंज, कहा- मोदी है तो मुमकिन है

देश के आर्थिक हालातों को लेकर लंबे समय से मोदी सरकार पर हमलावर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने आज एक बार फिर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने बीजेपी के 'मोदी है तो मुमकिन है' के नारे के साथ सरकार को आर्थिक मोर्चे पर घेरा है।

Update: 2020-08-12 06:43 GMT

जनज्वार। देश के आर्थिक हालातों को लेकर लंबे समय से मोदी सरकार पर हमलावर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने आज एक बार फिर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने बीजेपी के 'मोदी है तो मुमकिन है' के नारे के साथ सरकार को आर्थिक मोर्चे पर घेरा है। बता दें कि एन आर नारायणमूर्ति ने आशंका जताई की कोरोना वायरस के चलते इस वित्त वर्ष में देश की आर्थिक गति आजादी के बाद सबसे खराब स्थिति में होगी।

दरअसल, राहुल गांधी ने बुधवार को अपने ट्वीट के साथ एक खबर शेयर की है, जिसमें इन्फोसिस के संस्थापक एनआर नारायण मूर्ति के हवाले से दावा किया गया है कि जीडीपी ग्रोथ 1947 से भी नीचे जा सकती है। राहुल गांधी ने एनआर नारायणमूर्ति के एक बयान का हवाला देते हुए भाजपा के नारे 'मोदी है तो मुमकिन है' को दोहराया है।

बता दें कि इन्फोसिस के संस्थापक एन आर नारायणमूर्ति ने आशंका जताई की कोरोना संकट के चलते इस साल देश की आर्थिक गति आजादी के बाद सबसे खराब स्थिति में होगी। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था को जल्द से जल्द पटरी पर लाया जाना चाहिये, उन्होंने आशंका जताई कि इस बार सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में स्वतंत्रता के बाद के सबसे बड़ी गिरावट दिख सकती है। नारायण मूर्ति ने ऐसी एक नई प्रणाली विकसित करने पर भी जोर दिया जिसमें देश की अर्थव्यवस्था के हर क्षेत्र में प्रत्येक कारोबारी को पूरी क्षमता के साथ काम करने की अनुमति हो।

मूर्ति ने कहा, ''भारत की जीडीपी में कम से कम पांच प्रतिशत संकुचन का अनुमान लगाया जा रहा है। ऐसी आशंका है कि हम 1947 की आजादी के बाद की बससे बुरी जीडीपी वृद्धि (संकुचन) देख सकते हैं।''

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