Rajasthan Cabinet Expansion : अशोक गहलोत ने लिए सभी मंत्रियों के इस्तीफे, कल होगा नए मंत्रिमंडल का खुलासा
Rajasthan Cabinet Expansion : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को एक कार्यक्रम में चुटकी लेते हुए कहा था कि 'पता नहीं क्या फैसले होंगे। या तो हाईकमान जानता है या ये जानते हैं। बेसब्री से इंतजार है हम सबको लॉटरी खुलने का।'
Rajasthan Cabinet Expansion : राजस्थान में मंत्रिमंडल में पुनर्गठन के तहत शनिवार 20 नवंबर को सभी मंत्रियों ने अपने इस्तीफे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को सौंप दिए हैं। अब राजस्थान में रविवार 21 नवंबर शाम को नए मंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी। बता दें कि शपथ ग्रहण करने से पहले सभी विधायकों को कांग्रेस प्रदेश कार्यालय पर दोपहर 2 बजे बुलाया गया है। जिसके बाद मंत्री पद के उम्मीदवार विधायकों को राजभवन बुलाया जाएगा। मिली जानकारी के अनुसार रविवार सुबह 10 बजे तक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भावी मंत्रियों की सूची राज्यपाल कलराज मिश्र को सौंपेंगे। इसके बाद शाम 4 बजे बाद शपथ ग्रहण समारोह आयोजित होने की संभावना है। आज जयपुर में सीएम अशोक गहलोत के आवास पर राजस्थान के मंत्रिपरिषद की बैठक हुई। इसी बैठक के दौरान पार्टी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटसरा ने प्रस्ताव रखा और मंत्रियों से इस्तीफे लिए गए। अशोक गहलोत ने कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी सहित पार्टी नेताओं से भी मुलाकात की थी।
इसी कड़ी में पूर्व परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि ''सभी मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है। जब पुनर्गठन की बात आती है तो प्रक्रिया अब पूरी हो चुकी है। यह एक प्रक्रिया है। कल दोपहर 2 बजे पीसीसी की बैठक है। वहां सब जाएंगे। वहां हमें आगे के निर्देश जारी किए जाएंगे।''
राजभवन में रविवार को शपथ ग्रहण समारोह
बताया गया कि नए मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह रविवार को राजभवन में होगा। मिडिया रिपोर्ट्स के अनुसार राजभवन की ओर से इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। हालांकि अभी कितने मंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी। यह तय नहीं हो सका है। खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को एक कार्यक्रम में चुटकी लेते हुए कहा था कि 'पता नहीं क्या फैसले होंगे। या तो हाईकमान जानता है या ये जानते हैं। बेसब्री से इंतजार है हम सबको लॉटरी खुलने का।'
मंत्रिमंडल में ये हो सकते है शामिल
गहलोत मंत्रिमंडल में बसपा के कुछ पूर्व विधायक भी शामिल होंगे। मालूम हो कि इन विधायकों का राजस्थान में कांग्रेस में विलय हो गया था। जिससे कांग्रेस को 200 सदस्यीय सदन में सहज बहुमत मिल गया था। राजस्थान कैबिनेट में वर्तमान में 21 मंत्री हैं और अन्य नौ और मंत्रियों को शामिल करने की गुंजाइश है। मुख्यमंत्री के करीबी तीन मंत्रियों ने पहले इस्तीफा देने की पेशकश की। बता दें कि उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर अपने पदों से इस्तीफा देने की पेशकश की थी। उन्हें पहले ही संगठनात्मक जिम्मेदारी दी जा चुकी है।
राजस्व मंत्री और बाड़मेर से विधायक हरीश चौधरी को पंजाब का पार्टी प्रभारी बनाया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उन्हें हाल ही में राजनीतिक संकट के दौरान पंजाब में कांग्रेस को संभालने में एक प्रमुख भूमिका में देखा गया था। अजमेर के केकड़ी से विधायक रघु शर्मा को गुजरात का पार्टी प्रभारी बनाया गया है।
गहलोत के खिलाफ पायलट के विद्रोह के बाद पिछले साल राज्य के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने राज्य के पार्टी प्रमुख के रूप में सचिन पायलट की जगह ली थी। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) के अध्यक्ष डोटासरा ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस के 'एक पद एक व्यक्ति' के अनुशासन का हवाला देते हुए अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि "कांग्रेस पार्टी के 'एक पद एक व्यक्ति' अनुशासन को ध्यान में रखते हुए हमने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा दे दिया है। मैं यह देखने के लिए एक पार्टी कार्यकर्ता के रूप में काम करूंगा कि राजस्थान में लोगों को राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ मिल रहा है।"