BJP ने चल दिया आखिरी दांव? रेपिस्ट राम रहीम 21 दिन के पैरोल पर जेल से आया बाहर, इतने सीटों पर है डेरों का असर

Ram Rahim Allowed To Leave Jail For 21 Days: पंजाब चुनाव से पहले हरियाणा की बीजेपी सरकार ने रेपिस्ट गुरमीत राम रहीम को पैरोल दे दिया है। राम रहीम बलात्कार और हत्या के मामलों में उम्र कैद का सजा काट रहा था।

Update: 2022-02-07 09:50 GMT

Ram Rahim News : बेअदबी मामले की जांच CBI को सौंपने की मांग, पंजाब पुलिस SIT ने डेरा मुखी को बताया मास्टरमाइंड

Ram Rahim Allowed To Leave Jail For 21 Days: पंजाब चुनाव से पहले हरियाणा की बीजेपी सरकार ने रेपिस्ट गुरमीत राम रहीम को पैरोल दे दिया है। राम रहीम बलात्कार और हत्या के मामलों में उम्र कैद का सजा काट रहा था। चुनाव से ठीक पहले राम रहीम को पैरोल देने के फैसले को लेकर राजनीत का तापमान हाई हो गया है। राम रहीम का पंजाब के 23 जिलों में 300 से अधिक बड़े डेरे हैं और 60 से 70 विधानसभा सीटों पर उसका असर है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक गुरमीत राम रहीम की मां को बीमार बताकर उसे 21 दिन की पैरोल मिली है। राम रहीम 25 अगस्त 2017 से रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है। वह 2 साध्वियों से बलात्कार मामलों में 20 साल और पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्याकांड में उम्रकैद की सजा भुगत रहा है। राम रहीम की रिहाई के मद्देनजर सुनारिया जेल के बाहर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। 

बीजेपी शासित हरियाणा जेल विभाग ने राम रहीम का 21 दिन की फर्लो का आवेदन मंजूर किया है और रोहतक कमिश्नर के दस्तखत के बाद उसे जेल से बाहर लाया जाएगा। हरियाणा सरकार में जेल मंत्री रंजीत सिंह चौटाला ने इसपर तर्क दिया है कि कानून के अनुसार हर कैदी को फर्लो पाने का अधिकार है और डेरा प्रमुख के मामले में भी यही लागू किया गया।

गौरतलब है कि दो दिन पहले ही हरियाणा के जेल मंत्री रणजीत सिंह चौटाला का बयान आया था कि पैरोल लेना हर कैदी का अधिकार है औऱ उनके इस बयान के बाद राम रहीम को 21 दिन की पैरोल मिल गई. आज सुबह ही राम रहीम को रोहतक की सुनारिया जेल से निकाला गया है. पैरोल के दौरान एक कड़ी शर्त यह रखी गई कि वह 21 के 21 दिन पुलिस की निगरानी में रहेगा और उसका अधिकांश समय डेरे में ही बीतेगा.

पंजाब की राजनीति में डेरों का प्रभाव

आपको बता दें कि पंजाब के लोगों में डेरों का अच्छा खासा प्रभाव है और डेरों से लोगों का ये जुड़ाव डेरों को राजनीतिक मजबूती भी दिलाता है. यही वजह है कि चुनाव से कुछ दिनों पहले ही नेता लोग डेरों में हाजिरी लगाने पहुंचने लगते हैं. पंजाब में चन्नी से लेकर अरविंद केजरीवाल तक सब डेरों का चक्कर लगा चुके हैं.

दरअसल कहा जाता है कि ये डेरे खुलकर समर्थन और विरोध की बात नहीं करते हैं लेकिन अंदरखाने अपने अनुयायियों तक अपनी बात पहुंचा देते हैं कि किसको वोट देना है. ऐसे में जब पंजाब में वोटिंग के लिए सिर्फ 13 दिन बचे हैं तब राम रहीम को हरियाणा सरकार की तरफ से पैरोल की अनुमति मिलने को राजनीतिक फायदे के तौर पर देखा जा रहा है. पंजाब के 23 जिलों में 300 बड़े डेरे हैं, जिनका सीधा दखल सूबे की राजनीति में है. ये डेरे पंजाब के माझा, मालवा और दोआबा क्षेत्र में अपना वर्चस्व रखते हैं और लगभग 69 सीटों पर ये डेरे प्रभाव डालते हैं

डेरा सच्चा सौदा हरियाणा के सिरसा जिले में स्थित है. इसका पंजाब के मालवा रीजन की करीब 69 सीटों पर प्रभाव है. पंजाब के अलावा उत्तर प्रदेश में भी लखीमपुर सहित कई इलाके हैं जहां सिखों की अच्छी खासी आबादी रहती और इनका भी डेरों से संबंध है.

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